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पूछताछ में हुये कई खुलासे, क्रिकेट के सट्टे, एमसीएक्स शेयर बाजार में निवेश तथा कस्टम के
उत्पादों की खरीदी बिक्री सहित आईपीएल में चयन के ट्रायल को लेकर हुआ घाटा।
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कर्ज के देनदारों से बचने के लिये
भोपाल को बनाया ठिकाना।
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पैसे ना चुका पाने के चलते, ठगी की वारदातें करने लगा था आरोपी।
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आरोपी वाक पटुता द्वारा लोगों को झाँसे में लेने की कला में है माहिर, एकंरिग का कोचिंग
संस्थान भी चलाता था।
इंदौर-दिनांक 09 सितम्बर 2020- हितेष बागोरा पिता स्व0 कोमल लाल बागोरा उम्र 31 साल निवासी:- वर्तमान
पता - 28 पंचशील नगर भोपाल , स्थायी पता - 69 ब्रम्हबाग कॉलोनी इंदौर को ठगी के मामले में
क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा गिरफ्तार किया गया था जिसके विरूद्ध थाना अपराध शाखा
में अपराध क्रमांक 11/20 धारा 406, 420, 467, 468 भादवि के तहत पंजीबद्ध किया जाकर विवेचनाधीन
है। आरोपी का उपरोक्त प्रकरण में 03 दिवस का पुलिस रिमाण्ड लिया गया था जिसे न्यायालय में पेश
कर 01 दिन का पुलिस
रिमाण्ड और बढ़वाया गया है। पुलिस रिमाण्ड के दौरान पूछताछ में आरोपी हितेष बागोरा
ने खुलासा किया कि उसने वर्ष 2016 में अप्रत्याशित लाभ अर्जित करने के उददेशय से शेयर
मार्केट में कमोडिटी के क्षेत्र में निवेश का काम शुरू किया था, जिसमें उसे 14,00,000/- का नुकसान हुआ
था। 2017 के में वह
क्रिकेट खेलने दिल्ली गया जहां क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट ट्रायल के लिए 1,00,000/- रू फीस ली गई तथा
आरोपी हितेष को इसके बाद नेपाल क्रिकेट खेलने भेजा, लेकिन वहां आईपीएल मे ट्रायल दिलाने के नाम पर 4,30,000/- रू उससे लिये गये
जिसके चलते उस पर कर्ज हो गया। इसके बाद
आरोपी हितेष दिल्ली के एक व्यापारी के संपंर्क में आया जिसने उसे सस्ती कीमतों में
इलेक्ट्रानिक गैजेट्स उपलब्ध कराने का दावा किया इस हेतु सस्ती कीमतों में गैजेट्स
लेकर इंदौर में मंहगे दामों में बेचने के आशय से व्यापारी को 12 लाख रूपये कमीशन के दिये
किंतु सामान क्रय करने के लिये रूपये ना होने पर कमीशन के भी रूपये वापस नहीं मिले
तथा कर्ज हो गया।
आरोपी पर बढ़ते कर्ज को देखते हुये उसने लोगों से छलपूर्वक पैसे ऐंठ कर क्रिकेट
और एमसीएक्स के सट्टे से पुनः पैसे कमाने का सोचा जिसके चलते उसे एमसीएक्स एवं
क्रिकेट सट्टे मे 16,00,000/- रू का घाटा हुआ। कर्ज को चुकाने तथा खर्चा चलाने के लिये
आरोपी ने मंहगी ब्याज दरों में बाजारों से कर्ज लिया जिसको चुकाने में 04 से 05 गुना रूपये लग गया तथा
कर्ज भी खत्म नही हो सका। इंदौर में ठगी के चलते जिन लोगों से पैसे लिये थे उनके
भय के कारण वह इंदौर नही रहा पा रहा था अतः उसे भोपाल में ठिकाना बनाने का सोचा
था।
कमोडिटी में निवेश, क्रिकेट के सट्टे में
नुकसान, रंगीनमिजाजी शौक
तथा कर्ज के ब्याज को लेकर पैसों के लेन देन में आरोपी ने ठगी की वारदातों से पैसे
प्राप्त करना आरंभ किया तथा लम्बे समय तक वारदातें करने के बाद क्राईम ब्रांच के
हत्थे चढ़ गया। आरोपी dream11.com, diamondexchange.com, blockchain.com, network marketing
company ebiz.com private limited आदि बेबसाईट तथा
आनलाईन सट्टा/निवेश संबंधी प्लेटफार्म्स का उपयोग करता था जिसे उसे बड़ा घाटा हुआ
परिणामस्वरूप उसने ठगी के रास्ते को अपना कर कई राज्यों में लोगों को अपना शिकार
बनाया।
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