इन्दौर
23 मई 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक श्री हरिनारायणाचारी
मिश्र इन्दौर शहर द्वारा अवैध मादक पदार्थ एवं प्रतिबंधित नशीली दवा के कारोबार पर
प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये हैं। उक्त निर्देश के तारमम्य में
पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसूफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे क्राईम ब्रांच द्वारा
पुलिस थाना लसूडिया एवं औषधी विभाग के साथ कार्यवाही करते हुये लसूडिया थाना क्षेत्र
के अंतर्गत तिरूपति पैलेस के फ्लेट मे संचालित दवा बनाने वाली फैक्ट्री पर
कार्यवाही की गई।
क्राईम ब्रांच को सूचना मिली थी कि
निपानिया इन्ड्रस्ट्रीज एरिया में तिरूपति पैलेस के फ्लेट नम्बर 3243
में अवैध रूप से दवाईयां बनाई जा रही है, एवं जिनकी सप्लाय शहर के बाहर रातों
रात की जा रही है। उक्त सूचना पर क्राईम ब्रांच द्वारा पुलिस थाना लसूडिया एवं
औषधी विभाग के साथ संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए, निपानिया
इण्ड्रस्ट्रीज एरिया में अमीना लाईफ साइंस पिपलिया कुमार में जॉच के दौरान पाया कि,
फैक्ट्री
में एलोपैथिक की दवाईयां
अवैध रूप से बनाई जा रही थी, जबकि उक्त फैक्ट्री का लायसेंस
आयुर्वेदिक दवा बनाने का प्राप्त किया गया था। उक्त जांच पर यह भी पाया गया कि
निर्मित दवाईयों पर किसी भी प्रकार का कोई लेबल नही लगाया गया था, तथा
विभिन्न प्रकार की एलोपैथिक दवाईयॉ जैस पेरासिटोमॉल, एमलोडीवीन,
कैल्शियम
आदि की दवाईयां तैयार की जा रही थी तथा निर्मित दवाईयों को आगरा में सप्लाय किया
जाता था। फैक्ट्री में रात के समय ही दवा बनाने का कार्य किया जाता था तथा काम करने
वाले व्यक्ति के अलावा किसी अन्य व्यक्ति
का फैक्ट्री के अदर आना जाना प्रतिबंधित था।
अमीना लाईफ साइंस नामक कम्पनी संजीव अग्रवाल के
द्वारा बनाई गई थी। फैक्ट्री में मौके पर कमल परमार मिला है जो कम्पनी में मैनेजर
भी है। इनके द्वारा आयुर्वेदिक दवा बनाने का लायसेंस कमल परमार व जितेन्द्र चौहान
के नाम से लिया गया है। उक्त प्रकरण में औषधी विभाग के अधिकारियों के साथ जांच की
जा रही है। एलोपैथिक दवाईयों के अलावा नशीली दवाईयों के संबंध में भी पूछताछ की जा
रही है, जिसमें संलिप्त लोगों कें बारें में जानकारी प्राप्त होने पर,
उनके
विरूद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही की जावेगी।
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