Saturday, June 9, 2018

राज्य की सीमा पार कर भी, संजीवनी कर रही है जान बचाने की कवायद। § छत्तीसगढ का युवा आर्थिक व पारिवारिक समस्याओं के चलतें डिप्रेशन मे रह कर रहा था आत्महत्या का प्रयास।


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इन्दौर-दिनांक 09 जून 2018-  पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा ''संजीवनी एक कदम जीवन की ओर'' हेल्प लाईन प्रारंभ कर, नकारात्मक विचारों से ग्रसित होकर, जीवन से हताश एवं परेशान लोगों की काउंसलिंग कर, उनके नकारात्मक विचारों से उबारने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे है। पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री युसुफ कुरैशी एवं अति पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेंद्र सिंह  के मार्गदर्शन में इन्दौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्प लाईन द्वारा किये जा रहे प्रयासों से कई पीड़ितो को मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे गलत कदम उठाने जा रहे, दौर से उबारने में मदद मिलीं है।

इसी कड़ी में संजीवनी हेल्पलाईन इन्दौर पर सूचना प्राप्त हुई कि अमित साहू( परिवर्तित नाम) उम्र 21 साल निवासी शाहापुरा लोहारा छत्तीसगढ मे रहता है, वह आत्महत्या करनें का प्रयास कर रहा है। उक्त सूचना पर संजीवनी हेल्पलाईन इन्दौर द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अमित साहू से संपर्क किया गया। संजीवनी द्वारा काउंसलिंग के दौरान अमित से पुछताछ की गई तो अमित ने आत्महत्या का कारण परिवार की आर्थिक स्थिति को बताया। अमित ने बताया कि घर मे सबसें बडा है, उसके दो भाई व बहन है वह दोनों पढाई कर रहें है। अमित के बडे होने के कारण पूरे परिवार की जिम्मेदारी अमित पर है। अमित के पिताजी मजदुरी करते है परन्तु शराब पीने की लत से परेशान होकर घर मे रोजाना विवाद की स्थिति बनी रहती है। शराब के नशे मे अमित के पिताजी रोजाना अमित व उसके भाई बहनों के साथ मारपीट करते है जिसके कारण अमित व उसके भाई बहन का पढाई पर ध्यान नही दे पाते है। अमित ने बताया कि उसकी माताजी का स्वर्गवास 3 साल पहले हो गया था। माताजी के देहांत के बाद घर की आर्थिक स्थिति और खराब होने लगी थी लगातार घर की परेशानियों के चलतें अमित ने आत्महत्या करनें का फैसला लिया था। अमित द्वारा मानसिक अवसाद से उभरनें के लिए पूर्व में मनोवैज्ञानिक चिकित्सक द्वारा इलाज किया जा रहा था। किंतु मानसिक स्थिति ठीक ना होने के कारण आत्महत्या करनें का विचार अमित के मन मे आया था। 
इस बात की सूचना मिलते ही संजीवनी हेल्पलाईन इन्दौर द्वारा त्वरीत कार्यवाही करते हुए अमित को आत्महत्या करने से रोका गया तथा संजीवनी द्वारा अमित की फोन पर लगातार काउंसलिंग की गई। अब अमित सामान्य स्थिति मे होकर अपना जीवन व्यतित कर रहा है। इन्दौर पुलिस द्वारा जीवन से हताश एवं परेशान लोगों को, उनके नकारात्मक विचारों से उबार कर, उन्हे संजीवनी प्रदान करने के प्रयास निरंतर जारी रहेगें


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