इन्दौर-दिनांक
11 अगस्त 2018- इंदौर शहर में महिलाओं को परेशान करनें संबधी शिकायतों व प्रकरणों
में त्वरित निराकरण कर, आरोपियों को पकडने के निर्देश पुलिस उप
महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा दियें गयें हैं। उक्त
निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन
में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा व्ही केयर
फॉर यू (क्राइम ब्रांच) इंदौर की टीम को इस प्रकार के प्रकरणों मे त्वरित
कार्यवाही करने के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है।
पुलिस थाना एरोड्रम इंदौर क्षेत्रान्तर्गत
रहने वाली आवेदिका द्वारा कार्यालय में आकर एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया जिसमें
बताया कि मै होटल मे एच.आर डिपार्टमेंट मे काम करती हू। मेरे परिचित आशीष करोडे जिसे
मै लगभग 05 माह से जानती हू। मेरी आशीष से पहचान इंस्टाग्राम के माध्यम से हुई थी।
हम काल व मैसेज से भी बातचीत करते थे। आशीष की हर बात मे रोकटोक करने की आदत व गलत
हरकतों के कारण मैने आशीष से बातचीत बंद कर दी तो वह मेरे फोटो वायरल करने की धमकी
दे रहा है। मेरा पीछा कर रहा है। मेरे ऑफिस आकर धमकी दे रहा है और मुझे रास्ते मे
रोककर धमकी दे रहा है।
उक्त शिकायत प्राप्त होने पर टीम व्ही
केयर फॉर यू क्राईम ब्रॉच जिला इंदौर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अनावेदक आशीष
करोडे पिता गोवर्धन करोडे उम्र 25 साल निवासी बी ब्लॉक मकान नं 605 आनंद वन स्कीम
नंबर 140 इंदौर को पकड कर अग्रिम कार्यवाही हेतु पुलिस थाना एरोड्रम इंदौर के
सुपूर्द भेजा गया।
अनावेदक आशीष करोडे ने पूछताछ मे
बताया कि मै डिजाइनिंग का काम करता हू। आवेदिका से मेरी पहचान इंस्ट्राग्राम के
माध्यम से हुई। तभी से मै आवेदिका से फोन से बातचीत करता था। आवेदिका ने 01 माह से
मुझसे बातचीत करना बंद कर दी थी तथा पढाई के लिए पूना चली गई थी। मुझे जब पता चल
वापस इंदौर आगई है तो मै आवेदिका से मिलने उसके आफिस कई बार गया था। मैने बातचीत
हेतु दबाव बनाया था और फोटो वायरल करने की धमकी दी थी।
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