इन्दौर-
दिनांक 22 मई 2019- बच्चों की देखभाल और उनका संरक्षण एवं उनके
शोषण की रोकथाम की दिशा में कार्य करने वाली संस्था सेव द चिल्ड्रन के 100
वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में, बच्चों की सुरक्षा, उनकी
देखभाल एवं उनके कानूनी अधिकारों के लिये काम करने वाली संस्थाओं में समन्वय
स्थापित करने के उद्देश्य से इन्दौर की फेयर फिल्ड मेरियट होटल में एक 2
दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिला विधिक सहायता
प्राधिकरण के सचिव एडीजे श्री वैभव मंडलोई, अति. पुलिस
अधीक्षक (मुखयालय) इन्दौर श्रीमती मनीषा पाठक सोनी, बाल कल्याण
समिति इन्दौर की अध्यक्ष सुश्री माया पाण्डे, उप पुलिस
अधीक्षक क्राइम ब्रांच (पोक्सो ई बाक्स एप्प के नोडल) श्री आलोक शर्मा, सेव
द चिल्ड्रन संस्था के श्री प्रदीप जी, श्री दीपेंद्र सिंह, पहल जन सहयोग संस्थान
के प्रवीण गोखले सहित जिला इन्दौर व उज्जैन के एनजीओ, सीडब्ल्यूसी एवं
जेजेबी के सदस्य उपस्थित रहे।
उक्त कार्यशाला में आज बाल श्रम के विषय में
चर्चा की गयी, जिसमें 14 वर्ष से कम
उम्र के बच्चों से व्यवसायिक रूप से काम करवाने वालों के विरू़द्ध दिये गये कानूनी
प्रावधानों के बारें में विस्तृत रूप से बताया गया साथ ही बच्चों के शोषण की
रोकथाम हेतु किये जाने वाले सामाजिक प्रयासों आदि के संबंध में भी आपसी समन्वय के
साथ काम करने पर जोर दिया गया। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों द्वारा बच्चों से बाल
श्रम करवाने की प्रवृत्ति पर नियत्रंण हेतु भी, उन्हे उचित
समझाईश देकर बच्चों को पढ़ाने व इस संबंध में शासन की विभिन्न योजनाओं से भी उन
परिवार व बच्चों अवगत कराया जाये इसके लिये हम सभी को मिलकर कार्य करना चाहियें।
इस
कार्यशाला के माध्यम से बच्चों की सुरक्षा, उनकी देखभाल एवं
शोषण को रोकने के लिये, सरकार द्वारा बनाई गयी विभिन्न योजनाओं व
कानूनी प्रावधानों के संबंध में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता लाने के लिये सभी ने
एकजुट होकर कार्य करने के लिये प्रयास किये जाने के बारें में सहमति व्यक्त की।
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