इन्दौर-दिनांक 29 मार्च 2017- पुलिस उप महानिरीक्षक शहर इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा लंबे समय से फरार चल रहे बदमाशो की धरपकड हेतु दिशा निर्देश दिये गये उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर मोहम्मद युसूफ कुरैशी के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की टीम को डेढ़ माह से फरार चल रहे आरोपी मनीष अग्रवाल पिता कल्याण मल अग्रवाल (45) निवासी 462, तिलक नगर, इंदौर हाल निवासी 103 सांझीछत भंडारी रिसोर्ट के पीछे कनाड़िया बायपास इंदौर को पुलिस थाना एम.आई.जी. टीम की मदद से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।
पुलिस थाना एमआईजी पर दिनांक 10.02.2017 को आरोपीगण मनीष अग्रवाल, पवन सोनगारे तथा सुनील मेहता के विरूद्ध अपराध क्र 91/17 धारा 376, 506, 34 भादवि पंजीबद्ध किया गया जिसमें आरोपी सुनील मेहता को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया परन्तु आरोपी मनीष अग्रवाल तथा आरोपी पवन सोनगारे फरार चल रहे थे। जिनमें से आरोपी मनीष अग्रवाल को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस थाना एमआईजी की टीम की मदद् से गिरफ्तार किया गया। आरोपी पुलिस थाना संयोगितागंज में चार पहिया वाहन चोरी के प्रकरण में, पुलिस थाना पलासिया में जितेन्द्र पथरोड़ की हत्या के प्रयास के प्रकरण में, पकडा जा चुका है इसके अलावा पूर्व में क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमों ने स्थानीय पुलिस के साथ देह व्यापार के ठिकानो पर दबिश दी थी जिसमें पुलिस थाना लसुड़िया क्षेत्र के महालक्ष्मी नगर से आरोपी मनीष अग्रवाल को देह व्यापार के आरोप में पकड़ा गया था। आरोपी को हत्या के प्रयास के प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा सात साल की सजा सुनाई गयी जिसमें आरोपी जमानत पर रिहा चल रहा था। आरोपी से पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वह आज से सात-आठ वर्ष पूर्व मुंबई में साफ्टवेयर इंजीनियरिंग के व्यवसाय से जुड़ा था तथा देह व्यापार की चमक के कारण इस व्यापार में जुड़ गया तथा बताया कि अनूपनगर स्थित वह मकान जिसमें उक्त गैगरेप की घटना हुई वह मकान आरोपी ने मिस्टर अय्यर से किराये से लिया था। आरोपी से पूछताछ जारी है।
उक्त फरार आरोपी को पकडने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्रांच एवं पुलिस थाना एमआईजी की संयुक्त टीम की सराहनीय भूमिका रही है।
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