इन्दौर-
दिनांक 02 अगस्त 2019- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर जोन
इंदौर महोदय श्री वरूण कपूर द्वारा ऑनलाईन शापिंग प्लेटफार्म जैसे ओएलएक्स
(OLX) पर
एवं ई कामर्स बेवसाईट (E commerce
website) पर फर्जी विज्ञापन डालकर, तथा
फर्जी तरीके से स्वयं को आर्मी तथा सुरक्षा बलों के कर्मचारी बताकर, स्वयं
की पहचान छुपाते हुये ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहें अपराधियों की धरपकड़ कर,
ऐसी
वारदातों पर अंकुश पाने के लिये कार्ययोजना तैयार कर कार्यवाही करने हेतु क्राईम
ब्रांच इंदौर को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशों के तारतम्य में वरिष्ठ
पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्र द्वारा ओएलएक्स (OLX) पर
हो रहे फ्रॉड के संबंध में विभिन्न माध्यमों से लगातार बढ़ती हुई संखया में प्राप्त
हो रहीं शिकायतों पर कार्यवाही कर, दोषियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध
किये जाने तथा पतारसी कर उनकी गिरफ्तारी कर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये इंदौर
पुलिस को निर्देशित किया गया। इसी अनुक्रम में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इंदौर श्री
अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री
अमरेन्द्र सिंह द्वारा इस विषय की क्राईम ब्राँच में प्राप्त हो रही शिकायतों की
गहनता से जांच कराई जाकर, नामजद 79 आरोपियों सहित
अन्य के विरूद्ध, थाना अपराध शाखा इन्दौर में अपराध क्रमांक 04/19
धारा 419,420,467,468,469,471,506 भादवि एवं 66 आईटी एक्ट के
तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
वारदात
तरीका -
आज के दौर मे कम्प्यूटर, स्मार्ट
फोन और अन्य संचार के साधन तकनीकी उपकरण हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं।
वर्तमान परिवेद्गा में, कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, मोबाईल
बैंकिंग, ई-बैंकिंग (ऑनलाईन बैंकिंग), ई वॉलेट, गूगल पे,
फोन
पे, पेटीएम आदि के अधिकाधिक प्रयोग से, फ्रॅाड
व्यक्तियों व्दारा ओ.एल.एक्स. ऑनलाईन शॉपिंग साईट्स पर मंहगे मोबाईल फोन, तथा
दोपहिया वाहन एवं चार पहिया वाहन आदि को बेचने के लिये विज्ञापन जारी किये जाते
हैं तथा ओ.एल.एक्स. के विज्ञापन में उत्पाद के फोटो सहित संपंर्क हेतु मोबाईल
नम्बर लेख किये जाते हैं। खरीददार व्यक्तियों द्वारा जब उत्पाद को खरीदने के लिये
दिये गये मोबाईल नम्बर पर संपंर्क किया जाता है तब कॉल रिसीव करने वाले अज्ञात
व्यक्ति, स्वयं को आर्मी, सी.आई.एस.एफ. एवं अन्य डिफेन्स फोर्सेस
का कर्मचारी होना बताते हैं तथा खरीददार का भरोसा जीतने के लिये उसको फर्जी तरीके
से बनाए गये डिफेन्स सर्विसेस के आई.डी. कार्डस् आदि की प्रति भेजते हैं। खरीददार
द्वारा खरीददारी करते वक्त, ये ठग गिरोह के लोग, मोबाईल,
टू
व्हीलर, फोर व्हीलर वाहन तथा अन्य उत्पादों के फर्जी तथा जाली बिल, स्वयं
की पहचान के नकली आधार कार्ड, आदि खरीददार को व्हॉट्सएप्प पर भेजकर
यह विश्वास दिलाते हैं कि अनावेदक किसी डिफेंस सर्विसेस में कार्यरत् हैं एवं
आर्म्ड फोर्स में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। इन ठगोरों पर विश्वास करके
खरीददार, एडवांस राशि ठगोरों के बताये अनुसार ई-वॉलेट एवं उनके निजी खातों में
जमा कर भुगतान करके चुका देते हैं।
ठगी एवं धोखाधड़ी करने वाले आरोपी इतने चालाक
होतें हैं कि ठगी करने के लिये खरीददारों को उत्पाद कोरियर के माध्यम से भेजे जाने
का प्रलोभन देकर उन्हें फर्जी कोरियर स्लिप, पार्सल देते हुए
फोटोग्राफ, आदि जाली दस्तावेज व्हॉट्सएप्प पर भेजकर यह
विश्वास दिलाते हैं कि उनके द्वारा खरीदी गई वस्तु आर्मी ओवरनाइट कोरियर के माध्यम
से भेज दी गयी है। इसके बाद इन्हीं ठगोरों के द्वारा एक-दो दिवस किसी अन्य मोबाईल
नंम्बर से खरीददारों से सम्पर्क करस्वयं को कोरियर बॉय बताया जाता है तथा यह यकीन
दिलाया जाता है कि आपके द्वारा बुक की गयी वस्तु (मोबाईल फोन, टू
व्हीलर, फोर व्हीलर आदि) आपके पते पर डिलीवरी भेजे जाने हेतु संबंधित कोरियर
कार्यालय में आ चुकी है लेकिन बदले में खरीददारों से एडवांस भुगतान के बाद चुकाई
जाने वाली शेष राद्गिा का भुगतान हेतु यह कहकर विवश किया जाता है कि शेष राशि का
भुगतान ऑनलाईन माध्यम से प्रदाय किये गये ई वालेट अथवा बैंक खातों में जमा कर,
तत्काल
किया जावे तभी वस्तु आपके सुपुर्द की जायेगी। विश्वास करते हुये कई खरीददारों
द्वारा वस्तु के सौदे के लिये तय की गई संपूर्ण राशि ठगोरों के ई वॉलेट्स एवं
बैंक खातों में ट्रांसफर कर भुगतान कर दी जाती हैं। संपूर्ण राशि प्राप्त होने के
बाद भी जब उन्हें खरीदी गई वस्तु प्राप्त नहीं होती है ना ही उनके द्वारा भुगतान
की गई राशि वापस प्राप्त होती है ऐसी स्थिति में खरीददार स्वयं को ठगा हुआ महसूस
कर शिकायत करते हैं।
सिर्फ क्राईम ब्रांच में वर्ष 2018
एवं वर्ष 2019 मे (OLX) बेवसाईट पर कार, मोटरसायकल,
मोबाईल
व अन्य कीमती सामान के क्रय-विक्रय से संबंधित छलकपटपूर्वक, ठगी एवंधोखाधडी
के 100 से अधिक प्रकरण शिकायतों के माध्यम संज्ञान में आये हैं जिन पर से
थाना अपराध शाखा मे अपराध क्रमाँक 06/18 धारा 419, 420, 467, 468, 471,
120बी,
भादवि
एवं आईटी एक्ट तथा वर्ष 2019 मे अपराध क्रमाँक 04/19
धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी, भादवि के तहत,
अपराध
पंजीबद्ध कर थाना अपराध शाखा द्वारा विवेचना की जा रही है।
दौराने विवेचना यह तथ्य ज्ञात हुआ कि इस प्रकार
की धोखाधडी करने वाले व्यक्ति म0प्र0, उ0प्र0,
राजस्थान,
पश्चिम
बंगाल, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र,
बिहार,
उत्तराखण्ड,
तेलंगाना,
झारखण्ड,
छत्तीसगढ़
तथा पंजाब के रहवासी हैं जोकि ना सिर्फ म0प्र0 अपितु संपूर्ण
राष्ट्र में व्यापक स्तर पर ठगी का नेटवर्क स्थापित कर बैंठें है। राजस्थान
हरियाणा के सीमावर्ती ईलाके मेवात क्षेत्र में बैठ कर ठगी कर रहें व्यक्तियों को
स्थानीय भाषा मे ''टटलू'' कहते हैं। यह क्षेत्र काफी अशिक्षित,
दुर्गम,
व
अविकसित है। इन ठगोरों की गिरफ्तारी हेतु तकनीकी उपक्रमों के आधार पर सूचना संकलित
कर, उप पुलिस अधीक्षक श्री आलोक शर्मा के नेतृत्व मे दस सदस्य की टीम
रवाना हुई जिनके द्वारा स्थानीय राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर सीमावर्ती
इलाकोंविशेषकर मेवात क्षेत्र में आरोपियों की गहन पतारसी की गई।
टीम ने आरोपीगणों को चिन्हित कर उनकी
तलाश में भरतपुर राजस्थान के ग्राम कामा, झेंझपुरी, गडी झिलपट्टी,
पहाड़ी,
डिमरी
एवं जाजमका आदि जगहों पर पहुंचकर दबिश दी जहां कामा गांव से आरोपी गोकुल प्रसाद
पिता राधेलाल उम्र 48 साल नि. पवनकुंज कालोनी कामा भरतपुर राजस्थान,
को
पतासाजी कर पकड़ा गया। आरोपी अपराध शाखा इंदौर के अपराध क्रमांक 04/19
नामजद आरोपी था। फरियादी द्वारा की गई शिकायत की जांच में यह बात सामने आई थी कि
उसको ओएलएक्स पर स्वीफ्ट डिजायर कार खरीदने के लिये, 1.5 लाख रुपये जमा
कराये जाकर अज्ञात व्यक्ति ने ठग लिया जिसके मोबाईल नम्बर तथा बैंक डिटेल की
जानकारी के आधार गोकुल प्रसाद पिता राधेलाल उम्र 48 साल के विरूद्ध
प्रकरण कायम किया गया था जिसने पुलिस पूछताछ में उपरोक्त वारदात को अंजाम दिया
जाना स्वीकार किया है। आरोपी से घटना मे प्रयुक्त मोबाईल फोन भी बरामद किया गया
है। अन्य गिरफ्तार किये गये आरोपी 2. विकास कुशवाह पिता रामअवतार कुशवाह
उम्र 20 साल निवासी ग्राम माता का पुरा गोहद भिंड अपराध शाखा के अपराध
क्रमाँक 06/18 धारा420, 419, 467, 468, 471, 120-बी
भादवि में फरार चल रहा था, जिसने इंस्टाग्राम पर सस्तें दामों में
एप्पल आईफोन मोबाईल बेचने का फर्जी विज्ञापन डालकर, एक फरियादी से
एडवांस बतौर 15 हजार रुपये जमा कराकर, धोखाधडीपूर्वक
ठगी की गई थी। आरोपी विकास कुशवाह व्दारा जुर्म स्वीकार किया गया जिसके कब्जे से
घटना मे प्रयुक्त मोबाईल व सिम जप्त की गयी है।
आरोपीगणों ने पूछताछ में बताया कि वे
लोगों से ठगी का पैसा इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति के खाते में
डलवाते हैं जिसके खाते मे वह पैसा डलवाते है उस खाते से वह पैसा निकालने के लिये
कभी भी गाँव से बाहर नहीं जाते हैं इसके लिये उन्होंने एक ई-मित्र बनाये हुयें है
जोकि सायबर कैफे चलाते हैं तथा0 ठगी से प्राप्त राशि को बैंक खाते से
आहरित कर, कमीशन लेकर आरोपीगणों को देते है।
आरोपी गोकुल ने पूछताछ में बताया कि वह
कक्षा 8वीं तक पढ़ा है तथा ग्राम कामा जिला भरतपुर राजस्थान का रहने वाला है
तथा पेशे से ड्रायवर है। आरोपी ने बताया कि कामा के आसपास के गाँवों में मेवाती
लोग रहते हैं जिसमें अधिकतम युवा (OLX) वेबसाईट के माध्यम ठगी करते हैं। उन्हीं
मेवाती लोगों के संपर्क मे रहकर आरोपी गोकुल ने ठगी का तरीका सीखा था। आरोपी विकास
कुशवाह निवासी गोहद, जिला भिंड ने पूछताछ में बताया कि वह कक्षा 12वीं
तक पढ़ा है तथा वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। आरोपी ने
जुर्म कबूलते हुये बताया कि उसने इंस्टाग्राम पर एप्पल आईफोन बेचने के लिये एड
डाला था एड को देखकर महिम गोयल नामक व्यक्ति ने उससे संपर्क किया तो 15
हजार रुपये मे फोन का सौदा वाट्सएप पर तय हो गया था। आरोपी व्दारा कुल 15000/-
रुपये
फरियादी से एडवांस आनलाईन बैकिंग के माध्यम से डलवाये गये किन्तु उसे ना तो मोबाईल
भेजा गया ना ही पैसे लौटाये गये।
क्राईम ब्राँच इंदौर को (OLX) पर
ऑनलाईन ठगी करने वाले गिरोह के 02 सदस्यों को गिरफ्तार करने मे सफलता
हासिल हुयी है आरोपियों का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर, अन्य ठगोरों तथा
गिरोह के लोगों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जायेगी।
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