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इन्दौर-दिनांक
12 अक्टूबर 2018-पुलिस
उप महानिरीक्षक इन्दौर (शहर) श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा इन्दौर शहर में
चोरी/नकबजनी आदि की वारदातों पर नियंत्रण रखने, तथा
पूर्व में घटित हुये चोरी/नकबजनी के प्रकरणों में संलिप्त आरोंपियों की पतारसी कर
माल मश्रुका बरामद करने के लिये इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त
निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय), इन्दौर
श्री मो0 यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच, इन्दौर
श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीमों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही
करते हुये आरोपियों तथा माल-मुलजिम की पतारसी बाबत् समुचित दिशा-निर्देश दिए गये।
इसी दिशा में कार्यवाही करते हुए, क्राइम
ब्रांच टीम को सूचना प्राप्त हुई थी कि थाना बाणगंगा, तुकोगंज, हीरानगर
आदि थाना क्षेत्रों में वाहन चोरी, लूट, अवैध
हथियार रखने एवं मारपीट के आरोप में पूर्व में कई बार बंद हो चुका आरोपी पवन पिता
जगदीश जसोदिया निवासी टिगरिया बादशाह बद्रीधाम कालोनी बाणगंगा, ने
इंदौर शहर में थाना कनाड़िया क्षेत्र में चोरी की कई वारदातों को अंजाम दिया है तथा
वह वर्तमान में भी चोरी की वारदात करने के प्रयास में थाना कनाड़िया क्षेत्र में
रैकी कर रहा है। उपरोक्त ज्ञात सूचना के विषय में जानकारी एकत्रित कर क्राईम
ब्रांच व पुलिस थाना कनाड़िया की टीम
द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए आरोपी पवन पिता जगदीश जसोदिया को धरदबोचा जिसके
पास एक पेशन प्रो मोटरसायकल मिली। उक्त दो पहिया वाहन के संबंध में आरोपी से
पूूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि आरोपी ने इस गाड़ी को कुछ दिन पहले उज्जैन से चोेरी
किया था। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त मोटर सायकल जप्त कर आरोपी को हिरासत में
लिया गयातथा आरोपी पवन से अन्य घटनाओं के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिसमें
उसने थाना कनाडिया क्षेत्रांतर्गत पिछले चार माहों में अलग-अलग घरों में घुसकर चोरी कर नकबजनी की 04
वारदातों को अंजाम दिया जाना स्वीकार किया।
आरोपी
ने पुलिस टीम को बताया कि वह रहवासी क्षेत्रों में घूमकर सूने मकानों की रैकी करता
था तथा मौका पाकर वारदातों को अंजाम देता था। आरोपी से थाना कनाड़िया क्षेत्र के
मानवता नगर में निवासरत् इण्डियन कोस्टल गॉर्ड में पदस्थ डिप्टी कमाण्डेंट महिला
के घर हुई लगभग 05 लाख रूपये मश्रुका की नकबजनी की
वारदात के अपराध क्रमांक 291/18 धारा 454, 380 का
भी खुलासा हुआ है। उपरोक्त के परिपेक्ष में पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये
आरोपी पवन जसोदिया के कब्जे से चोरी किये गये सोने-चांदी के जेवरात (सोने का एक
पेंडल, दो कान के टॉप्स, एक
सोने की चेन, चांदी की पायजेब, सोने
के तीन हार, सोने के चार कड़े, सोने
की 4 अंगूठी, सहित
चांदी के आभूषण आदि) कीमती करीबन 10
लाख रूपये का मश्रुका बरामद किया गया हैं।
आरोपी से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वह
भीड़भाड़ वाले इलाकों, बस स्टेण्ड, रेलवे
स्टेशन व ट्रेनों में सफर के दौरान इंदौर, उज्जैन, रतलाम, भोपाल, आदि
स्थानों के बीच रूट पर मौका पाकर मोबाईल स्नेचिंग एवं यात्रियों के बैग, सूटकेस, आदि
बहुमूल्य सामान को चोरी करने की घटनाऐं भी कारित करता था। आरोपी पवन से इस प्रकार
चोरी किये गये 20 मोबाईल फोन भी बरामद हुए हैं। पूछताछ
में आरोपी से यह भी खुलासा हुआ कि वह अपने शौक पूरे करने के लिये मोटर सायकलें
चोरी करता थ जिनका उपयोग वह घूमने-फिरने के लिये करता था। आरोपी चोरी की गई मोटर
सायकल से घूमने फिरने के दौरान, यदि अन्य किसी स्थान पर खड़ी कोई अन्य
मोटर सायकल पसंद आ जाये तो स्वयं उपयोग करने वाली मोटर सायकल को वहीं छोड़कर, पसंद
आई नई मोटरसायकल लेकर चंपत हो जाता था। आरोपी पवन की निशानदेहीं पर कुल 10
मोटरसायकलें बरामद की गई हैं, जिन्हें उसने इंदौर के सांवेर, छोटी
ग्वालटोली, अन्नपूर्णा एवं उज्जैन के जी0आर0पी, नागझिरी, कोतवाली, आदि
थाना क्षेत्रों से चोरी करने के उपरांत, उपयोग
कर दूसरी जगह छोड़ना बताया था।
आरोपी ट्रेनों में सफर के दौरान चोरी
करने के बाद भी, रेलवे स्टेशन पर उतरकर किसी दूसरी जगह
जाने के लिये, उसी रेलवे स्टेशन क्षेत्र से ही मोटर
सायकल वाहन चुरा लेता था। आरोपी पवन जसोदिया पूर्व में कई बार चोरी, लूट, अवैध
हथियार, मारपीट आदि के अपराधों में जेल में
निरूद्ध किया जा चुका है। जो कि अप्रेल 2018
में ही जेल से बाहर आया है और जेल से छूटने के बाद आरोपी ने पुनः शहर में आपराधिक
घटनाओं को अंजाम देना प्रारंभ कर दिया था।
जेल में निरूद्ध होने के दौरान ही आरोपी
पवन जसोदिया ने, एक कैदी पर जान लेवा हमला किया था
जिसमें आरोपी के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। आरोपी पवन पहचान
छुपाने के उद्देश्य से हमेशा अपना नाम बदलता रहता था जोकि लोगों को अपना अलग-अलग
नाम पवन जसोदिया, पवन परमार, रवि
जसोदिया, राहुल जसोदिया आदि बताता था।
आरोपी मूल रूप से टिगरिया बादशाह का रहने
वाला है लेकिन आरोपी के परिवार वालों ने उसे आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण, घर
से अलग किया हुआ था फलस्वरूप वह अकेला ही रहता था तथा अपराध करता था। आरोपी को
चोरी करने पर मिले रूपये-पैसों से, वह
नशा करना एवं स्वयं के अन्य शौक पूरे करता था। आरोपी पूर्वमें गब्बर पिता मानसिंह
के साथ मिलकर शहर में चैन स्नैचिंग की वारदतों को अंजाम देता था। आरोपी गब्बर के
साथ एक बार थाना तुकोगंज में चैन स्नैचिंग के मामले में भी पकड़ा गया था। आरोपी से
अन्य अपराधों एवं उसके साथियों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है जिसमें अन्य
घटनाओं के खुलासा होने की भी संभावना है।
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