Wednesday, November 14, 2018

16 वर्षो से फरार स्थायी वारंटी, पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा गिरफ्तार। · वर्ष 1989 के सांप्रदायिक दंगे के प्रकरण में, 16 सालों से फरार होकर हुलिया एवं नाम पते बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था।


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इन्दौर-दिनांक 14 नवंबर 2018-शहर में अपराध एवं अवैधानिक गतिविधियों पर नियत्रंण हेतु, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा प्रकरणों में फरार अपराधियों एवं वारंटियों की धरपकड़ हेतु विशेष प्रयास कर प्रभावी कार्यवाही के लिये इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है साथ ही आगामी चुनावों को देखते हुए, थाना क्षेत्र के स्थायी व फरार वारंटियों को पकड़ने के लिये विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री सिध्दार्थ बहुगुणा व अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन-01 श्री गुरुप्रसाद पाराशर, सीएसपी श्री डीके तिवारी के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए, पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा 16 साल से फरार एक स्थायी वारंटी को पकड़ने मे महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
            थाना क्षेत्र के सभी फरार व स्थायी वारंटियों की धरपकड़ हेतु एक विशेष कार्ययोजना तैयार कर कार्यवाही के लिये, थाना प्रभारी छतरीपुरा  श्री शैलेंद्र सिंह जादौन द्वारा टीमें गठित कर, वारंटियों की पतारसी हेतु योजनाबद्ध तरीके से लगाया गया। इसी दौरान टीम को मुखबिर तंत्र से सूचना मिलने पर,  सन 1989 के सांप्रदायिक दंगे के एक प्रकरण में पिछले 16 वर्षो से फरार स्थायी वारंटी नजमुल हसन  पिता  अब्दुल हसन  निवासी  11/2 छत्रीपुरा इंदौर को पकड़ा गया।
आरोपी नजमुल हसन, थाना छत्रीपुरा के अप. क्र. 831/1989 धारा 147 148 149 295 336 भादवि में  न्यायालयीन कार्यवाही में नही आकर, फरार हो गया था, जिस पर मान. न्यायालय द्वारा दिनांक  12.6.2002 को इसके विरूद्ध स्थायी वारंट जारी किया गया था। आरोपी फरार होकर हुलिया  एवं नाम पता बदलकर, पिछले 16 वर्षो से पुलिस को चकमा दे रहा था। पुलिस थाना थाना छत्रीपुरा की टीम ने बडी मेहनत एवं सूचना संकलन के आधार पर उक्त शातिर स्थायी वारंटी को पकडने में सफलता पायी। पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा आरोपी नजमुल हसन पिता अब्दुल हसन को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।
            उक्त आरोपी को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी छत्रीपुरा श्री शैलेंद्र सिंह जादौन, सउनि राम सिंह बघेल तथा आरक्षक राजेश मिश्रा  की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही ।




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