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इन्दौर-दिनांक
29 जून 2018- पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इन्दौर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र
द्वारा शहर मे बढ़ रही आनलाईन फ्रॉड/ठगी की शिकायतों एवं सायबर क्राईम की घटनाओं पर
उचित वैधानिक कार्यवाही करते हुये विभिन्न प्रकार के प्रलोभन अथवा छलकपट कर
धोखाधड़ी से अज्ञात आरोपियों द्वारा ठगे गये लोगों के पैसे विभिन्न मनी ट्रांसफर
वाले वॉलेट्स से प्राप्त/रिकवर, कर फरियादियों को वापस कराये जाने हेतु
क्राईम ब्रांच इंदौर को आवशयक कार्यवाही किये जाने के लिये निर्देशित किया गया था।
उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इन्दौर श्री मो0 यूसुफ कुरैशी
के मार्गदर्शन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा
क्राईम ब्रांच की सायबर सेल की टीम को,
उपरोक्त
प्रकार की ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे आरोपियों की पतासाजी एवं धोखाधड़ी तथा
छल से ठगे गये लोगों की राशि वापस कराये जाने हेतु, समुचित
कार्यवाही हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे।
क्राईम ब्रांच इन्दौर को ऑनलाईन फ्रॉड अथवा
विभिन्न प्रकार के प्रलोभनों के माध्यम से ठगे गये लोगों द्वारा उक्त के संबंध में
विभिन्न प्रकार के शिकायती आवेदन लगातार प्राप्त हो रहे हैं। उपरोक्त शिकायती
आवेदन पत्रों के संदंर्भ में क्राईम ब्रांच की सायबर सेल की टीम द्वारा तकनीकी
आधार पर आवद्गयक साक्ष्य एवं तथ्यों को संकलित कर, ठगी के शिकार
हुये लोगों के शिकायती आवेदन पत्रों की सूक्ष्मता से जांच की गई। जांच के दौरान
पेयू, यस बैंक, पेटीएम, मोबीक्विक,
ऑक्सीजन,
फोन-पे
एवं एयरटेल मनी आदि वॉलेट से शिकायती आवेदनपत्रों के संबंध में वांछनीय पत्राचार
किया गया तथा ठगी के शिकर हुये आवेदकों के कथन, दस्तावेज व अन्य
आवशयक जानकारी प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से विशलेषण करने पर यह विदित हुआ कि
मुखयतः ठगी की वारदातों का तरीका फरियादियों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर
उनके बैंक के खाते की निजी व गोपनीय जानकारी/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड/ओटीपी
इत्यादि जानकारी प्राप्त कर, आनलाईन ठगी करना अथवा खरीददारी के लिये
पेमेण्ट एडवांस जमा करवाकर, तय की गई वस्तु की डिलीवरी प्रदाय ना
करना है।
इसी क्रम में आवेदकगण सुमित कुमार पाल, मनीषा
जाधव, मनोज तिवारी, द्गयामलाल निगम, शांतनु जैन,
अभिषेक
प्रीतमानी, कमल किशोर, राकेश साहू,
आनंद
शुक्ला, अदिति शर्मा, श्रेया दि्वेदी, धेतब
जाधव, संगीता खण्डेलवाल, हरमन सिंह, विक्रम सिंह
मेहरा, नरेन्द्र कुमार चौधरी, बिहार खान, संदीप खन्ना,
आदि
लगभग दो दर्जन से अधिक आनलाईन ठगी के द्गिाकार हुये लोगों की शिकायतों की जांच
क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा की जा रही थी, जिनकी शिकायतों पर वांछनीय त्वरित
कार्यवाही करते हुये क्राईम ब्रांच इंदौर की सायबर सेल की टीम ने कुशल दक्षता एवं
योग्यता का परिचय देते हुये उन सभी वॉलेट कंपनियो से पत्राचार किया जिस कंपनियों
के वॉलेट में अज्ञात अनावेदकों द्वारा फरियादियों से रूपये ठग कर ट्रांसफर कर लिये
थे एवं सभी वॉलेट अधिकारियों को इस बात से भी अवगत कराते हुये ठगी की राशि वापस
कराई गई है कि, उपरोक्त राशि जोकि आपके वॉलेट में ट्रांसफर की
गयी है वह किसी अज्ञात अनावेदक द्वारा फोन कॉल के माध्यम से प्रलोभन देकर छलकपट व
धोखाधड़ी से ठगी गई है। इस प्रकार कार्यवाही करते हुये विभिन्न वॉलैट से आवशयक
पत्राचार व तकनीकी विशलेषण के आधार पर दर्जनों लोगों से ठगी गई लाखों रूपये की
राद्गिा फरियादियों को क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा वापस कराये जाने में सफलता
अर्जित हुई है। अनेंकों सफल कार्यवाही पूर्व में भी क्राईम ब्रांच के द्वारा की गई
है जिसमें कई ठगे गये व्यक्तियों की राशि को वापस कराया गया है। ठगी के शिकार हुये
आवेदकों के पैसे वापस मिल जाने उन सभी का पुलिस कार्यवाही के प्रति विश्वास जागृत
हुआ है।
फोन काल एवं एस.एम.एस. के द्वारा देश भर में
ठगी के शिकार हो रहे लोगों के हित को ध्यान में रखते हुये उप पुलिस महानिरीक्षक
श्री हरिनारायणाचारी मिश्र (शहर) इंदौर के निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा एक
अनूठी पहल करते हुये सायबर हेल्पलाईन को प्रारंभ किया गया था जो बैंक या अन्य
ऑनलाईन ठगी करने वाले अपराधियों की जानकारी देने एवं शिकायत/सुझाव के लिये 24 घंटे
कार्य कर रही है। सायबर हेल्पलाईन में फरियादियों द्वारा कॉल अथवा एस0एम0एस0 के
माध्यम से होने वाली ठगी की शिकायतें दर्ज कराई जाती हैं, हजारों
व्यक्तियों ने सायबर हेल्पलाईन में अपनी शिकायतें दर्ज करायी हैं जिसमें कई
आवेदकों की तत्काल सहायता करते हुये उनका पैसा वापस कराया गया तथा कई आवेदकों को
आवश्यक सूचनायें, जानकारी व सुझाव भी दिये गये कि सायबर अपराधों
से कैसे बचा जा सकता है।
सायबर
हेल्पलाईनः- 7049124444, 7049124445
हमारा संकल्प -
आपकी सुरक्षा
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