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भारतीय सैनिक/अर्ध्यसैनिक बलों (सेना, सीआईएसएफ, बीएसएफ, पुलिस
आदि) के सुरक्षाकर्मियों के पहचान से संबंधित दस्तावेजों तथा पहचान पत्रों का
दुर्पयोग कर आम जनता से ऑनलाईन वॉलेट के
माध्यम से प्राप्त की जा रही है ठगी की राशि।
इन्दौर-
18 अप्रैल 2019- इन्दौर
शहर में बढ़ रही सायबर ठगी संबंधित शिकायतों के निराकरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
इन्दौर श्रीमती रुचिवर्धन मिश्र द्वारा पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इन्दौर श्री
अवधेश कुमार गोस्वामी को निर्देशित किया गया था उक्त निर्देशों के तारतम्य में
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रान्च श्री अमरेन्द्र सिहं द्वारा सायबर ठगी
संबंधित शिकायतों के निराकरण हेतु सायबर अपराध अनुसंधान टीम को समुचित दिशा
निर्देश दिये गये थे ।
क्राईम ब्रान्च की सायबर अपराध
अनुसंधान टीम को वर्ष जनवरी 2018 से
मार्च 2019 के मध्य ओएलएक्स विज्ञापन साईट से संबंधित कुल
104 शिकायतें वरिष्ठ कार्यालयों, अपराध शाखा
कार्यालय तथा सिटिज़न कॉप के माध्यम से प्राप्त हुई जिनकी जांच के दौरान यह तथ्य पाये गये कि कुछ
असामाजिक तत्वों / ठगों द्वारा ओएलएक्स पर महंगे मोबाइल फोन अथवा दो पहिया/चार
पहिया वाहनों के फर्जी लुभावने विज्ञापन देकर तथा आम जनता को विश्वास में लेने के
उद्देश्य से भारतीय सैनिक/अर्ध्यसैनिक
बलों (सेना, सीआईएसएफ, बीएसएफ, पुलिस
आदि) के सुरक्षाकर्मियों के पहचान से संबंधित दस्तावेजों तथा पहचान पत्रों का
दुर्पयोग कर आम जनता से छल पूर्वक उनसे भिन्न-भिन्न समस्याओं का हवाला देकर टुकड़ों
में अधिक से अधिक राशि ई वॉलेट मुख्यतः पेटीएम अथवा बैंक के खातों में एडवान्स में
प्राप्त कर ली जाती है तथा अधिक से अधिक राशि प्राप्त करने के पश्चात विज्ञापन में
दी गयी वस्तु आवेदकों तक न पहुंचा कर उनके साथ धोखा धड़ी की जाती है ।
उक्त शिकायतों में जांच के दौरान
यह पाया गया कि आवेदकों को यह विश्वास दिलाया जाता हैं कि क्रय की गयी वस्तु आपके
पास ओवरनाइट कुरियर के माध्यम से अगले 24 घण्टो में
पहुंचा दी जावेगी जिससे आवेदक जल्द से जल्द ज्यादा से ज्यादा राशि दिये गये ई
वॉलेट्स अथवा बैंक के खाते में जमा कर देते हैं । उक्त शिकायतों में जांच के दौरान
यह पाया गया है कि जिन ई वॉलेट्स तथा बैंक के खातों में राशि जमा की गयी हैं वे
मुख्यतः राजस्थान के भरतपुर जिले की डीग, कमान, खोह
तेहसील तथा अल्वर जिले से संबंधित हैं ।
शिकायतों की जांच के दौरान इस
प्रकार की ठगी में लिप्त पाये गये लगभग 250 विभिन्न E वॉलेट्स
तथा लगभग 225 विभिन्न बैंकों के खातों को बन्द कराकर सायबर
ठगों की कमर तोड़ी गयी तथा उक्त प्राप्त शिकायतों में से कुल 75
शिकायतों पर थाना अपराध शाखा में अपराध पंजीबध्द कराया गया हैं जिसमें लगातार
विवेचना की जाकर आरोपियों की पतारसी के प्रयास किये जा रहे हैं । इसके अतिरिक्त
क्राइम ब्रान्च इन्दौर के द्वारा ओएलएक्स विज्ञापन साईट पर लगातार निगरानी की जा
कर फर्जी विज्ञापनों को पहचान कर उन्हें
हटाया गया जिससे कि आम जनता को इस प्रकार की सायबर ठगी से बचाया जा सके ।
इसके अतिरिक्त आमजन से यह अनुरोध किया जाता है
कि ओएलएक्स पर कुछ भी क्रय अथवा विक्रय
करते समय निम्न लिखित बिन्दुओं पर ध्यान देवें-
o ओ
एल एक्स पर कोई भी वस्तु खरीदते समय राशी
ई वॉलेट द्वारा एडवान्स में न दें ।
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यदि
कोई व्यक्ति ओ. एल एक्स पर किसी भी वस्तु का विक्रय करते समय सैनिक/अर्ध्यसैनिक
बलों के सुरक्षाकर्मियों के पहचान से संबंधित दस्तावेज तथा पहचान पत्र पेश करता है
तो उस पर तुरन्त विश्वास न करें तथा जांच पड़ताल कर ही खरीदे।
o किसी भी वस्तु को ओ एल एक्स पर क्रय
करते समय जहां तक सम्भव हो आमने सामने पब्लिक प्लेस पर मिलकर ही खरीदे।
o ओ एल एक्स पर किसी भी वस्तु का क्रय
करते समय विक्रेता की WhatsApp live location प्राप्त करने का
प्रयास करें ।
·
ओ
एल एक्स पर किसी भी वस्तु का क्रय करते समय विक्रेता के साथ हुई whatsapp चैट पर विश्वास न करें।
o ओ एल एक्स वस्तु को क्रय करते समय
विक्रेता द्वारा दी गयी किसी भी प्रकार की कोरियर स्लिप पर बिना जांच पड़ताल के
विश्वास न करें ।
o ओ एल एक्स वस्तु को क्रय करते समय जब
तक वस्तु प्राप्त कर जांच परख न कर लें किसी भी प्रकार का पेमेन्ट न करें ।
o यदि
आपके साथ इस प्रकार की कोई भी घटना घटित होती है तो ओ एल एक्स पर तथा इन्दौर पुलिस
के हेल्पलाईन नं. 7049124445, 7049124444 पर तुरन्त सम्पर्क करें।
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