इन्दौर-दिनांक
09 अप्रैल 2019- इन्दौर
शहर को स्वच्छता की तरह बेहतर ट्रेफिक में भी नम्बर वन बनानें के लिये, कृत
संकल्पित इन्दौर पुलिस द्वारा शहर की यातायात व्यवस्थाओं को और अधिक सुव्यवस्थित व
बेहतर बनाने के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसी कड़ी में अति. पुलिस
महानिदेशक, इन्दौर ज़ोन इन्दौर श्री वरूण कपूर व
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र के मार्गदर्शन में, इंडियन
इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इन्दौर के प्रोफेसर्स की एक टीम से यातायात पुलिस
इन्दौर को साथ में लेकर, शहर में यातायात सुधार हेतु एक सर्वे
करवाया गया है। आईआईएम के प्रोफेसरों की टीम द्वारा तैयार की गयी उक्त सर्वे
रिपोर्ट को आज दिनांक 09.04.19 को प्रोफेसर श्री राजहंस मिश्रा
द्वारा अति. पुलिस महानिदेशक, इन्दौर ज़ोन इन्दौर श्री वरूण कपूर से
सौजन्य भेंट कर प्रस्तुत की गयी।
इन्दौर
शहर की यातायात व्यवस्थाओं को और बेहतर व सुव्यवस्थित करने के लिये निरंतर प्रयास
किये जा रहे है। इसी तारतम्यमें यातायात व्यवस्थाओं में तकनीकी सुधार व अन्य
बिुदंओं पर तकनीकी दृष्टिकोण से सुधार व सुझाव हेतु आई.आई.एम. इन्दौर के डायरेक्टर
प्रोफेसर श्री हिमांशु राय, प्रोफेसर श्री राजहंस मिश्रा व
प्रोफेसर श्री सौरभ चंद्र की एक टीम पिछले 3
माह से सर्वे कर रही थी। उक्त प्रोफेसरों की टीम के साथ पुलिस अधीक्षक (मुखयालय)
इन्दौर श्री अवधेश गोस्वामी व अति. पुलिस अधीक्षक यातायात श्री महेन्द्र जैन के
निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक यातयात श्री उमाकांत चौधरी कोआर्डिनेटर के रूप
में लगातार उनके साथ लगे रहे। उक्त टीम ने
5E - E- Education, E- Engineering,
E- Enforcement, E- Emergency, E- Environment के
आधार पर रिपोर्ट तैयार की गयी है, जिसमें शार्ट टाईम व लांग टाईम में
होने वाले कार्यो व सुधारों के बारें में विस्तार से बताया गया है।
टीम
ने शहर के एबी रोड़, रिंग रोड़, बायपास
सहित सभी मार्गो व चौराहों पर जाकर, वहां
के ट्रेफिक लोड व इन्फ्रास्ट्रकचर को देखा गया। टीम द्वारा शहर में बेहतर व सुगम
यातयात व्यवस्था हेतु हर बिंदु व दृष्टिकोण व उनमें होने वाले तकनीकी सुधारों व
खामियों पर गहनता के साथ अध्ययन कर, आने
वाले समय मेंवर्ष 2025 तक इन्दौर शहर में होने वाले विकास
कार्यो व शहर की बढ़ती हुई जनसंखया व लगातार बढ़ती हुई वाहनों की संखया को ध्यान में
रखते हुए एक 34 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की
गयी है, जिसमें उन्होने कई सुझाव आदि दिये गये
है, जिनमें से कुछ मुखय बिंदु इस प्रकार है-
·
इन्दौर शहर के मुखय व व्यस्ततम चौराहों
जैसे- नवलखा, भंवरकुआं, व्हाइट
चर्च, राऊ चौराहे पर फ्लाय ओवर ब्रिज बनवायें जायें।
·
कुछ प्रमुख चौराहों पर लेफ्ट टर्न व
कुछ पर एक्सटेंडेट लेफ्ट टर्न को और बढ़ाया जाएं।
·
सभी मुखय चौराहों पर आर.एल.व्ही.डी.
सिस्टम आवश्यक रूप से लगवायें जायें, जिससे
लोगों में यातायात नियमों को पालन करने की प्रवृत्ति बढे़ तथा जिन चौराहों पर ये
सिस्टम लगें है, उनका भी सुव्यस्थित रूप से संचालन किया
जाये।
·
शहर में चारों ओर सभी दिशाओं में भारी
वाहनों के आगमन के लिये एक नयी रिंग रोड़ की आवश्यकता बतायी गयी।
·
शहर के 151
चौराहो को ए, बी, सी, कैटेगरी
के रूप में वर्गीकत कर, उसके अनुसार इनके लिये कार्ययोजना
बतायी गयी है।
·
शहर की सघनता को ध्यान में रखते हुए, इंटर
सिटी बस टर्मिनल को शहर के बाहरी हिस्सों
में बनाये जाने पर बल दिया गया है।
·
शहर में पार्किंग की समस्या पर भी
अध्ययन कर शहर के व्यस्ततम बाजारों व मार्गो पर मल्टी लेवल पार्किंग की व्यवस्था
की जाने की सिफारिश की गयी है, जैसे राजवाड़ा व आसपास के लिये कान्ह
नदी के आस-पास एवं 56 दुकान के पास के एरिया के लिये भी कुछ
स्थान बताये गये है।
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