Sunday, November 5, 2017

नकली नोट बनाने वाले गिरोह का फरार आरोपी क्राईम ब्रांच इन्दौर की गिरफ्त में, अब तक बाजारों , किराना दुकानों एवं भीड भाड वाले मार्केट मे आरोपी खपा चुपा हैं 50 हजार रूपये के नकली नोट, नकली नोट छापने के लिये इस्तेमाल करने वाला प्रिंटर ,पेपर कटर , पेपर एवं अधछपी 2000 रुपये के नकली नोट की गड्डी एवं 500,2000,100 रुपये के कुल 7100 रू राशि के नकली नोट जप्त


इन्दौर-दिनांक 05 नवंबर 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र व्दारा नकली नोट बनाने व चलाने वाले तस्करों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह व्दारा समस्त टीम प्रभारियों को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
इस कडी मे क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा एक सप्ताह पूर्व नकली नोट बनानेवाली गैंग के सभी सदस्यों-(1) नरेन्द्र उर्फ नंदू चौहान पिता भीम सिंह चौहान उम्र 28 साल नि. बलोदा लक्खा बडनगर उज्जैन (2) राजेश पिता गोवर्धन लाल माली उम्र 33 साल नि. 168 खातीपुरा हीरानगर इन्दौर (3) चन्द्रशेखर परमार पिता बाबूलाल परमार उम्र 22 साल नि. राजनगर एरोड्रम इन्दौर (4) नरेश पवार पिता बलवन्त पवार उम्र 36 साल नि. 173 पी सी सेठी नगर इन्दौर तथा (5)रामेश्वर उर्फ राजू उर्फ विजय पिता गोविन्द परिहार उम्र 35 साल नि. कल्याण संपत बेटमा इन्दौर को थाना एमआईजी की टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये पकड़ने में सफलता मिली थी। टीम द्वारा आरोपीगणों के कब्जे से कुल 2 लाख 60 हजार रुपये के नकली नोट व नकली नोट बनाने की सामग्री सहित जप्त कर, आरोपीगणों को गिरफ्तार कर, पुलिस रिमाण्ड पर लिया जाकर पूछताछ की गई।
आरोपीगणों ने पूछताछ पर बताया था की उनका एक अन्य साथी अभिषेक चौहान पिता तेजकरण चौहान उम्र 20 साल नि. कल्याण संपत कालोनी बेटमा इन्दौर भी उनके साथ नकली नोट बनाने व चलाने का काम करता था एवं अभिषेक के पास भी एक एप्सन कंपनी का प्रिंटर व कटर रखा होना बताया था। उक्त सूचना के जरिये फरार आरोपी की तलाश क्राईम ब्राचं की टीम द्वारा की जा रही थी। पतारसी के दौरान पता चला कि आरोपी अभिषेक को उसके साथियों के पकड़े जाने की खबर मिलते ही वह शिर्डी चला गया है। आरोपी अभिषेक की गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान मुखबिर व्दारा सूचना प्राप्त हुयी कि, अभिषेक चौहान अपने घर पर कुछ सामान लेने आया है। उक्त सूचना पर तत्काल क्राईम ब्राँच एवं थाना एमआईजी की पुलिस टीम व्दारा संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुये फरार आरोपी अभिषेक चौहान पिता तेजकरण चौहान के घर पर दबिश दी गई, जहॉ आरोपी अभिषेक घर पर उपस्थित मिला जो की अपने साथ एक प्रिंटर, एक कटर हाथ मे लेकर जा रहा था, जिसे पकड़ा गया।  आरोपी अभिषेक की तलाशी लेने पर आरोपी की जेब मे 2000,500 एवं 100 रुपये के नकली नोट एक ही सीरीज के कुल राशि 7100 रुपये के रखे मिले। आरोपी के कब्जे से नोट बनाने मे प्रयोग करने वाला प्रिंटर एप्सन कंपनी का, पेपर कटर, पेप , 2000 रुपये के अधछपे नोट की गड्डी एवं 7100 रुपये के नकली नोट जप्त कर आरोपी को विधिवत्‌ गिरफ्तार किया गया। 
        आरोपी अभिषेक चौहान ने पूछताछ पर बताया की वह हिन्दुस्तान लिवर कंपनी पीथमपुर मेदैनिक मजदूरी पर काम करता है उसे रोजाना का 320 रुपये मिलते है। अभिषेक 12 वी कक्षा तक पढा है उसके पिता की 3 बीघा जमीन बेटमा के पास हैं और वह खेती का काम करते है। उसका एक भाई शुभम है जो की ट्रेक्टर सुधारने के गैरेज पर पीथमपुर मे काम किया करता है।  उसकी मुलाकात नरेश से पीथमपुर मे बस स्टेंड पर लिफ्ट मांगने के दौरान हुयी थी, नरेश ने अभिषेक को उसकी बाईक से लिफ्ट दी थी। फिर नरेश से उसकी दोस्ती हो गयी थी। कुछ दिनो के बाद नरेश ने उसे बताया की वह 2000,500 एवं 100 के नकली नोट बनाता है जो की पूरे असली नोट की तरह दिखते है। नरेश ने उसे शुरुआत मे 5000 रुपये चलाने के लिये दिये जब वह नोट बाजार मे आसानी से चल गये तो अभिषेक ने भी नरेश एवं रामेश्वर के साथ नकली नोट बनाने का काम शुरु कर दिया। उनके पास कुल दो प्रिंटर, एक लेपटाप, केमिकल की डब्बियाँ व दो कटर थे। कभी वह लोग नरेश के घर पर नोट बनाने का काम करते थे तो कभी रामेश्वर उर्फ राजू उर्फ विजय के घर पर काम किया करते थे। नोट को चलाने के लिये उन्होने कुछ लोगो से संपर्क कर उन्हे झॉसे मे लेकर 10000 रुपये के नकली नोट की जगह 30000 रुपये केनकली नोट देना शुरु कर दिया, जिनमें राजेश नि इन्दौर, चन्द्रशेखर नि. इन्दौर एवं नन्दू उर्फ नरेन्द्र नि. बडनगर उज्जैन को चलाने के लिये दिये थे। अभिषेक ने खुद भी धार, इन्दौर , उज्जैन मे नकली नोट बाजारों, किराने की दुकान, पेट्रोल पंप, दारु की दुकानो पर अँधेरे मे रात के समय खपाये है। आरोपी ने पूछताछ पर बताया की नरेश, रामेश्वर एवं वह खुद सूरत मे धनराज नाम के व्यक्ति से मिले थे। उन्होने धनराज को नकली नोट छापकर भी दिये थे, धनराज ने उन्हे अपने सूरत गुजरात मे सारौली ग्राम के पास स्थित विवेक रेसीडेन्सी स्थित वाले फ्लैट पर रुकवाया था। धनराज उन्हे एक बडा आर्डर देने वाला था धनराज से वह लोग लगातार संपर्क मे थे। धनराज के बोलने पर ही उन्होने लाखो रुपये पूर्व मे भी छापे थे।
         आरोपी अभिषेक के कब्जे से 2000,500,100 के कुल 7 हजार 1 सौ रुपये के नकली नोट एवं नोट छापने के उपकरण प्रिंटर , पेपर कटर , पेज एवं 2000 रुपये के अधछपे नोट की गड्डी जप्त किये गये हैं । मामले मे आरोपी धनराज पिता बद्रीनारायण राठी उम्र 34 साल नि. विवेक रेसीडेन्सी सारोली ग्राम सूरज गुजरात फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।



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