Tuesday, May 5, 2020

ना टुटने देंगें हौसला, हिम्मत हमें बढाना है देवेंद्र व यशवंत पाल का मान हमें बढाना है।




उक्त ओजपूर्ण कविता से उप निरीक्षक आकाश आर्य ने किया इंदौर पुलिस में एक नये उत्साह का संचार

इन्दौर दिनांक 05 मई 2020 - वर्तमान समय में वैश्विक महामारी कोरोना से उत्पन्न इस विकट स्थिति में पुलिस बहुत ही चुनौतीपूर्ण एवं कठिन ड्यूटी कर रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन श्री विवेक शर्मा द्वारा पुलिस के मनोबल को बढ़ाने व उनमें सकारात्मकता लाने के लिये एक अभिनव प्रयास के तहतए प्रतिदिन इंदौर पुलिस एक साथ 2 मिनिट के लिये रेडियो मैसेज के द्वारा एक दूसरे से जुड़कर अपनी रचनात्मक एंव सकारात्मक कविता/गानें/बातों आदि को साझा किये जा रहे हैं।

                इस पहल की कड़ी में आज थाना जुनी इन्दौर के उप निरीक्षक आकाश आर्य द्वारा हम सभी में एक सकारात्मकता व उत्साह बढ़ाने वाली जोशीली कविता सुनाई गयी।

कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
हर विपदा मे खाकी हमेशा सबसे आगे रहती है
ना जाने विरोध उदंडीयों का चुपचाप क्यों सहती है।
खाकी से महसुस होता सुरक्षित है समाज
नही आते भिन्न प्रकार के उदंडी आसपास।
कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
दिन रात करते रहते काम, बिना कुछ खाए पिए
सब जानतें है ना कभी खुद के लिए जिए।
देश भक्ति जनसेवा का नारा हम लगाते
कर्तव्य की राह पर खाकी वाले निरतंर चलते जातें।
जहां ना जाते लोग एक-दुसरे के पास
जहां लोग एक दुसरे को छुने से कतराते
वही हम मरिजों के पास जा रहे है।
कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
खाकी के रंग सा कोई नही
जो धारण करे वह कोई आम जन नही ।
निरतंर अपने कर्तव्य पथपर चलते जाना है
इसी तरह देश व खाकी का मान हमें बडाना है।
कोई जान नही सकता कठिनाई खाकी वालों के मन की
क्योंकि खाकी वाले बता नही सकते बाते अपने मन की।
कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
जिनके तन पर खाकी हो वह चैन से सोता नही
ध्यान उनका नींद मे भी वायरलेस व अगली गणना पर होता।
ना खुलकर हंसती है ना मुस्कुराती है
खाकी तो घर भी दिन गिनती के लेकर जाती है।
डरना नही है उस दुश्मन से जिसमें दिखने की भी हिम्मत नही
जितेंगें उससे भी वह पल भी दुर नही।
कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
जनता को यह समझाना है, डराना है भगाना है
इस दुश्मन को देश हमे बचाना है।
ना टुटने देंगें हौसला, हिम्मत हमें बढाना है
देवेंद्र व यशवंत पाल का मान हमें बढाना है।
कुछ शब्द लिख रहा हु, खाकी के लियें
पर काफी ना होगा निबंध भी खाकी के लिए।
आज मान बडा खाकी के लिए, शब्द कम पडे पन्नों पर खाकी के लिए।
वक्त बदला हालात बदले आज भी खाकी ने ये ठानी है
ना दिखनें वाले दुश्मन से जल्द धरती अपनी जितानी है।
बात तु ऐ भी ठान ले जल्दी हारेगा तु बात हमारी ऐ मान लें। 

                उक्त सकारात्मकता से भरी ओजपूर्ण व जोशीली कविता सुनाने पर पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री मो युसुफ कुरैशी इंदौर द्वारा उप निरीक्षक आकाश आर्य की प्रशंसा कर उत्साहवर्धन के लिए 500 रूपयें के ईनाम से पुरूस्कृत किया गया। पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा वायरलेस सेट पर पुलिसकर्मियों का हौसला बढातें हुए कहा हम सब साथ मिलकर कोरोना को हरायेगें।


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