Sunday, September 1, 2019

★ त्यौहारों के मद्देनजर आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश पाने के लिये नशे के कारोबारियों के खिलाफ क्राईम ब्रांच की बड़ी कार्यवाही। ★ पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा जारी ‘‘प्रहार‘‘ अभियान के अंतर्गत क्राईम ब्रांच इंदौर की कार्यवाही में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले 03 आरोपी गिरफ्तार। ★ आरोपियों से भारी मात्रा लगभग 15 हजार अल्प्राजोलम टेबलेट व घटना में प्रयुक्त दो पहिया वाहन बरामद। ★ उत्तर प्रदेश के लखनउ, कानपुर, मेरठ आदि शहरों से प्रतिबंधित नशीली दवाओं को खरीदकर इंदौर में कई गुना कीमतों पर करते थे सप्लाय। ★ परिवहन के दौरान पकड़े जाने के भय से, सील बंद डिब्बों में कोरियर के माध्यम से होती थी अवैध दवाओं की तस्करी। ★ तस्करी में लिप्त नेटवर्क की पतारसी जारी। ★ आरोपियों ने शहर में नेटवर्क कर लिया था स्थापित, दो पहिया वाहनों से घूमकर नशीली दवायें सप्लाय करते थे आरोपी।






इंदौर दिनांक 01 सितम्बर 2019-  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमति रूचिवर्धन मिश्र इन्दौर (शहर) व्दारा शहर में अवैध मादक पदार्थों जैसे- बी काम, एनआर एक्स, अल्प्राजोलम, नाईट्रावेट आदि प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी व खरीदी-ब्रिकी करने वाले आरोपियों की पतारसी कर उनकी धरपकड़ किये जाने हेतु इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री सूरज कुमार वर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री अमरेन्द्र सिंह अवैध माद पदार्थों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु क्राईम ब्रांच की टीम का गठन किया जाकर, इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये।

         प्रायः यह देखने में आया है कि इंदौर तथा इसके आस पास के अन्य सीमावर्ती जिलों के तस्करों द्वारा विभिन्न शहरों से खरीदकर, इंदौर में अवैध मादक पदार्थों जैसे- बी काम, एनआर एक्स, अल्प्राजोलम, नाईट्रावेट इत्यादि प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी की जा रही है जिससे कि आपराधिक तत्वों द्वारा नशे की लत को पूरा करने के लिये नशीली दवाओं का सेवन किया जाता है बाद नशे में तल्लीन ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा कई बार जघन्य तथा गंभीर श्रेणी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है जिससे शांति एवं कानून व्यवस्था की स्थिति भंग होती है।

इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम द्वारा प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खरीद/फरोख्त करने वाले लोगों की धरपकड़ हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया जिसके परिपेक्ष्य में टीम को सूचना मिली थी कि इंदौर के स्थानीय निवासी तस्करों द्वारा बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवा अल्प्राजोलम खरीदकर इंदौर के ही आपराधिक तत्वों को सप्लाय की जा रही है, बाद पुलिस टीम द्वारा ऐसे तस्करों के बारे में सूचना संकलित कर उन पर निगरानी रखना शुरू की गई।

बाद मुखबिर तंत्र के माध्यम से क्राईम ब्रांच को ज्ञात हुआ कि 03 व्यक्ति थाना संयोगितागंज क्षेत्र में आपराधिक किस्म के लोगों को अल्प्राजोलम टेबलेट बेचने के लिये दो पहिया वाहन से घूम रहे हैं जोकि अवैध नशीली दवाओं को अन्य राज्यों से आयात कर इंदौर में बेचते हैं तथा रात के के समय अल्प्राजोलम टेबलेट बेचने के लिये व्हााईट चर्च चौराहे जाने वाले है। सूचना पर क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना संयोगितागंज पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये से दो पहिया वाहन क्रमांक MP09VN9415 हीरो डीलक्स पर से चेकिंग के दौरान 03 संदेही व्यक्तियों को पकड़ा जिन्होंनें अपने नाम 1. राधेश्याम उर्फ अनिल पिता रामतिराथ यादव उम्र 28 साल निवासी 26/2 व्हाईट चार्च कालोनी इंदौर 2. मैथ्यू बेनियन उर्फ सूरज बेनियन पिता राजू उर्फ जोसेफ डेनियल उम्र 23  साल निवासी बाणगंगा नाका भगत सिंह नगर इंदौर 3. लक्की उर्फ विजय गुप्ता पिता विजय गुप्ता उम्र 24 साल निवासी बाणगंगा नाका बस स्टेंड इंदौर का होना बताये।

आरोपियों की मौके पर संदेह के आधार पर तलाशी लेने पर उनकेे कब्जे से 23 बड़े बॉक्स मिले जिसमें प्रत्येक बॉक्स पर  ALPRAZOLAM TABLET IP 0-5 MG  लिखा था तथा बॉक्स को खोलकर चेक करने पर उनमें से कुल अल्प्राजोलम की लगभग 15 हजार टेबलेट बरामद हुई जिसके संबंध में लायसेंस तलब करने पर आरेापियों ने उपरोक्त प्रतिबंधित टैबलेट, अवैध रूप से स्वयं के पास रखकर, बेचने हेतु ग्राहक की तलाश में घूमना स्वीकार किया जिसके परिपेक्ष्य में उपरोक्त तीनों आरेापियों को पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर थाना संयोगितागंज में अपराध क्रमांक 395/19 धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।

आरोपी राधेशयाम ने पूछताछ में बताया कि वह लम्बे समय से अवैध मादक पदार्थ तथा प्रतिबंधित नशीली दवाओं की सप्लाय इंदौर में अपने साथियों की मदद से करता आ रहा है जोकि लक्की तथा मैथ्यू के माध्यम से नशे के आदी युवाओं तथा आपराधिक किस्म के लोगों को मंहगे दामों में अल्प्राजोलम की टेवलेट बिकवाता था। आरोपी ने बताया कि वह उत्तरप्रदेश के लखनउ, कानपुर, मेरठ आदि शहरों से खरीदकर दवायें लाता था जोकि पूर्व में कई बार स्वयं ही दवायें खरीदने के लिये उत्तरप्रदेश जाता था किंतु वर्तमान में व्यापारियों से पहचान हो जाने के कारण फोन से आर्डर बुक करके कोरियर के माध्यम से प्रतिबंधित नशीली दवायें मंगवाता था।


आरोपीगण आदतन अपराधी प्रवृत्ति के हैं जिनके संबंध में तस्दीक करने पर आरोपी मैथ्यू पर हत्या, लूट, जुआ, सट्टा, मारपीट, आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराधों के डेढ़ दर्जने से अधिक प्रकरण पूर्व से पंजीकृत है। आरोपी मैथ्यू हाट बाजारों में अंगूठी बनाने का काम करता है जोकि राधेष्याम के  संपंर्क में आने के बाद प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री करने लगा था। आरोपी तीन से पांच गुना दामों में दवाओं को बेचते थे जिससे मोटी आय होने के चलते उसने बतौर पेषा इस धंधे का अपना लिया था तथा लगभग 01 वर्ष से इस प्रकार की गतिविधियों को अंजाम देते आ रहा था।



आरोपी लक्की ऑटो रिक्षा चालक है जो मैथ्यू का परिचित दोस्त है आरोपी लक्की, आरोपी मैथ्यू के साथ ही नशा करने वाले लोगों को दवाओं की खपत करवाता था। इस पर भी मारपीट, अवैध हथियार, जहरीली शराब बेचने के आधा दर्जन से अधिक प्रकरण पूर्व से पंजीबद्ध है।

 आरोपियों इंदौर में किन किन लोगों को प्रतिबंधित दवायें थोक में बेचते थे इस संबंध में पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर विस्तृत पूछताछ कर पूरे नेटवर्क का पता लगाया जायेगा शीघ्र ही अन्य संलिप्त आरोपियों के पुलिस गिरफ्त में आने की संभावना है






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