इन्दौर
18 मई 2017-पुलिस
थाना बाणगंगा क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 15.05.17 को
यादवनन्द नगर मे एक व्यक्ति की लाश मिली थी जिसका पहचान प्रेमचन्द पिता मोतीलाल (45) निवासी
472/2 यादवनन्द नगर इन्दौर के रुप मे हुई, जिस
पर पुलिस थाना बाणगंगा पर मर्ग क्र. 65/2017
पंजीबद्ध कर जाँच मे लिया गया। जाँच के दौरान शव की पीएम रिपोर्ट में मृतक प्रेमचन्द
की मृत्यु रस्सी से गला घोटने से होना लेख किया जाने से थाने पर अपराध क्र. 447/17
धारा 302, 201 भादवि का अपराध अज्ञात व्यक्ति पर पंजीबद्ध कर
विवेचना मे लिया गया।
उक्त घटना पर पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री अवधेश
गोस्वामी द्वारा के अज्ञात आरोपियों की पतारसी कर, उन्हे
शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-3
श्री राकेश सिह एवं नगर पुलिस अधीक्षक. परदेशीपुरा, श्री
अजय जैन के मार्गदर्शन में थाना बाणगंगा के उनि राजललन मिश्रा के नेतृत्व में एक
टीम गठित कर, उक्त अंधेकत्ल का खुलाशा कर, आरोपी
की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश
दिये गये। पुलिस टीम द्वारा घटना के संबंध में पतारसी की जा रही थी, इसी दौरान मुखबिर से जानकारी प्राप्त हुई की
मृतक के घर पर लक्की उर्फ प्रदीप पिता सुरेश यादव निवासी यादवनन्द नगर इन्दौर नाम
के व्यक्ति का आना जाना है, उक्त जानकारी के आधार पर कुशवाह नगर से
लक्की को पकड़ा जिसे थाना लाकर बड़ी हिकमत अमली से पुछताछ करते लक्की पहले तो गुमराह
करने लगा लेकिन सखती से पुछताछ करते उसने बताया कि मृतक प्रेमचन्द की पत्नी संगीता
बाई ने मुझसे ढेड़ से दो माह पहले अपने पति प्रेमचन्द के बारें में बात की थी कि, उसका
पति प्रेमचंद घर पर नशा करता है तथा कोई काम धाम नही करता है और मे काम करती हूं
तो मुझपर शंका करता है व मेर साथ मारपीट करता है, मै
इससे काफी परेशान हो चुकी हूं। लक्की ने बताया कि मै प्रेमचन्द की लड़की आंचल से
बातचीत करता था तथा उसकी माँ संगीता ने आंचल के बालिक होने पर मेरे साथ शादी करना
चाहती थी किन्तु प्रेमचन्द शादी नही करने देता चाहता था। संगीता ने मुझसे बोली थी
कि तुम प्रेमचन्द को मार दो जिसके बाद मे तुम्हारी शादी मेरी छोटी लड़की आंचल के
साथ कर दूंगी। इसके बाद मेरी दिनांक 14.05.17 के
दिनसंगीता बाई से बात हुई तो उसने फिर से मुझे पति के व्दारा मारपीट करने का बताया
तो मैने अपने साथी विक्की उर्फ विकास पिता कमल सिसोदिया निवासी कर्मा नगर इन्दौर
के साथ संगीताबाई के पति प्रेमचन्द्र को मारने का प्लान बनाया। प्लान के मुताबित
रात्रि मे करीब 01.00 बजे संगीता बाई ने मुझे फोन करके
बुलाया तो हम दोनो संगीताबाई के घर के पीछे के रास्ते से गये तो बीच वाले कमरे मे
प्रेमचन्द्र सोते हुऐ मिला जिसका मुह विकास ने दबाया व संगीता ने हाथ पैर पकड़े
जिसके बाद मैने नायलोन की रस्सी से प्रेमचन्द का गला घोंट दिया जिससे उसकी मृत्यु
हो गई। उसके बाद विकास की स्टारसिटी मोटर सायकिल से हम दोनो प्रेमचन्द्र की लाश
जिसे उसकी पत्नी संगीता ने हम दोनो के बीच मे रखवाया था, उसे
हम घर से दूसरी गली की नाली मे फैककर आ गये थे। पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार
किया गया है, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की
गयी है।
उक्त
अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर, अज्ञात आरोपीयो को पकड़ने में वरिष्ठ
अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना बाणगंगा के उनि राजललन मिश्रा, सउनि
राजकुमार भदौरिया, प्र.आऱ. रावेन्द्र सिह तथा आर. राममिलन
की सराहनीय भूमिका रही।
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