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फर्जी वोटर आय.ड़ी और आधार कार्ड बनाये
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मोबाइल एप्लीकेशन का करते थे उपयोग
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मुख्य सरगना फाइनेंस कंपनी का पूर्व
कर्मचारी
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फर्जी चेक बुक का भी किया प्रयोग
इन्दौर-दिनांक
05 अप्रेल 2017- पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा बताया गया कि, क्राईम ब्रांच
इन्दौर द्वारा महत्वपूर्ण कार्यवाही करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फायनेंस
कम्पनी से लगभग 6 लाख के मोबाईल की धोखाधडी करने वाले गिरोह का
पर्दाफाश कर, मुखय आरोपी सहित गिरोह के 11
सदस्यों को गिरफतार कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मोहम्मद
युसुफ कुरैशी एवं अति. पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा
बताया गया कि, होम क्रेडिट फायनेन्स प्रा.लि. के लीगल
प्रतिनिधि अंकित सारडा द्वारा उमनि इन्दौर को एक शिकायत पत्र प्रस्तुत कर लगभग 6
लाख रूपयें के मोबाईल की धोखाधडी होना बताया गया था। शिकायती आवेदन पत्र की जांच
में पाया गया कि, होम क्रेडिट इन्डिया फाइनेंस की ओर से उनके
कर्मचारियोद्वारा कुल 19 मोबाइल दुकानो से 6 लाख रूपये
मूल्य के कुल 36 मोबाइल की खरीदी में 4,48,505/- रूपये
का फाइनेंस किया गया था परन्तु इन 36 मोबाइल की कोई भी किश्त लगभग 6
- 7
माह बीत जाने के पश्चात भी जमा नही करने से कंपनी के कर्मचारियो द्वारा उनकी और से
दिये गये पहचान पत्र मे उल्लेखित पतो पर तस्दीक करते सभी पते गलत होना पाया गया।
जांच के दौरान फायनेन्स कम्पनी के दस्तावेजो का
सूक्ष्मता से अध्ययन करने एवं उसमें प्रयुक्त की गई असल फोटोग्राफ्स एवं दुकानदार
से चर्चा करने पर यह जानकारी मिली की लगभग सभी लडकों की बोलचाल एवं वेशभूषा ग्रामीण
परिवेश की थी। उक्त जानकारी के आधार पर स्थानीय कॉलेजों में अध्ययनरत छात्रों से
इन्दौर के आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीण परिवेश के बच्चों की जानकारी ली गयी,
जिसके
आधार पर एक लडके की फोटो को पहचाना जाकर बताया कि यह जिला सीहोर के ग्राम दरखेडा
का रहने वाला कुलदीप सिंह ठाकुर है। प्राप्त जानकारी के आधार पर क्राईम ब्रांच टीम
द्वारा ग्राम दरखेडा में रहने वाले कुलदीप सिंह ठाकुर को हिरासत में लेकर पूछताछ
करने पर उसने बताया कि यह काम अरनिया गाजी तह. आष्टा जिला सीहोर के शक्ति
ठाकुरनामक लडके ने करवाया है जो राऊ में किराये के मकान में रहता है।
क्राईम ब्रांच टीम द्वारा दरखेडा
तह.आष्टा से तत्काल ही राऊ पहुंचकर शक्ति ठाकुर को हिरासत में लिया गया जिसके साथ
उसके दो अन्य साथी के.पी. उर्फ कृष्णपाल एवं वीरेन्द्र सिंह भी पाये गये। इस घटना
के मुखय साजिशकर्ता के बारे में शक्ति से कडाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा
बताया गया कि, होम क्रेडिट फायनेन्स कम्पनी में उसके दो साथी
दिग्विजय सिंह पिता राजेन्द्र सिंह भाटी निवासी ग्राम अमोना तह. टोंकखुर्द जिला
देवास और दुष्यन्त सिंह पिता राजेन्द्र सिंह ठाकुर निवासी ग्राम बागेर तह. आष्टा
जिला सीहोर काम करते थे जिन्होने कम्पनी से नौकरी छोड दी है और उन्ही के कहने पर
शक्ति एवं उसके साथियों ने फर्जी आधार कार्ड एवं वोटर आय.डी. कार्ड पर फायनेंन्स
कर धोखाधडी की गई है।
क्राईम ब्रांच टीम द्वारा इस धोखधडी के
मुखय षडयंत्रकर्ता दिग्विजय सिंह भाटी एवं उसके भांजे दुष्यन्त उर्फ बन्टी उर्फ
सौतन भाटी सहित कुल 15 अन्य आरोपियों के विरूद्व धारा 417,419,420,467,468,470,471,120-बी
भादवि का अपराध पंजीबद्व कराया गया है। जिसमें से 11 आरोपियों 1.
दिग्विजय
सिहं भाटी पिताराजेन्द्र सिहं भाटी निवासी ग्राम आमोना टोकखुर्द जिला देवास,
2. दुष्यंत
पिता राजेन्द्र सिहं भाटी निवासी ग्राम वागेर तह.आष्ठा जिला सिहोर, 3. कृष्णपाल
पिता मानसिहं निवासी आष्ठा जिला सीहोर 4. शक्ति पिता लाखन सिहं निवासी अरनिया
गाजी जिला सीहोर, 5. कुलदीप पिता अकेसिहं ठाकुर निवासी दरखेडा जिला
सीहोर 6. रविन्द्र पिता राजेन्द्र सिहं निवासी विशूखेडी जिला सीहोर, 7.
बूधन
पिता बहादुर सिहं निवासी विशूखेडी जिला सीहोर, 8. विरेन्द्र पिता
कमल सिहं ठाकुर निवासी अरनिया गाजी जिला सीहोर, 9. गजेन्द्र पिता
कमल ठाकुर निवासी भवरीकलां जिला सीहोर, 10. विरेन्द्र पिता
विक्रम सिहं निवासी वागेर जिला सीहोर तथा 11. सूरज सोनी पिता
शंकरलाल सोनी निवासी कजलास जिला सीहोर को गिरफ्तार किया गया है।
प्रकरण में आरोपी 1. सचिन निवासी
महूडिया जिला सीहोर, 2. रवि ओसवाल निवासी कजलास जिला सीहोर, 3. राहुल
विश्वकर्मा निवासी कजलास जिला सीहोर, 4. पवन निवासी अरनिया गाजी जिला सीहोर,
5. विरेन्द्र
भाटी निवासी आमोना जिला देवास तथा 6. राजकुमार निवासी खुटखेडा जिला देवास की
गिरफ़्तारी शेष है जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
आरोपियो से की गयी विस्तृत पूछताछ में मुखय
षडयन्त्रकर्ता दिग्विजिय ने बताया कि उसने काफी दिनों तक कम्पनी में सेल्स
असिसटेन्ट के पद पर कार्य किया था जिसे कम्पनी द्वारा सही रिकवरी नहीं किये जाने
पर नोटिस दिया गया था जहां से वह फरार हो गया। कम्पनी में कार्य करने के दौरान उसे
फायनेन्स प्रक्रिया की सम्पूर्ण जानकारी हो गई थी जिसका फायदा उठाकर जिला देवास
एवं सीहोर के ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लडकें जो इन्दौर में पढई करने के लिए
इन्दौर आये हुए थे के फर्जी आधार कार्ड एवं वोटर आय.डी. कार्ड स्वयं के एवं अपने
साथी के.पी. उर्फ कृष्णपाल ठाकुर एवं शक्ति ठाकुर के लैपटॉप से बनाये गये और इस
आधार पर होम क्रेडिट फायनेन्स कम्पनी से ही फायनेन्स करा लिये गये।
होम क्रेडिट कम्पनी से ही फायनेन्स
कराये जाने के पीछे विशेष मंशा यह रही कि यह कम्पनी रिपेमेन्ट के तीन ऑप्शन अपने
कस्टमर को देती है जिसमें दुकानदार को नगद भुगतान, ई.सी.एस. और
पे.यू. गेटवे से भुगतान किया जा सकता है। दिग्विजय सिंह द्वारा लगभग सभी फायनेन्स
में नगद भुगतान का ऑप्शन चुना गया ताकि किसी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता न पडे। एक
स्थान पर किये गये फायनेन्स में ई.सी.एस. का ऑप्शनचुना गया और अपने साथी शक्ति
सिंह के इडसइंड बैंक के चेक पर गलत नाम अंकित पर दिया गया जो सही खाता नम्बर न
होने से बांउस हो गया।
घटना में गिरफतार दो आरोपियों को छोडकर
शेष आरोपी इन्दौर में अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत है। दोनो मुखय
षडयंत्रकारी दिग्विजय एवं दुष्यन्त ने पढाई छोड दी है। आरोपियों द्वारा फायनेन्स
कराये गये मोबाईल 1 से ढेड हजार रूपये कम कीमत पर भंवरकुआ एवं
नॉवेल्टी मार्केट की दुकान में बेचना बताया गया है, जिनकी बरामदगी
की जा रही है। आरोपियों द्वारा इस धोखाधडी से अर्जित राशि का उपयोग अपने शौक मौज
के लिए किया गया है जो अलग अलग स्थानो पर पार्टी करते थे।
इस प्रकार क्राईम ब्रांच एवं थाना तुकोगंज
द्वारा संयुक्त रूप से महत्वपूर्ण कार्यवाही की जाकर धोखाधडी कारित करने के
उद्वेश्य से बनाये गये फर्जी दस्तावेजो के आधार पर 36 मोबाईल फोन को
फायनेंस कराकर धोखाधडी करने वाले 11 आरोपियों को गिरफतार कर थाना तुकोगंज
को सुपुर्द किया गया है।
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