इन्दौर-दिनांक
16 दिसबंर 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र व्दारा फर्जी चेक व दस्तावेजों के माध्यम से लोगों केसाथ
होने वाली धोखाधडी की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के
निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर
श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री
अमरेन्द्र सिंह चौहान व्दारा क्राइम ब्रांच की टीमो को इस दिशा में प्रभावी
कार्यवाही हेतु समुचित निर्देश दिये गये ।
क्राइम ब्रांच की टीम को इस कडी मे
कार्यवाही के दौरान एमआईजी क्षेत्र मे स्थित मालव परिसर स्थित ICICI बैंक से सूचना
मिली की हमारी बैंक की शाखा पर नवनीत सिंह बग्गा नाम के व्यक्ति ने हर्बल
इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड के नामक कंपनी के अकाउंट का 95 लाख रुपये के
चेक को क्लीयर हेतु बैक मे दिया है, लेकिन जब उक्त कंपनी के फायनेंस
डिपार्टमेंट के हेड से अकाउंट मे दिये गये नंबर पर बात हुयी तो, उक्त
कंपनी के फायनेंस हेड विवेक सिंह ने बताया की उनकी कंपनी व्दारा एसा कोई चेक नवनीत
सिंह बग्गा नाम के व्यक्ति को जारी नही किया गया है। उक्त सूचना पर टीम तत्काल
मौके पर पहुंची तथा संदिग्ध नवनीत सिंह बग्गा पिता सेवक सिंह बग्गा उम्र 40
साल निवासी म.न. 64 विधा नगर सपना संगीता के पीछे थाना भंवरकुआं जिला
इन्दौर को पकड़ा गया। पुलिस द्वारा उससे पूछताछ करने पर उसके व्दारा बताया गया की
वह रेती सप्लाय का काम करता है तथा वरुण दुबे निवासी प्रिकांको कालोनी अन्नपूर्णा
नाम के सरकारी ठेकेदार को उसने कुल 2 लाख 81 हजार रुपये की
रेत सप्लाय की थी, जिसके पैसे उसे वरुण दुबे से लेना थे। वरुण दुबे ने उसके साथी आशुतोष शर्मा निवासी
गांधीनगर के माध्यम से उसे ब्लैंक चेक ICICI बैंक की कोरोमंगला शाखा बैंगलोर का हर्बल
इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड कंपनी के नाम का खाली चेक दिया तथा उसके व्दारा बताया
गया की उसे यह चेक इरफान नाम के व्यक्ति ने दिया है वह हर्बल कंपनी के लिये काम
करता है। वरुण दुबे को इरफान से पाँच लाख रुपये लेना थे इसलिये उसने यह चेक उसे
दिया था तथा वरुण ने यह चेक नवनीत सिंह बग्गा को उसके अकाउंट मे डालने के लिये
दिया था। ICICI
बैंक की मालव परिसर स्थित शाखा के बैंक मैनेजर मंगेश केशरकर पिता जगन्नाथ केशरकर
निवासी म.न. एच-207 ओशयन पार्क लसुडिया इन्दौर के व्दारा लिखित
आवेदन देकर नवनीत सिंह बग्गा के खिलाफ थाना एमआईजी मे अपराध धारा 420 467
468 471 120 बी भादवि का पंजीबद्ध कराया गया ।
आरोपी नवनीत सिंह बग्गा की निशादेही पर, वरुण दुबे पिता
उमाशंकर दुबे उम्र 365 साल नि.म.न. 108 बी प्रिकांको
कालोनी थाना अन्नपूर्णा जिला इन्दौर को थाना क्राईम ब्रांच द्वारा पुलिस अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ की गयी
तो उसने बताया कि वह सरकारी ठेकेदार है तथा वर्तमान मे उसका पिथमपूर सेक्टर-1
एवं सेक्टर-3 मे प्रोजेक्ट चल रहा है, वह
नवनीत सिंह बग्गा को विगत 4-5 साल से जानता है तथा उससे रेत लिया
करता था। उसे नवनीत सिंह बग्गा को 2 लाख 81 हजार रुपये
लौटाने थे। वरुण दुबे ने बताया की इरफान पठान का आफिस बडवानी प्लाजा मे स्थित है
वह फोरेन फंडिग का काम करवाता है व विदेशी बैंक से लोन दिलवाता है। वरुण दुबे ने
उसे 3 करोड का लोन सेक्शन करवाने के लिये पांच लाख रुपये 8
महीने से दे रखे थे लेकिन इरफान ने ना तो बैंक लोन कराया ना ही पैसे लौटाये इसलिये
उसने इरफान पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया था तो इरफान ने उसे चेक ICICI बैंक की
कोरोमंगला शाखा बैंगलोर का हर्बल इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड कंपनी के नाम का खाली
चैक दिया तथा बोला की उसे वह भर ले, तब वरुण दुबे ने उक्त चैक को अपने
दोस्त आशुतोष शर्मा को देकर नवनीत सिंह बग्गा को देने के लिये दे दिया था।
आरोपी आशुतोष शर्मा पिता दीनानाथ शर्मा उम्र 37
साल नि. म.न.60 बी मंगल मार्ग गांधीनगर इन्दौर को पुलिस टीम
द्वारा पकड़कर पूछताछ करने पर, उसने बताया कि वह भी कमीशन पर लोन
दिलवाने का काम करवाता है, उसी ने वरुण दुबे की पहचान इरफान से
करवायी तथा उसने कई लोगो से इरफान को लोन दिलवाने के नाम पर पैसे दिलवा रखे हैं।
वरुण दुबे से भी 5 लाख रुपये दिलवाये थे। जब इरफान ने लोन नही
करवा पाया तो उसने पैसे ने लौटाते हुये ICICI बैंक की कोरोमंगला शाखा बैंगलोर का हर्बल
इंटरनेशनल इंडिया लिमिटेड के नाम का खाली चैक दिया तथा बोला की उसे वह भर ले तथा
जमा कर दे चैक क्लीयर होने पर टैक्स व उधारी की रकम हटाकर उसे पैसे लौटा दें।
आरोपीगण नवनीत सिंह बग्गा, वरुण
दुबे तथा आशुतोष शर्मा का कृत्य धारा 420 467 468 471 120 बी भादवि से
दंडनीय होने तथा थाना एमआईजी मे उक्त आरोपीगण के विरुध्द अपराध कायम होने से
अग्रिम कार्यवाही हेतु आरोपीगण को पुलिस थाना एमआईजी के सुपर्द किया गया है।
विगत कुछ दिन पूर्व दिनांक 09.12.17 को
भी मुंबई के उस्मानाबाद जिले मे आनंदनगर थाने पर भी इसी कंपनी के चैक की कूटरचना कर फर्जी
तरीके से पैसे निकालने की घटना सामने आयी थी, जिस पर से सात
आरोपीगण को गिरफ्तार कर फर्जी चेक जप्त किया गया था। उक्त घटना मे प्रयुक्त चैक की
सीरीज व इंदौर मे एमआईजी थाने मे घटी घटना के चैक की भी सीरीज काफी हद तक समान है
। अतः यह कहना गलत नही होगा की इस घटना के तार मुंबई से जुडे हैं।
उक्त प्रकरण का मुख्य आरोपी इरफान पठान पिता
अनीश पठान उम्र 31 साल नि. आजाद नगर फरार है, जिसकी
तलाश के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। इनके संबंध मे जानकारी मिली है की उसके
पिता अनीश पूर्व मे वाहन चोरी के अपराध मे कई बार बंद हो चुके है तथा इरफान भी एक
बार कंप्यूटर चोरी के मामले मे पकड़ा गया है। पुलिस द्वारा पकड़े गये आरोपियों से
विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
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