इन्दौर-दिनांक
14 जून 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री
हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा इंदौर शहर व इंदौर शहर के समीपवर्ती जिलों के अपराधों
में फरार चल रहे आरोपियों की धरपकड कर उनके खिलाफ कार्यवाही करने हेतु निर्देश
दिये गय हैं। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इंदौर श्री मो.
युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच इंदौर श्री
अमरेन्द्र सिंह द्वारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच व थाना प्रभारी क्राइम
ब्रांच को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही के लिये समुचित दिशा निर्देश दिये गये।
उक्त निर्देश पर क्राइम ब्रांच द्वारा टीम का गठन कर त्वरीत कार्यवाही की गई।
दिनांक 04.01.16 को फरियादी
तेजकुमार पिता कल्याणमल जी तातेड निवासी 4 गिरधर नगर महेश नगर के पास इंदौर की
शिकायत पर थाना बदनावर द्वारा आरोपी 1.संजीव
चौधरी नि. इंदौर 2. महेन्द्र सोंढा
पिता मनोहसिंह नि. इंदौर 3. सचिन
गौर पिता प्रमोद गौरे नि. इंदौर 4. किशोर पिता पन्नालाल नि. इंदौर 5.
संदीप
मण्डलोई पितासियानन्द मण्डलोई के खिलाफ धरसीखेडा बदनावर स्थित जमीन के मालने में
धोखाधडी का मामला अपराध क्र. 10/16 धारा 420,467,468,471,34
भादवि का पंजीबद्ध किया गया था। थाना बदनावर पुलिस द्वारा आरोपी संजीव चौधरी,
संदीप
मण्डलौई व किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया था, किन्तू घटना के
बाद मामले के शेष 2 आरोपी सचिन गौरे व महेन्द्र राजपूत फरार हो
गये थे।
क्राईम ब्रांच
की टीम ने उक्त मामले की जानकारी बदनावर थाने से प्राप्त कर फरार आरोपीगणों की
पतारशी हेतु अपने मुखबीर तंत्र को सक्रिय करनें पर ज्ञात हुआ कि दोनों फरार आरोपी
सचिन पिता प्रमोद गौरे उम्र 31 साल निवासी 51 सोनेटेरियम रोड
राऊ इंदौर व महेन्द्र उर्फ मेन्दु पिता मनोहर उम्र 32 साल निवासी 15-16
अयोध्यापुरी कालोनी राऊ इंदौर, इंदौर में अलग-अलग जगह रहकर अपनी फरारी
काट रहे थे। फरारी के दौरान दोनों आरोपी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व
परिचितो के यहा रहकर पुलिस से छुपते रहे। इंदौर क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा दोनों
आरोपियों को राऊ स्थित अयोध्यापुरी कालोनी से घेराबंदी कर पकड़ा गया।
क्राइम ब्रांच द्वारा दोनों आरोपियों
से पुछताछ में पता चला कि दोनों करीबन 1 1/2 साल से फरार चल
रहे थे। आरोपी सचिन रियल स्टेट कंपनी में प्राईवेट नौकरी करता था, तथा
महेन्द्र राजपूत ऑटोमोबाईल सर्विस सेन्टर चलाता था। जिनकी अन्य आरोपी संजीव चौधरी
से 4-5 सालों से जान पहचान थी संजीव चौधरी ने ही सचिन व महेन्द्र की अन्य
आरोपी किशौर व संदीप से जान पहचान करवाई थी।
उक्त आरोपीगणों
ने मिलकर फरियादी तेजकुमार तांतेड को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से धरसीखेडा
स्थित जमीन करोडों में बेची यह सोदा 4,19,00,100 रुपये तय हुआ
था जिसकी 1,04,77,500
रुपये की राशि नगद प्राप्त कर ली जिसके बाद फरियादी को ज्ञात हुआ कि फर्जी
दस्तावेजों के माध्यम से आरोपीगणों ने उसके साथ धोखाधडी की व रुपये लेकर फरार हो
गये थे। जिसके बाद फरियादी द्वारा शिकायत पर थाना बदनावर द्वारा मामला पंजीबद्ध
किया गया था ।
उक्त प्रकरण के
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी पूर्व में की चुकी हैं, तथा शेष 2
आरोपी सचिन व महेन्द्र को काईम ब्रांच इंदौर ने पकडकर थाना बदनावर के सुपुर्द कर
दिया है। जिनके खिलाफ संबंधित पुलिस द्वारा कार्यवाही की जावेगी ।
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