इन्दौर-दिनांक
17 अप्रैल 2019- दिनांक 03/04/2019 को
थाना द्वारकापुरी क्षेत्र में शुभम अस्पताल के पास मोबाईल एवं पर्स छिनने के
प्रयास के दौरान एलआईसी अधिकारी यतिन पिसे को चाकू मारकर हत्या करने एवं अन्य
व्यक्ति राजेश को घायल करने वाला मुखय आरोपी राहुल उर्फ मनीष उर्फ शातिर पिता
शेरसिंह ठाकुर निवासी गुलाबबाग कालोनी थाना चंदननगर इंदौर द्वारा घटित घटना की
गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महोदय इंदौर जोन
इंदौर एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला इंदौर के मार्गदर्शन में टीमें गठित कर,
आरोपियों
की शीघ्र गिरफतारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
उक्त टीम द्वारा
पूर्व में दिनांक 11/04/2019 को घटना के 03 आरोपी चिंतामन
उर्फ आषीष, गोलु एवं श्याम को गिरफतार करने में सफलता
प्राप्त की गयी थी। किंतु प्रकरण का मुखय आरोपी राहुल उर्फ मनीष पिता शेरसिंह ठाकुर
घटना दिनांक से ही फरार चल रहा था। आरोपी बहुत शातिर होकर बार बार अपने ठिकाने बदल
रहा था। उक्त आरोपी राहुल की तलाष में पुलिस टीम द्वारा पेटलावद, आगर,
रतलाम,
पिथमपुर
धार, झाबुआ व अन्य संभावित स्थानों पर लगातार दबिषदी गयी थी। किंतु आरोपी
राहुल हर बार पुलिस को चकमा देकर भाग जाता था।
आरोपी राहुल की
तलाश के दौरान विश्वस्थ मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी राहुल फुटी कोठी में
पीछे खंडहरनुमा भवन में छत पर छुपा हुआ है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस टीम मौके
पर पहुंची तथा घेराबंदी कर टार्च की रोषनी में देखा तो एक संदिग्ध छत पर दिखा। जो
पुलिस को देखकर भागने के प्रयास में छत से कुदा। जिसे पुलिस टीम ने घेराबंदी कर
पकडा। संदिग्ध व्यक्ति का नाम पता पूछा तो अपना नाम राहुल उर्फ मनीष बताया।आरोपी
राहुल से घटना के संबंध में पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा जुर्म स्वीकार कर चाकूबाजी
कर हत्या करना व अन्य स्थानों से मोबाईल छिंनना स्वीकार किया। तब आरोपी राहुल को
मौके पर विधिवत गिरफतार किया गया। भागने के प्रयास में छत से कूदने के कारण आरोपी
राहुल के दोनों पैरों में चोंटे आयी है।
आरोपी राहुल से
पूछताछ में घटना में प्रयुक्त चाकू, घटना वक्त पहने गये कपडे एवं जूते तथा
अन्य घटनाओं में लूटे गये 04 मोबाईल भी जप्त किये गये। फरार अवधि
में आरोपी राहुल से अन्य घटनाओं के संबंध में पूछताछ एवं इसके साथीगणों के
बारेंमें पूछताछ की जा रही हैं।
फरारी
के दौरान आरोपी राहुल पैटलावद, थांदला, ओंकारेश्वर,
पीथमपुर
आदि स्थानों पर रहा है। घटना के बाद पकडा न जायें इस हेतु सिर के बाल, दाडी,
मूंछ
कटा लेना बताया है। आरोपी ने यह भी बताया कि उसके पास लूटे गये मोबाईल फोन होने के
बावजूद भी किसी से मोबाईल फोन पर संपर्क नहीं रखता था ताकि घटना करने के बाद पकडा
न जा सकें। आरोपी के अजमेर भागने की योजना थी।
विवेचना अंतर्गत
पुलिस द्वारा लगभग 200 लोगों से विस्तृत पूछताछ की गयी। इसमें इसके
परिजनों, रिश्तेदार, दोस्तों, पूर्व में
अपराधों में लिप्त साथी शामिल थे। इस प्रकार महत्वपूर्ण सूचनाओं पर आधारित मुखबिर
सूचना तंत्र मजबूत किया गया। जिस कारण आरोपी को पकडने में सफलता मिल सकी।
आरोपी राहुल
उर्फ मनीष की गिरफतारी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र
एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम जिला इंदौर श्री सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त
पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन-2 इंदौर श्री मनीष खत्री के नेतृत्व में
गठित टीम, नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री अखिलेष सिंह रैनवाल, थाना
प्रभारी द्वारकापुरी श्री आर.एन.एस. भदौरिया,थाना प्रभारी
राजेन्द्रनगर श्री सुनिल शर्मा एवं आरक्षक के.सी. शर्मा थाना राजेन्द्रनगर,
आरक्षक
शशांक, आरक्षक तनय, आरक्षक स्वदीप, चालक अमरपाल
थाना द्वारकापुरी, आरक्षक प्रदीप थाना भंवरकुंआ, आरक्षक
विपिन एवं आरक्षक नरेन्द्र चालक, आारक्षक उइके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
कार्यालय पश्चिम जोन 02 इंदौर, आरक्षक
धर्मेन्द्र राठौर नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय अन्नपूर्णा इंदौर की महत्वपूर्ण
भूमिका रही।
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