Thursday, January 7, 2021

■ सराफा बाजार में दुकान का ताला तोड़कर 70 लाख रूपये कीमत के जेवरों की चोरी करने वाले नकबजन गिरोह के 02 सदस्य, क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में।


महाराष्ट्र की गिरोह ने दिया था वारदात को अंजाम।

सरगना पूर्व में इंदौर में करता था काम, रैकी कर अपने साथियों के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम।

चार पहिया वाहन में सवार होकर आये थे आरोपीगण, 01 की तलाश जारी।

सोना चोरी कर मुंबई के व्यापारियों को बेचा, पुलिस को हाथ लगे सुराग।

थाना सराफा व इंदौर क्राईम ब्रांच की टीम ने एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाल किया अनसुलझी घटना का पर्दाफाश।

गलत नम्बर प्लेट लगाकर वाहन लाये थे आरोपीगण, गिरफ्तार आरोपियों में शामिल है महाराष्ट्र का नकबजन सईद, पैरोल से चल रहा था फरार।

 

इंदौर- दिनांक 07 जनवरी 2021-  पुलिस महानिरीक्षक (शहर) इंदौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा जिले में संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के साथ ही चोरी नकबजनी की अनसुलझी वारदातों की पतारसी हेतु प्रभावी कार्यवाही के लिए इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उपरोक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक श्री महेशचंद्र जैन, पश्चिम क्षेत्र इंदौर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री गुरुप्रसाद पाराशर द्वारा क्राईम ब्रांच व थाना सराफा की संयुक्त टीम का गठन कर उनको चोरी नकबजनी की वारदातों की पतारसी हेतु योजनाबद्ध तरीके से लगाया गया था।

 

            घटना का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 19.12.2020 को फरियादी शेख नूर उद्दीन पिता अब्दुल सत्तार द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि वह सराफा के व्यापारियों के लिये गहने बनाने का काम करता है जिसके पास व्यापारी सोना भेजते हैं तथा वह स्वर्ण आभूषण बनाकर व्यापारियों लौटाता है जिसके बदले में कारीगरी का मेहनताना लेता है। इसी प्रकार ज्वैलरी बनाने के लिये फरियादी के यहां जेवरात बनाने के लिये सोना रखा था जोकि मोम तथा साँचो में ढला हुआ सोना अज्ञात व्यक्ति उसके सराफा की 14 नग्बर की तलघर की दुकान का ताला तोड़कर चुरा कर ले गये थे। उपरोक्त घटना से सराफा व्यवसायियों में रोष व्याप्त था। उपरोक्त घटना के परिपेक्ष्य में थाना सराफा में अपराध क्रमांक 110/20 धारा 457, 380 भादवि के तहत पंजीबद्ध किया गया था। उपरोक्त घटना के अज्ञात आरोपियों  की पतारसी हेतु सराफा थाना पुलिस के साथ ही क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम को निर्देशित किया गया था जिसने घटना से संबंधित समस्त तथ्यों का अध्ययन किया व 1 हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, लोकेशन व अन्य तकनीकी तथा मैदानी पतासाजी के आयामों का प्रयोग करते हुये यह ज्ञात किया कि जिन आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है उन्होंनें सरवटे के मदनी होटल में खाना खाया था जहां पर आरोपीगण फुटेज में कैद हो गये थे चूॅकि उल्लेखनीय यह भी है कि फुटेज में कैद चार पहिया वाहन पर जो नम्बर प्लेट लगी थी वो MH 01 ME 9197  थी अतः क्राईम ब्रांच ने महाराष्ट्र की ओर जाने वाले सारे रास्तों  के टोल नाकों के फुटेज देखे जिसमें उपरोक्त वाहन नजर आया जोकि मदनी होटल के बाहर खड़ा पाया गया था। इसी कड़ी में सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुये क्राईम ब्रांच की टीम आरोपियों की तलाष में महाराष्ट्र रवाना हुई और रास्ते के सारे फुटेज को चेक करती गई जिनसे होकर उस वाहन में सवार नकबजन भागे थे। तकनीकी सूचना सकंलन के अधार पर  आगे बढ़ते हुये क्राईम ब्रांच की टीम नकबजनों के ठिकाने तक पहुंची थी। टीम ने 1. अरशद अली पिता खुरशद अली उम्र 28 निवासी बिल्डंग 10 फ्लैट 22 महाकाली बिंद्रा काम्पलेक्स मुंबई महाराष्ट्र, 2. मो0 सईद खान पिता अलाउददीन खान उम्र 35 निवासी 202 सिददीक मंजिल जेठा कम्पाउण्ड बैल बाजार कल्याण थाना थाणे महाराष्ट्र को पकड़ा जिन्होंनें पूछताछ में कबूला कि उनके साथ तीसरा आरोपी इकबाल उम्र 42 वर्ष निवासी बांद्रा भी साथ था जोकि वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था जिसकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उन्होंनें चोरी किया हुआ सोना मुंबई के ही व्यापारियों को बेच दिया था जिनके संबध में सुराग पुलिस के हाथ लग चुके हैं। निशानदेही पर उपरोक्त व्यापारियों को चोरी का सोना क्रय करने के परिपेक्ष्य में हिरासत में लिया जायेगा तथा शेष माल मश्रूका बरामदगी के प्रयास किये जायेगें।  गिरफ्तार दोनों आरोपियों से लाखों रूपये का सोना व लगभग 02 लाख 80 हजार नगदी बरामद की गई है।

 

            दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी अरशद अली, इंदौर में ही विगत छः वर्ष पूर्व में फरियादी के यहां काम करता था जोकि फरियादी का रिश्तेदार भी है अतः पूर्व में काम करने के नाते उसको फरियादी व उसकी दुकान के संबंध में संर्पूण जानकारी थी। आपसी विवाद होने पर वह काम छोड़कर वापस मुंबई चला गया था जिसकी मित्रता आरोपी मो0 सईद खान से हो गई जोकि कुख्यात नकबजन है। आरोपी सईद के साथ और उसके परिचित इकबाल के साथ मिलकर आरोपी अरशद ने इंदौर में चोरी की योजना बनाई तथा रैकी कर वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने मुंबई से यहां आते वक्त अपने वाहन पर गलत नम्बर प्लेट चस्पा की और इंदौर से चोरी करने के बाद जाते वक्त पुलिस को गुमराह करने के लिये महाराष्ट्र में पँहुचकर पुनः नम्बर प्लेट बदल ली थी जिनसे उपरोक्त चार पहिया वाहन को भी जप्त किया गया है। आरोपियों के तीसरे साथी इकबाल की तलाश जारी है किंतु जिनकों इन्होंनें सोना बेचा था उन व्यापारियों तक भी पुलिस पहुंच कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही करेगी।





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