Thursday, September 28, 2017

ऑन लाईन फ्राड करने वाला आरोपी, क्राइम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में


इन्दौर-दिनांक 28 सितंबर 2017- शहरमें लोगों के साथ हो रही आनलाईन धोखाधडी व ठगी की घटनाओं पर अंकुश लगाने व अपराधियों की धरपकड़ करने के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा दियें गयें है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राइम ब्रांच की टीमों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश  दिये।
आवेदक सरबजीत चौधरी द्वारा उप पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय इंदौर मे एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होनें बताया कि आवेदक के स्टारकिंग खाते से 48 हजार रुपये की ऑनलाईन ठगी हुई है। उक्त आवेदन की जांच क्राईम ब्रांच इंदौर की पुलिस टीम द्वारा की गई तो, जांच में पाया गया कि आवेदक सरबजीत चौधरी के साथ 48 हजार रुपये की ठगी आरोपी मनोज पिता स्व. कुवंरपाल सिंह उम्र 30 निवासी ग्राम नली हुसैनपुर जिला गाजियाबाद तहसील हापुर उ.प्र. हाल निवासी 1/1 हरसिद्धि नगर इंदौर द्वारा की गई है। पुलिस टीम द्वारा जांच के दौरान आरोपी मनोज सिंह को पकड़कर, पूछताछ करने पर उसनें बताया कि वह स्थाईरुप से ग्राम नली हुसैन गाजियाबाद का रहने वाला है व इंदौर में अपोलो डीबी सिटी में वॉटर सप्लाई का काम करता है। आरोपी मनोज सिंह की मोबाईल रिचार्ज व एम.पी. ऑनलाईन की दुकान वैलोसिटी टॉकीज के पीछे है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि कक्षा 12 वीं तक पढा़ई की है, उसके बाद नोएडा में हायपर फिल्ट्रेशन में काम किया, जब कम्पनी का प्लांट रेडिसन होटल इंदौर में सन्‌ 2008 मे लगा था तब में कम्पनी की तरफ से यहां काम करने इंदौर आया था। मैंने एक साल तक यहॉ काम किया उसके बाद में वापस नोएडा चला गया था। वहा काम बंद होने के बाद सन्‌ 2013 में यहां काम करने आया तब अपोलो डीबी सीटी में वॉटर ऑपरेटर का काम मिला और यहॉ काम करने लगा। एक साल पहले आरोपी ने मोबाइल रिचार्ज एसेसरीज व एमपी आनलाईन का काम चालू किया जो आरोपी की पत्नि भारती उर्फ पिंकी दुकान चलाती है, अभी कुछ महीनों से स्वयं आरोपी मनोज सिंह ही दुकान चला रहा था ।

आरोपी मनोज सिंह ने बताया कि मैं वोडाफोन के डिस्ट्रीब्यूटर सरबजीत चौधरी से स्टारकिंग एप के जरिये रिचार्ज बैलेंस कराता था, जिसके लिये मेरे पास आवेदक सरबजीत चौधरी के कर्मचारी निरंजन सोनी का आना जाना था। आरोपी ने बताया कि मई 2017 में निरंजन सोनी मेरी दुकान पर आया जो रिचार्ज कलेक्शन के लिये अक्सर आता था, रिचार्ज कराने के दौरान, आरोपी ने ड्रिस्ट्रीब्यूटर सरबजीत चौधरी के स्टारकिंग अकाउंट का पासवर्ड और आई डी चुरा ली थी। उसके बाद आरोपी मनोज ने अपनी पत्नि भारती के एसबीआई खाते में स्वयं द्वारा बनाये जियो मनी व आक्सीजन वॉलेट में रूपये ऑनलाईन ट्रांसफर कर दिये थे। आरोपी मनोज ने ड्रिस्ट्रीब्यूटर सरबजीत के अकाउंट से आनलाईन एवं एटीएम के जरिये निपानिया इंदौर से कुल 48 हजार रुपये आहरित कर लिये थे। आरोपी ने बताया कि फ्रॉड करने के लिये उसके द्वारा दीपक पाटीदार के नाम से रजिस्टर सिम का उपयोग किया गया था जो उसकी दुकान पर आने वाले ग्राहक की सिम थी। आरोपी मनोज द्वारा 48 हजार रुपये का ऑनलाईन फ्राड किया है जिस पर से पुलिस टीम द्वारा आरोपी मनोज के विरुद्ध धारा 420 भादवि व 66, 66-सी आईटी एक्ट के अन्तर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया है।  पुलिस टीम द्वारा आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है ।


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