★ आरोपीगण, फरियादी
को प्लाट दिखाने के बहाने ले गये सुनसान ईलाके में, पिस्टल
दिखाकर फर्जी केस में फंसाने की धमकी देकर पीड़ित से वसूले 93
हजार रूपये।
★ पीड़ित
का रिश्तेदार था गिरोह का सरगना, प्लाट दिखाते
वक्त अपने साथीदारानों को मौके पर बुला दिया घटना को अंजाम।
★ आरोपियों
के कब्जे से, पिस्टल, यामाहा
दो पहिया वाहन और फरियादी के क्रेडिट/ए.टी.एम कार्ड, सहित
अन्य दस्तावेज बरामद।
पुलिस
उपमहानिरीक्षक श्री हरिनारायणाचारी मिश्र इंदौर शहर द्वारा नकली पुलिस बनकर लोगों
को डरा धमकाकर पैसों की वसूली करने वाले आरोपियों के संबंध में आसूचना संकलित कर
धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य
में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री राजेश दण्डोतिया के नेतृत्व में नकली पुलिस बनकर लोगों
के साथ छलकपटपूर्वक, भय व्याप्त कर अवैध वसूली करने वाले आरोपियों
को पकड़ने के लिये क्राईम ब्रांच की टीमों को योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही करने
हेतु निर्देशित किया गया था।
इसी
अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम को, थाना खुड़ैल के
अपराध क्रमांक 327/20 धारा 386, 120-बी
और 34 भादवि के प्रकरण के आरोपियों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण सुराग
मिले। इस बिंदु पर कार्य करते हुये क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम ने थाना खुड़ैल
पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये प्रकरण से संबंधित वारदात को अंजाम देने
वाले 02 आरोपियों को पकड़ा है, इनमें एक
फरियादी का परिचित रिश्तेदार है तथा दूसरा इंदौर पुलिस लाईन का निलंबित चालक
आरक्षक।
दरअसल
मामला कुछ इस प्रकार है कि वैभव दुबे पिता स्वः राजेन्द्र प्रसाद दुबे निवासी 1731
गुप्तेश्वर कृपाल चौक के पास राम किराना के पीछे जबलपुर ( म.प्र.) हाल मुकाम- 76
गुरु नानक कालोनी लालबाग रोड इन्दौर (म.प्र.) द्वारा थाना खुड़ैल पर रिपोर्ट दर्ज
कराई गई कि वह पेशे से कम्प्यूटर इन्जीनियर हैं जोकि क्लीवलेण्ड ओहायो (अमेरिका)
में काग्नीजैन्ट कम्पनी में नौकरी करते थे लेकिन कोरोनो के दौरान नौकरी छोडने के
बाद से वह वतन वापस भारत आ गये हैं। फरियादी वैभव ने रिश्तेदार मामा के बेटे अनिमेश
शर्मा निवासी देवास से कहा कि उन्हें देवास एवं इन्दौर में अच्छी जगह पर एक प्लाट
खरीदना है तब अनिमेश प्लॉट दिखाने के बहाने फरियादी को कम्पेल चौकी के पास वाले
क्षेत्र में ले गया जहां उसने 02 अन्य व्यक्तियों को फोन कर बुला लिया।
आये हुये 02 अन्य व्यक्ति में से एक के पास पिस्टल थी जोकि
स्वयं को क्राईम ब्रांच का अधिकारी बता रहा था उसने फरियादी को स्मैक व गांजा
तस्करी के केस में फँसाने, तस्करी के प्रकरण में फोटो खीँचकर पेपर
में छपवाकर बदनाम करने तथा पिस्टल एनकाउंटर करने का भय दिखाकर, 02
लाख रुपयों की मांग की। इस प्रकार मेरे रिशतेदार अनिमेष सहित उन दोनों व्यक्तियों
ने मुझसे 93 हजार रूपये नगदी तथा क्रेडिट कार्ड्स, ए.टी.एम
कार्ड , लायसेंस , और पैन कार्ड
सहित अन्य दस्तावेज छीन लिये जाते वक्त धमकाया कि उपरोक्त बात किसी को बताई तो जान
से मार देंगें। संपूर्ण घटनाक्रम के परिपेक्ष्य में अनिमेष नामजद आरोपी है साथ ही 02
अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
क्राईम
ब्रांच इंदौर की टीम ने प्रकरण के आरोपियों की तलाश करते हुये 02
आरोपियों को दबोचा है जिनके नाम 1. अनिमेष शर्मा पिता राजेन्द्र शर्मा उम्र
23 वर्ष निवासी एमआाईजी 44 तिल्लोक नगर
देवास 2. अरविन्द्र पिता स्व0
शाम गोविंद द्विवेदी उम्र 28 वर्ष निवासी द्रविड़ नगर पुलिस लाईन
इंदौर हैं। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।
अनिमेष
शर्मा मुख्य सरगना था जोकि अमेरिका से लौटे अपने रिष्तेदार व प्रकरण के फरियादी
वैभव दुबे की माली हालात जानता था अतः प्लाट दिखाने के बहाने वह फरियादी को देहात
क्षेत्र में ले गया तथा अपने साथियों को फोन कर मौके पर बुलाकर, फरियादी
से 93 हजार रूपये व अन्य सामान छीन लिया
आरोपी
अरविन्द्र द्विवेदी डीआरपी लाईन इंदौर में ट्रेड आरक्षक वाहन चालक है जोकि मूलतः
ग्वालियर का रहने वाला है। वह पूर्व में लूट के संगीन मामले में जेल में निरूद्ध
होने पर वर्तमान में जमानत पर बाहर आया है। दोनों आरोपियों के कब्जे, पिस्टल, यामाहा
दो पहिया वाहन और फरियादी के क्रेडिट कार्ड्स, ए.टी.एम कार्ड , लायसेंस
, और पैन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज बरामद हुये हैं।
अन्य
आरोपी मनीष की भूमिका के संबंध में गिरफ्तार किये गये दोनों आरोपियों से सुराग
मिले है जिसकी तलाश की जा रही हैं।
No comments:
Post a Comment