Wednesday, May 3, 2017

गाडी की डिक्की से रूपये चोरी करने वाले, चार आरोपी क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में आरोपियों के कब्जे से तीन लाख रुपये व एक पिस्टल बरामद आरोपियों की व्यापारीयो को लुटने की थी योजना


इन्दौर-दिनांक 03 मई 2017- इन्दौर शहर में चोरी, नकबजनी व लूट आदि की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिये पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर पूर्व अपराधियों व संदिग्धों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए, प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधिक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अति. पुलिस अधिक्षक क्राइम ब्राचं श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राइम ब्रांच के उप पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी की टीमों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गए।
क्राईम ब्रांच की टीमों द्वारा गाडियों की डिक्कीयों से चोरी करने वाले चोरो की गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर तंत्र के माध्यम से प्राप्त सूचना के आधार पर पिपल्हाना क्षेत्र से आरोपी 1. मनीष पिता माल सिंह चौहान (18) नि. ग्राम दडथाना उदयनगर देवास, 2. रवि पिता स्व. मदन चौहान (22) नि. ग्राम दड थाना उदयनगर देवास, 3. अस्सु पिता धर्मवीर सिंह ठाकुर (25) नि. 32 न्यू लिंक रोड ओसी वारा ग्रीन पार्क विंडरमेर फ्‌लेट नम्बर 1 बी-32 अंधेरी मुम्बई तथा 4. लेखराज पिता प्रेम सिंह कोरी (32) नि. 21/07 परदेशीपुरा इन्दौर को एक्टिवा की डिक्की से रूपये चोरी में पकडा गया। आरोपी मनीष एवं रवि से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि आरोपी मनीष द्वारा रवि के साथ मिलकर मनीष जहां पर काम करता है, उस दुकान के सेठ की एक्टिवा से रूपये निकालने की योजना रवि के साथ मिलकर बनाई थी जिसकी रैकी अस्सु उर्फ अश्विन तथा लेखराज द्वारा की गई थी। जो पूर्व से ही अपराध करने के आदी है इन दोनों पर शहरके कई थानों पर हत्या, हत्या के प्रयास, अवैघ वसूली के कई प्रकरण चल रहे है।
आरोपी मनीष द्वारा सेठ की दुकान पर काम करने वाले लोकेश के दोस्त की एक्टिवा लेकर, उसकी चाबी से योजनाबंद्ध तरीके से अपने सेठ की एक्टिवा की डिक्की खोलकर देखाी थी जो आसानी से खुल जाती थी। घटना वाले दिन मनीष अपने गांव दड जाकर रवि से मिला था व उक्त घटना को अंजाम देने के लिये सेठ के घर जाने के समय घटना को अंजाम को देने की योजना रवि के साथ मिलकर बनाई। घटना दि. 6.3.17 को जब मनीष अपने सेठ राजेश के साथ दुकान से घर जाते हुए रास्ते में हनुमान मंदिर जहां पर अक्सर सेठ दर्शन करने के लिये रूकते थे, वहां पर सेठ राजेश एक्टिवा से उतरकर मंदिर तक गया, जब आरोपी मनीष एक्टिवा के पास ही खडा था। इस दौरान मनीष द्वारा उक्त चाबी का इस्तेमाल कर एक्टिवा की डिक्की में रखे सफेद रंग का बैग उठाकर रवि को दे दिया जिसमें ढाई लाख रू व दुकान के बिल एवं दस्तावेज आदि रखे थे। आरोपी रवि जो पहले से की रास्ते में दुकान से पीछा करता हुआ बाईक पर खडा था, उसने बैग लेकर उक्त रूपये लेकर देवास जिले में अपने गांव चला गया तथा गांव के बाहर एक तालाब के पास गाड़ दिये तथा कुछ दिनों बाद उक्त रूपयें आपस में बांट लिये।
मनीष ने पूछताछ मे ंबाताया कि वह उक्त सेठ की दुकान पर तीन माह से काम कर रहा था। उसकी सगाई दिनांक 19.04.17 को थी, जिसमें पैसों की जरूरत थी तथा उसके ऊपर उधारी भी थी जिस हेतु उसको पैसों की  जरूरत थी इस कारण उक्त घटना को अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजांम दिया।
                रवि ने पूछताछ मे बताया कि वह इंदौर में ही सातमील देवगुराडिया में गाडी चलाने का काम करता है जिससे अस्सु व लेखराज से परिचय हो गया। रवि को मालूम था कि अस्सु व लेखराज अपराधी प्रवृत्ति के है जो इस काम उनकी मदद कर देगें। 
       अस्सु उर्फ अश्विन ने पूछताछ में बताया कि वह 2007 से अपराधों में लिप्त है उसके उपर हत्या के दो मामले, 307 जैसे मामले विचाराधीन है तथा वर्ष 2010 मे विष्णुकाला हत्याकांड में भी वह शामिल रहा है। वर्तमान में वह बीच बीच मे मुम्बई आता जाता रहता है तथा नये-नये लडकों को शामिल कर अपराध करवाता है। आरोपी अस्सु नशा करने का आदी है तथा 16 साल की उम्र से ही अपराध मे लिप्त है।
                लेखराज ने पूछताछ में बताया कि वह 2002 से अपराधों मे लिप्त है उसके ऊपर मारपीट, हत्या का प्रयास, अपहरण के प्रकरण है। पूछताछ मे लेखराज तथ अस्सु ने बताया कि वह सतीश भाऊ के साथ काम कर चुका है व हम दोनों सतीश भाऊ की गैंग मे सक्रिय रूप से जुड़े रहे है। दोनों आरोपियों ने बताया कि हम नये लडकों को अपराध करने मे जोडते है और अपराध करने के बाद अपनी गैंग में शामिल कर लेते है।
                आरोपीगणो ने पूछताछ पर बताया की उन्होने ने सिकलीकर से रिवाल्वर खरीदी जो महारानी रोड सियागंज के व्यापारियो को लूटने में उपयोग की जाना थी। सिकलीकर की तलाश  की जा रही हैं। पुलिस द्वारा चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

                शहर एवं शहर के आसपास इस प्रकार के चोरों व अपराधियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिये उपरोक्त आरोपियों ने कहां-कहां और चोरियां की है तथा इसमें और कौन-कौन संलिप्त है इसकी पतारसी की जा रही है, जिसमें अन्य आरोपियो के विरू़द्ध भी सखत कार्यवाही की जा रही है। इस घटना मे लोकेद्गा नाम के लडके का नाम भी आ रहा है जिसके सबंध में पूछताछ कर उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।


No comments:

Post a Comment