Friday, November 16, 2018

11 वर्षो से फरार स्थायी वारंटी, पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा गिरफ्तार।


·        
·        वर्ष 1992 के नकबजनी के प्रकरण में फरार होकर हुलिया एवं नाम पते बदलकर, दे रहा था पुलिस को चकमा । 

इन्दौर-दिनांक 16 नवंबर 2018-शहर में अपराध एवं अवैधानिक गतिविधियों पर नियत्रंण हेतु, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा प्रकरणों में फरार अपराधियों एवं वारंटियों की धरपकड़ हेतु विशेष प्रयास कर प्रभावी कार्यवाही के लिये इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है साथ ही आगामी चुनावों को देखते हुए, थाना क्षेत्र के स्थायी व फरार वारंटियों को पकड़ने के लिये विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री सिध्दार्थ बहुगुणा व अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम जोन-01 श्री गुरुप्रसाद पाराशर, सीएसपी श्री डीके तिवारी के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए, पुलिस थाना छतरीपुरा द्वारा 11 साल से फरार एक स्थायी वारंटी को पकड़ने मे महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
थाना क्षेत्र के सभी फरार व स्थायी वारंटियों की धरपकड़ हेतु एक विशेष कार्ययोजना तैयार कर कार्यवाही के लियेथाना प्रभारी छत्रीपुरा श्री शैलेंद्र सिंह जादौन द्वारा टीमें गठित कर, वारंटियों की पतारसी हेतु लगाया गया। इसी दौरान टीम को मुखबिर तंत्र से सूचना मिलने परसन 1992 के नकबजनी के प्रकरण में पिछले  11 वर्षो से फरार स्थायी वारंटी पप्पू और मधुसूदन पिता सुगन चंद्र गहलोत उम्र 48 वर्ष निवासी 333 आदर्श इंदिरा नगर इंदौर को पकड़ा गया। आरोपी पप्पू उर्फ मधुसूदन, थाना छत्रीपुरा के अप. क्र. 19/1992 धारा 457 380 भादवि में पिछले 11 वर्ष से न्यायालयीन कार्यवाही में उपस्थित न होकर फरार था, जिस पर मान. न्यायालय द्वारा दिनांक  12.7.2007 को इसके विरूद्ध स्थायी वारंट जारी किया गया था। आरोपी फरार होकर हुलिया  एवं नाम पता बदलकरपिछले 11 वर्षो से पुलिस को चकमा देकर अपनी उपस्थिति छुपा रहा था  तथा चोरी छिपे इन्दौर आता जाता था। पुलिस थाना  छत्रीपुरा की टीम ने बडी मेहनत एवं सूचना संकलन के आधार पर उक्त शातिर स्थायी वारंटी को पकडने में सफलता पायी। पुलिस थाना छत्रीपुरा द्वारा आरोपी पप्पू उर्फ मधुसूदन  गहलोत को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है।
उक्त आरोपी को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी छत्रीपुरा श्री शैलेंद्र सिंह जादौन  एवं उनकी टीम के प्रधान आरक्षक उमाकांत चतुर्वेदी एवं आरक्षक सचिन  की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही ।



No comments:

Post a Comment