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- आरोपियों से 09 अवैध हथियार, सहित 03 जिन्दा कारतूस बरामद।
- गैंग का मुखय सरगना समीर है कुखयात अपराधी, आरोपी पर दर्ज हैं डेढ़ दर्जन अपराध।
इन्दौर-दिनांक
15 सितंबर 2018- शहर में अवैध हथियारों की खरीद/फरोखत,
विनिर्माण
तथा उनका परिवहन करने वाले आरोपियों की पतारसी कर उनकी धरपकड़ करने तथा ऐसी आपराधिक
गतिविधियों में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ बेहतर आसूचना संकलन कर घटनाओं को घटित
होने से रोककर, आरोंपियों के विरूद्ध विधिसंगत कार्यवाही करने
के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा
दियें गये। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक (क्राइम) श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राईम ब्रांच की एक टीम को इस
बिन्दु पर योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये।
क्राईम ब्रांच इंदौर की पुलिस टीम द्वारा
अवैध हथियार रखकर वारदातों को अंजाम देने वाले आरोपियों कीपतारसी करने बाबत् अपना
मुखबिर तंत्र सक्रिय किया गया था इसी दौरान क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम को सूचना
मिली कि सीमावर्ती जिलों के कुछ सिकलीगरों द्वारा लगातार अवैध हथियारों का निर्माण
कर उनके द्वारा यह हथियार इंदौर शहर के अलावा कई राज्यों में बेचे जा रहे है,
जिनकी
पतासाजी हेतु सूचना संकंलित कर क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम द्वारा निगरानी रखी गई
तब यह विदित हुआ कि 1. समीर उर्फ महेन्द्र उर्फ गुजारिश पिता श्री
कजोड लालाजी मेघवाल उम्र- 34 साल निवासी ग्राम तातेड, लाडपुरा,
जिला-कोटा
राजस्थान व 2. गौरव उर्फ मुन्ना पिता फूलचंद कश्यप उम्र-25
साल निवासी-राजपूत काँलोनी कनसुआ, डी.सी.एम.जिला कोटा राजस्थान नामक
व्यक्ति इंदौर में अवैध हथियारों की खरीद फरोखत कर रहे हैं प्राप्त सूचना पर
कार्यवाही करते हुये उपरोक्त दोनों व्यक्तियों को संदेह के आधार पर थाना कनाड़िया
पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये गोकुल नगर इंदौर से पकड़ा गया। पकड़े गये
दोनों आरोपियों की संदेह के आधार पर तलाशी लेने पर समीर के कब्जे से 01 पिस्टल व 01 देंशी कट्टा 12
बोर, 01 जिंदा कारतूस सहित बरामद हुआ तथा गौरव उर्फ मुन्ना के कब्जे से 02
पिस्टलबरामद हुई जिनके संबंध में पूछताछ करने पर आरोपियों ने उक्त हथियारों को
अवैध रूप से अपने पास रखना बताया बाद दोनों आरोपियों को पुलिस थाना कनाड़िया के
अपराध क्रमांक 437/18 तथा 441/18 धारा 25,
27
आमर्स एक्ट के तहत पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। पकड़े गये दोनों आरोपियों से
विस्तृत पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वे लोग अवैध हथियार गंधवानी जिला धार के
सिकलीगरों से खरीद कर लाते थे तथा बाद में अवैध लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से
इंदौर के अलावा राजस्थान, गुजरात, तथा महाराष्ट्र
में जाकर अवैध हथियारों की खपत करते थे। आरोपी समीर तथा गौरव ने पुलिस टीम को
बताया कि उन्होंनें इंदौर में सद्दाम नामक व्यक्ति को 01 पिस्टल,
01
रिवाल्वर जिंदा कारतूस सहित, तथा
अजहर नामक व्यक्ति को 01 कट्टा (12 बोर),
01
पिस्टल जिंदा कारतूस सहित, एवं इकबाल नामक व्यक्ति को 01
पिस्टल बेची है। आरोपी समीर तथा गौरव से
प्राप्त जानकारी के अधार पर कार्यवाही करते हुये क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम ने
थाना कनाड़िया पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही कर आरोपी 3. सद्दाम पिता
गुलाम रसूल निवासी- चंदू वाला रोड चंदन नगर इंदौर, 4. अजहर पिता
असलमखान निवासी- 8 मील असरावद बुर्जुग, खुड़ेल इंदौर 5.
इकबाल
पिता अब्दूल रसीद निवासी- 374 हिना कालोनी खजराना इंदौर को घेराबंदी
कर धरदबोचा जिनके कब्जे से उपरोक्त उल्लेखित अवैध हथियार बरामद किये जाकर आरोपियों को विधिवत् गिरफ्तार किया गया।
आरोपी समीर का आरोपी गौरव करीबी
रिश्तेदार है जोकि लम्बे समय से अवैध हथियारों की तस्करी में संलिप्त हैं। आरोपी
समीर पूर्व में हत्या के प्रयास के प्रकरण में थाना जवाहरनगर कोटा के द्वारा जेल
में निरूद्ध कराया गया था उसी दरमियान आरोपी समीर की मुलाकात जेल में निरूद्ध बंदी
आमीन से मुलाकात हुई थी चूॅकि आमीन म.प्र. के सिकलीगरों से अवैध हथियार की खरीद/फरोखत
कर उनकी खपत राजस्थान के जिलों में करता था किंतु आमीन हत्या के आरोप में सजायाब
बंदी होने से इस कारोबार को बढ़ाने के लिये दोस्ती के नाते समीर को सलाह दे चुका
था। बाद आरोपी समीर जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद से अवैध हथियारों की तस्करी
करने लगा था। आरोपी समीर तथा गौरव को पूर्व में ए.टी.एस. पुलिस की टीम ने 13
अवैध हथियारों सहित गिरफ्तार किया था जिन्हें तत्समय थाना अंनतपुरा, जिलाकोटा
राजस्थान के अंतर्गत की गई वैधानिक कार्यवाही में जेल में निरूद्ध किया गया था।
आरोपी समीर गैंग का मुखय सरगना है जोकि आदतन आपराधिक प्रवृत्ति का है। आरोपी समीर
पर हत्या के प्रयास, वाहन चोरी, डकैती की योजना,
लूट
तथा अवैध हथियारों जैसे डेढ़ दर्जन अपराध पंजीबद्ध है। आरोपी समीर ने थाना सिविल
लाईन अजमेर से पुलिस अभिरक्षा से अपने साथी को भगाने की गंभीर वारदात को अंजाम
दिया था।
आरोपी अजहर भी थाना खुडे़ल के अंतर्गत हत्या के
अपराध में जेल में निरूद्ध था जोकि वर्तमान में जमानत पर रिहा हुआ था। क्राईम
ब्रांच की टीम द्वारा इस प्रकार अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में कुल 05
आरोपियों
को गिरफ्तार किया जाकर उनके कब्जे से 09 अवैध हथियार सहित 03 जिंदा
कारतूस बरामद करने में सफलता हासिल की है।
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