इन्दौर-दिनांक
19 दिसबंर 2017-शहर के विभिन्न अपराधो में फरार व इनामी आरोपियों की पजासाजी कर
उनकी गिरफ्तारीहेतु, विशेष प्रयास कर प्रभावी कार्यवाही करने के
लिये, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा
इंदौर पुलिस को निर्देद्गिात किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस
अधीक्षक (मुखयालय) मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में ऐसे फरार आरोपियों को चिन्हित
कर उनकी गिरफ्तारी करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम ब्रांच) श्री
अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम को इस दिशा में कार्यवाही के लिये
आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
विगत दिनों में कई फरारी एवं इनामी बदमाशों को
क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच
इंदौर को मुखबिरों द्वारा सूचना प्राप्त हुई थीं कि परदेशीपुरा इंदौर में रहने
वाला दिनेश पिता देवकुमार यादव नि. 19/16 नन्दा नगर, प्रापर्टी की
हेराफेरी कर शहर में फरारी काट रहा है। इस विषय में पतारसी के दौरान जानकारी
एकत्रित करने पर ज्ञात हुआ कि दिनेश पिता देवकुमार यादव नि. 19/16 नन्दा नगर इंदौर
जो पुलिस थाना लसुड़िया के अप.क्रं. 232/2015 धारा 420,467,468,471, भादवि
में कई लोगों से धोखाधडी कर फरार है जो कि वर्तमान में इंदौर शहर में ही फरारी काट
रहा है। उक्त सूचना पर तत्काल क्राईम ब्रांच इंदौर के द्वारा मुखबिरों को आरोपी के
पीछे लगाया गया एवं थाना लसुड़िया इंदौर से संपर्क कर मामले की जानकारी ली गई।
पुलिस थाना लसुड़िया से जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी दिनेश यादव ने प्लॉटों की
हेराफेरी कर कई लोगों के साथ धोखाधडी की है एवं वर्तमान में फरार है जिस की
गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक पूर्व द्वारा 5000 रू का नगद ईनाम घोषित किया गया
है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर आरोपी दिनेश यादव को क्राइम ब्रांच इंदौर एवं
थाना लसुड़िया की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही में पकड़ा गया है, जिससे
विस्तृत पूछताछ जारी है।
आरोपी पूर्व में भी थाना विजय नगर के अप. क्रं
533/16 धारा 420,467,468,471 के प्रकरण
में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है तथा स्कीम न 136
इंदौर में प्लाट क्र 339-ए-2 के फर्जी कागजात तैयार कर किसी व्यक्ति को बेचने की
फिराक में था, जबकि वास्तव में यह प्लाट ओमप्रकाद्गा मकवाना
का है। आरोपी ने स्वयं प्लाट मालिक ओमप्रकाश मकवाना निवासी नौगांव जिला धार बनकर
उक्त प्लाट के दस्तावेज तैयार करवाये थे तथा आरोपी ने अपनी पहचान छुपाने के लिये
रजिस्ट्री पर स्वयं का फोटो भी नहीं लगाया था। आरोपी द्वारा जाली दस्तावेजों से
फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर षड़यंत्रपूर्वक प्रकरण के फरियादी ओमप्रकाश मकवाना का
प्लाट बेचने का प्र्रयत्न किया गया था तथा उसके मित्रों को रजिस्ट्री के दौरान
गवाह बनाया था जिनके विरूद्ध इस प्रकार की गई धोखाधड़ी के संबंध में थाना लसूड़िया
पर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था, आरोपी जब से ही फरार चल रहा था,
जिसकी
पतारसी करते हुये क्राईम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है।
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