इन्दौर-दिनांक
20 दिसबंर 2017- पुलिस थाना सिमरोल क्षेत्रान्तर्गत
भेरूघाट स्थित शारदा ढाबा के आगे चोरल नदी की पुलिया के नीचे दिनांक 20.11.17 को
एक अज्ञात नवयुवक की लाश मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर तत्काल पुलिस टीम
द्वारा मौके पर पहुंचकर मर्ग क्रं 46/17 धारा 174 जा.फौ. का कायम
कर जांच में लिया गया, जिसकी जांच पर से पुलिस थाना सिमरोल पर दिनांक 21.11.17 को
अप.क्रं 456/17 धारा 302,201 भादवि का
पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दौराने विवेचना मृतक के मौसा सखाराम एवं नानी
मंगलीबाई द्वारा फोटो देखकर, मृतक की शिनाखत कान्हा पिता गुलाब
भीलाला निवासी आशा खो थाना बलवाड़ा जिला खरगोन के रूप में की गयी। उक्त घटना को
गंभीरता से लेत हुए, पुलिस
उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा तत्काल आरोपियों की
पतारसी कर, उन्हे पकड़ने के निर्देश दिये गये । जिस पर
पुलिस अधीक्षक इन्दौर (पश्चिम) श्री विवेक सिंह, अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक (ग्रामीण/प्रोटोकाल) श्री प्रशांत चौबे के मार्गदर्शन में उप पुलिस
अधीक्षक मुखयालय श्री विजय सिंह पंवार द्वाराथाना प्रभारी सिमरोल सतनाम सिंह व
उनकी टीम को आरोपियों की पतारसी हेतु लगाया गया।
पुलिस टीम द्वारा मृतक की शिनाखतगी के
पश्चात मृतक के परिजनों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि करीब एक माह
पहले गांव के ही रूपसिंह उर्फ रूपेश पिता सखाराम के साथ उसकी मोटर सायकल पर बैठकर
मृतक कान्हा इन्दौर गया था, जो वापस नहीं आया था, जिस
पर रूपसिंह दो दिन पश्चात कान्हा के बारें में पूछताछ करने पर उसने बताया कि,
कान्हा
इन्दौर में ही काम करने के लिये रूक गया है। कुछ दिनों पश्चात गांव के लोगों
द्वारा इन्हे बताया कि, बागोद गांव के चौराहे पर कान्हा के जैसे दिखने
वाले लड़के की हत्या के संबंध में पोस्टर लगे हुए है। पोस्टर देखने के बाद हमारे
द्वारा थाना सिमरोल में आकर सूचना दी गयी। मृतक के परिजनों इस संबंध में रूपसिंह
पर शंका की गयी और उनके द्वारा बताया कि, रूपसिंह ग्राम सनावद व बेड़िया तरफ
जेसीबी चला रहा है। उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा संदेही रूपसिंह की
तलाश की गयी तो, वह ग्राम तमोलिया के आगे निर्माणाधीन रेल्वे
लाईन पर जेसीबी के चालक के रूप में जेसीबी के पास खड़ा मिला, जिसे पकड़कर
पूछताछ की गयी तो उसनेअपना नाम रूपसिंह पिता सखाराम भीलाला निवासी आशा खोह थाना
बलवाड़ा जिला खरगोन बताया। उसने बताया कि करीब एक माह पहले उसी के गांव के कान्हा
को लेकर अपनी बुआजी के घर ग्राम बालीपुर, उमरबन पहुंचा और वहां से अपनी बुआ के
लड़के अनिल पिता धनसिंह को साथ में लेकर इन्दौर आये, इन्दौर आकर वहां
से वापस आते समय खण्डवा रोड़ पर चलते हुए, एक पुलिया के पास कान्हा को नदी में ले
जाकर, पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी थी। रूपेश के बताये अनुसार अन्य आरोपी
अनिल पिता धनसिंह को तलाश कर, बालीपुर बुजुर्ग थाना धरमपुरी पहुंचकर,
अनिल
को उसके घर से पकड़ा गया।
दोनों आरोपियों से विस्तृत पूछताछ करने
पर उन्होने बताया कि इन्दौर से आशा खोह वापस आते समय रास्ते में खण्डवा रोड़ पर
भेरूघाट पर मृतक कान्हा के द्वारा आरोपी अनिल की पत्नी के संबंध में अपशब्द बोलने
पर उनके बीच झगड़ा विवाद हुआ था। झगड़े दौरान रूपेश द्वारा कान्हा के गले में बेल्ट
डालकर, उसका गला दबा दिया और कान्हा के बेसुद होने पर अनिल व रूपेश द्वारा
उसके सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी व वहां से भाग गये।
उक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाश कर, आरोपियों
कोपकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिमरोल श्री सतनाम
सिंह व उनकी टीम के प्रआर 812 पंकज कटारे, आर. 109
अनूप तिवारी, आर. 1310 सुमित तथा आर.
विजेन्द्र का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
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