Saturday, August 26, 2017

इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन ने फिर बचाई तीन अहम्‌ जिदंगियॉं


इन्दौर-दिनांक 26 अगस्त 2017-उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर के निर्देशन मे इंदौर पुलिस द्वारा संचालित संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा शहर मे बढ रही आत्महत्या की घटनाओ को रोकने और जनता को मानसिक रुप से प्रोत्साहित करने कार्य विगत कई माह से किया जाता रहा है। इसी तारतम्य में पुनः आज संजीवनी के माध्यम से तीन जिदंगियों को बचाने का सफल प्रयास किया गया है।
प्राप्त सूचना के अनुसार भारत मण्डलोई उम्र 28 वर्ष निवासी द्वारिकापुरी की जिदंगीसंजीवनी हेल्प लाईन के माध्यम से बचाई गई है। भारत मण्डलोई मजदूरी करता एवं उसकी पत्नि पिंकी मण्डलोई उम्र 26 वर्ष भी पति के साथ मजदूरी का काम करती है। भारत मण्डलोई की पत्नि के अधिक फोन पर बात करने तथा मना करने के बावजूद काम पर जाने के कारण पति-पत्नि में अक्सर विवाद होता रहता था। विवाद बढ़ने के कारण पति से परेद्गाान होकर पत्नि पिंकी द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। संजीवनी पर सूचना प्राप्त होते ही हेल्पलाईन कार्मचारी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये तत्काल थाना द्वारिकापुरी को सूचना दी गई जिस पर थाना द्वारिकापुरी की टीम द्वारा मौके पर जाकर बंद कमरे की खिड़की से देखा तो महिला पिंकी फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या करने जा रही थी जिसे पुलिस आरक्षक द्वारा कमरे का दरवाजा तोड़ कर महिला की जान बचाई गई एवं उसे काउसलिंग हेतु संजीवनी हेल्पलाइर्न कार्यालय लाया गया जहॉ उसे काउंसलरों द्वारा उचित समझाईश दी गई।
इसी प्रकार संजीवनी पर डायल 100 के माध्यम से एक महिला रूक्मणी नि. 146 लहिया कालोनी थाना हीरा नगर की सूचना प्राप्त हुई जिसके अनुसार रूक्मणी के बेटे विक्रम कशयप उम्र 25 वर्ष के द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। आत्महत्या की वजह थी कि विक्रम ने अपनी सास को कुछ पैसे उधार दिये थे परंतु सास ने पैसे लौटाने से इंकार कर दिया जिस कारण उसका उसकी पत्नि से विवाद हो गया था। विक्रम पेशे से एक वाहन चालक है, वह शराब पीने का आदि है । विक्रम की शादी के बाद से कई बार उसके द्वारा अपने ससुराल पक्ष की आर्थिक रूप से सहायता की गई थी परंतु हर बार पैसे वापस मांगने पर जब ससुराल पक्ष वालो द्वारा मना किये जाने पर वह मानसिक रूप से परेशान हो चुका था एवं पत्नि से विवाद होने के कारण परेशान होकर पूर्व में भी अत्महत्या का प्रयास कर चुका था। संजीवनी हेल्पलाईन पर डायल 100 भोपाल से कॉल आया जिस पर आवेदिका रूक्मणी की बात कॉन्फ्रेंस कॉल के माध्यम से संजीवनी हेल्पलाईन के कर्मचारी से करवाई एवं आवेदिका द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जानकारी थाना हीरानगर को दी गई जिस पर बीट अधिकारी तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे तथा विक्रम जो की ब्लेड से अपने गले की नसें काट रहा था जिसे रोका गया और उसे उपचार हेतु अस्पताल लेकर गए उसके बाद उसे काउंसलिंग हेतु संजीवनी कार्यालय लेकर आये जहॉ उसे विद्गोषज्ञों द्वारा उचित परामर्श दिया गया।
इसी प्रकार एक अन्य घटना में संजीवनी हेल्पलाईन पर प्राप्त सूचना के अनुसार सरिता पति जितेन्द्र वर्मा निवासी 722 बालाजी मंदिर के पास द्वारिकापुरी द्वारा फोन पर सूचना दी की वह उसके परिवार से परेद्गाान है और आत्महत्या करने जा रही है, कॉलर द्वारा बार-बार रोते हुए बताया की उसके द्वारा उसके देवर की थाना द्वारिकपुरी पर शिकायत की गई थी परंतु पति द्वारा देवर से अलग रहने के आद्गवासन दिये जाने पर द्गिाकायत वापस ले ली। द्गिाकायत वापस लेने के बाद उसका पति अपनी बातों से मुकर गया एवं उसकी सास और देवर उसे पहले से भी ज्यादा प्रताड़ित करने लगे जिससे परेशान होकर वह आत्महत्या करने जा रही थी। सूचना प्राप्त हाते ही हेल्पलाईन के कर्मचारी द्वारा त्वरित कार्यवाही कर पुलिस थाना द्वारिकापुरी से संपर्क कर जानकारी दी गई जिस पर बीट के कर्मचारियो द्वारा मौके पर जाकर देखा तो महिला हाथ में ब्लेड लेकर अपने हाथ की नसें काटने जा रही थी लेकिन संजीवनी हेल्पलाईन व थाना द्वारिकापुरी द्वारा त्वरित कार्यवाही कर उसे बचा लिया गया और काउंसलिंग हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिस पर आवेदिका द्वारा बताया गया की उसका देवर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है तथा बेवजह मारपीट करता है जिसमें उसका पति और सास भी उसका समर्थन करती है। पुलिस द्वारा आवेदिका के देवर मनीष वर्मा उम्र 27 वर्ष को गिरफ्तार कर, उस पर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

उपरोक्त तीनों सूचनाओं पर संजीवनी हेल्पलाईन के माध्यम से तुरन्त कार्यवाही करते हुए तीन अहम्‌ जिन्दगीयो को काल के गाल मे समाने से रोका गया। संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा विगत माह मे भी अनेको जिन्दगियॉ बचाने का कार्य किया गया है । इंदौर पुलिस द्वारा विज्ञापन व अन्य माध्यमों से शहर की जनता को इसके प्रति जागरुक किया जा रहा है तथा  नकारात्मक विचारों से ग्रसित लोगों को हेल्पलाईन के माध्यम से काउंसलिंग कराई जाकर, उन्हे नकारात्मक विचारों से उबारकर, ऐसी आत्मघाती घटनाओं को रोकने का प्रयास इंदौर पुलिस द्वारा निरंतर जारी रहेगा।

No comments:

Post a Comment