Thursday, June 7, 2018

अंधे कत्ल का पर्दाफाश, आरोपी पुलिस थाना मानपुर की गिरफ्त में



इन्दौर- दिनांक 07 जून 2018-पुलिस थाना मानपुर जिला इंदौर को दिनांक 29.05.2018 को सुबह 10.00 बजे, अमित उर्फ जितेन्द्र पिता सुभाषमुकाती जाति खाती निवासी शेरपुर रोड मानपुर की लाश उसके घर के पीछे उसके खेत में खजूर के झाड के नीचे संदिग्ध परिस्थितियों में पडी हुई मिली थी। जिस पर से थाना मानपुर पर मर्ग क्र.36/18 धारा 174 जा.फौ. का कायम कर जांच में लिया गया। जांच के दौरान मृतक अमित उर्फ जितेन्द्र के पी.एम. करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट में मृतक अमित उर्फ जितेन्द्र मुकाती की मृत्यु गला घोंटने से होना बतायी थी, जिसके आधार पर से थाना मानपुर पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्र. 145/18 धारा 302 भादवि का अपराध कायम किया जाकर, अनुसंधान में लिया गया। उक्त घटना पर पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरीनारायणाचारी मिश्र व पुलिस अधीक्षक पश्चिम इंदौर श्री विवेक सिह द्वारा शीघ्र ही घटना का पर्दाफाश कर, आरोपी को पकड़ने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में अति.पुलिस अधीक्षक डा.अम्बेडकर नगर महू जिला इंदौर श्री नागेन्द्रसिह व एस.डी.ओ.पी. डा. अम्बेडकर नगर महू जिला इंदौर श्री अशोक उपाध्याय के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी मानपुर के नेतृत्व में टीम गठित कर, हत्या के अज्ञात आरोपी का पता लगाकर, घटना का पर्दाफश करने हेतु योजनाबद्ध तरीके से लगाया गया।
टीम द्वारा प्रकरण की विवेचना के दौरान मृतक अमित उर्फ जितेन्द्र मुकाती परिवार वालों से बात की गयी तो, वह किसी पर भी शक सुबा नही कर रहे थे और परिवार की किसी भी व्यक्ति से किसी प्रकार की कोई रंजिश दुश्मनी होना नही बता रहे थे, ऐसे में कोई  भी सबूत पुलिस के हाथ नही लग रहा था। मृतक की हत्या पूर्ण रूप से एक अंधा कत्ल था। ऐसी स्थिति में पुलिस टीम व्दारा अपने सूचना तंत्र मजबूत कर मुखबिरों का जाल बिछाकर एक चुनौती के रूम में उक्त हत्या का पर्दा फाश करने का बीडा उठाया। इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबिर व्दारा मिली सूचना एवं विवेचना मे मिले साक्ष्यों से पता चला कि मृतक की भाभी रीना जिसका पीहर ग्राम सीतापाट में है, उसका कुछ चक्कर था। इस बिंदु पर पुलिस ने और जानकारी निकाली जिसमें पता चला कि, मृतक की भाभी रीना की शादी 10 साल पूर्व मृतक के बडे भाई सचिन से हुई थी और मृतक की भाभी रीना का अपने गांव सीतापाट के जितेन्द्र पिता रमेश चौधरी जो गारी समाज का है उससे करीब 10-12 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था, वह मृतक की भाभी रीना से मोबाईल फोन पर बात करता था व मृतक की भाभी रीना भी उससे फोन पर बातचीत करती थीतथा जितेन्द्र चौधरी कभी कभार मृतक के घर मानपुर भी चोरी छिपे आता था और मृतक की भाभी रीना से बातचीत करता था और मिलता जुलता था। दिनांक 28.05.2018 को आरोपी जितेन्द्र पिता रमेश चौधरी निवासी सीतापाट ने मृतक की भाभी रीना को अपने गांव में चल रही कथा सुनने के बहाने अपने गांव सीतापाट से मोबाइल से फोन कर के बुलाया था तो मृतक की भाभी रीना ने आरोपी जितेन्द्र चौधरी से बोला था कि मेरा देवर मुझे, ग्राम सीतापाट नही भेज रहा है, उसे तुम्हारे व मेरे संबंधों के बारे में पता है तथा वह मुझे तुम्हारे संबंधों को लेकर परेशान भी करता है और हमारे बीच में टांग अडाता है। जब तक मेरा देवर अमित उर्फ जितेन्द्र रहेगा तब तक हम खुले रूप से बात नही कर सकते है और ना ही मिल सकते है, इसलिये मै ग्राम सीतापाट नही आ सकती। इस बात से परेशान होकर, आरोपी जितेन्द्र पिता रमेश चौधरी ने रीना के देवर, जितेन्द्र उर्फ अमित की हत्या करने की नीयत से दिनांक 28.05.2018 को ही रात करीब 08.00 बजे मानपुर आया और मृतक के घर के पीछे उसके खेत की बागड में छिप कर बैठ गया, जैसे ही मृतक जितेन्द्र उर्फ अमित मुकाती अपने घर के पीछे खेत में जा रहा था तभीआरोपी जितेन्द्र चौधरी ने पीछे से उसके सिर मे पत्थर से मारा, जिसकी चोट लगने से जितेन्द्र उर्फ अमित मुकाती गिर गया तो आरोपी जितेन्द्र चौधरी ने उसकी पीठ पर घुटना रख कर सीमेन्ट की बोरी की पट्टी से गले में डालकर उसका गला घोंट कर हत्या कर दी। आरोपी जितेन्द्र पिता रमेश चौधरी उम्र 35 साल निवासी ग्राम सीतापाट थाना बडगोंदा जिला इंदौर को टीम व्दारा मुखबिर की सूचना के आधार पर आज दिनांक 07.06.2018 को गिरफ्तार किया है व उसकी निशादेही पर घटना में प्रयुक्त सीमेन्ट की बोरी की पट्टी व पत्थर बरामद/जप्त किया गया है। आरोपी जितेन्द्र चौधरी व्दारा प्रेम प्रसंग के चलते जितेन्द्र उर्फ अमित की हत्या की है, उसके साथ इस घटना के षड़यंत्र में शामिल मृतक की भाभी रीना को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा आरोपी जितेन्द्र चौधरी से घटना व उसके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
उक्त अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर, आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मानपुर श्री कर्णी सिह शक्तावत, उनि रामकेश शर्मा, उनि झिरमल सापल्या, उनि प्रियंका अलावा, सउनि यतीन्द्र मिश्रा, सउनि चैनसिह चौहान, प्रआर.2418 मुकेश नागर,आर.148 खेमराज, आर.100 पुष्पेन्द्र, आर.2190 योगेन्द्र रघुवंशी, आर.887 रवि तथा आर.2005 विजय का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा ।




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