Saturday, March 11, 2017

नकली पुलिस बन सोने के आभूषण लूटने वाली ईरानी गैंग के 6 सदस्य क्राईम ब्रांच की गिरफत में


इन्दौर-दिनांक 11 मार्च 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देशन में इन्दौर क्राईम ब्रांच द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए इन्दौरजिले में नकली पुलिस बन कर महिलाओं एवं अन्य लोगों से सोने के आभूषण उतरवाने वाली गैंग के 6 सदस्यों को हिरासत में लेते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी द्वारा बताया गया कि, शहर में बढती नकली पुलिस की घटनाओं पर अंकुश लगाये जाने हेतु अति. पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच इन्दौर श्री अमरेन्द्र सिंह को निर्देशित किया गया था। श्री सिंह द्वारा इस दिशा में क्राईम ब्रांच एवं थाना प्रभारी भवंरकुआं की सयुंक्त टीम को स्वयं के निर्देशन में लीड करना प्रांरभ किया और एक महत्वपूर्ण सुराग के आधार पर टीमों को योजनाबद्व तरीके से सेंधवा के ईरानी मोहल्ले के ईरानियों पर कार्यवाही करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
संयुक्त कार्यवाही में क्राईम ब्रांच टीम और थाना भंवरकुआ की टीम द्वारा प्राप्त निर्देशों पर कार्यवाही करते हुए ईरानी गैंग के सरगना मुखितयार 1. ईरानी पिता रशीद अली (40) निवासी ईरानी कालोनी सेंधवा जिला बडवानी सहित 4 अन्य साथियों 2. वसीम अली पिता शफी अली (24), निवासी लक्ष्मी नगर, आकोडफेल, जिला अकोला महाराष्ट्र, 3. अंसार पिता निसार अली (20) निवासी ईरानी कॉलोनीसेंधवा जिला बडवानी, 4. हैदर अली पिता आसिफ अली (22) निवासी अशोक अम्बेडकर नगर, जिला अकोला महाराष्ट 5. अब्बास पिता हैदर अली (23) निवासी वार्ड नं. 4 ईरानी मोहल्ला सेंधवा जिला बडवानी तथा 6. आशीष कुमरावत पिता अशोक कुमरावत (25) निवासी बी.आर.सी.भवन के पीछे, गली नं. 3 सेंधवा जिला बडवानी को हिरासत में लिया जाकर विस्तृत पूछताछ की गई जिसमें इनके द्वारा इन्दौर शहर के अतिरिक्त प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर की कई घटनाओं की जानकारी प्राप्त हुई।

क्राईम ब्रांच टीम द्वारा की गई सघन पूछतांछ में ईरानी गैंग के सदस्यों द्वारा थाना भवरंकुआं के अपराध क्रमांक 61/17 धारा 420, 34 भादवि में श्रीमती अन्नू अस्थाना पति जयदीप अस्थाना (45) निवासी भंवरकुआं से नकली पुलिस अधिकारी बनकर, आगे हुई झूठी लूट की घटना का हवाला देते हुए उनके द्वारा पहने गये गये सोने के दो कडे वजनी 36 ग्राम उतरा लिये गये थे। इसी प्रकार अपराध क्रमांक 903/15 धारा 420,34 भादवि में कान्ताबाई गगर पति बेतसी भाई गगर (60) को नकली पुलिस का झांसा देते हुए उनके द्वारा पहनी हुई लगभग 40 ग्राम की सोने की दो चूडियां उतरा ली गई थी।
                आरोपियों की निशा देही सेउक्त दोनो प्रकरणों में दोनो महिला फरियादियाओं से उतरवाये गये सोने के आभूषण दो सोने के कडे और दो सोने की चूडियां बरामद की गई है साथ ही घटना में प्रयुक्त की जाने वाली एक सफेद रंग की बोलेरो गाडी जिस पर एमपी-45/सीजे-497 नम्बर का लेख कर लोगो को झांसा देते थे एवं एक मोटर सायकल क्र एमपी-46/एमएच-1918 भी बरामद की गई है, जिसे घटना में नम्बर प्लेट हटा कर उपयोग करते थे।
                                आरोपियों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि, वह लोग पुरे संगठित होकर इस प्रकार के अपराधों को अंजाम देते थे जहां दो अपराधी बोलेरो गाडी एवं मोटर सायकल किसी सुनसान इलाकें में खडी करके पुलिस चेकिंग के नाम पर वहां से गुजरने वाली वृद्व एवं अकेली महिला को झांसे में लेते थे। साथ ही उनके दो-दो साथी चेकिंग स्पॉट के दोनो तरफ दूर खडे होकर असली पुलिस पर निगाह रखने और उस दल को सूचित करने का काम करते थे। घटना को अंजाम देने के बाद पूरा गिरोह तत्काल ही अलग-अलग रास्तों से अपने गंतव्य ईरानी कॉलोनी सेंधवा जिला बडवानी की ओर रवाना हो जाता था। आरोपियों से पूछताछ जारी है जिनसे नकली पुलिस की अन्य वारदातो के बारे में जानकारी प्राप्त कीजा रही है।
ईरानी गैंग द्वारा बताया गया कि वे किस प्रकार बेरियर पर ट्रक वालों के साथ धोखाधड़ी करते थे। इस कार्यवाही के लिये उनके दो तीन साथी को किराये का ट्रक जो खाली होता था तथा जिस पर तिरपाल ऐसा लगाते थे जिससे ऐसा प्रतीत होता था कि इस ट्रक में केपेसिटी से ज्यादा माल भरा हुआ है को लेकर जिसमें प्रदेश के बाहर की नम्बर प्लेट लगाकर सेंधवा आर.टी.ओ बैरियर से लगभग 30-40 किमी की रेंज में खडे हो जाते थे गैंग का एक व्यक्ति मध्यप्रदेश के बाहर के नम्बर प्लेट के ट्रकों को टारगेट करते हुए इशारे से आगे आर.टी.ओं चेकिंग या मजिस्ट्रियल चेकिंग चलने के नाम पर ट्रक रूकवा लेता था और जो ट्रक खडे है वह नये ट्रकों के पास आकर यह बताते थे कि हम भी इसीलिए खडे है और दूसरा सदस्य इस चेकिंग से ट्रकों को बचाने का झांसा देकर, पैसे ऐंठ लेते थे और अन्य सदस्य उनके साथ बैंठकर चेकिंग खत्म होने का इंतजार कराने के बहाने तीन पत्ती से जुऑ ंखिलाकर टाईम व्यतीत कराते थे तथा इस बहाने से ट्रक ड्रायवरों को जुंऍ में चालबाजी से हराकर उनकी सिल्लक लूट लिया करते थे और बाद में इसी गैंग का एक सदस्य मोटर सायकल से ट्रकों कोफॉलो कराते हुए सीमा के बाहर तक सुरक्षित छोड कर आया करता था ताकि इस बाबत थाने पर कोई शिकायत न कर पाये। यदि कोई ड्रायवर शिकायत करने के लिए थाने की ओर जाता था तो उसे रास्ते में ही रोककर उससे राजीनामा कर थोडे बहुत पैसे देकर रवाना कर देते थे।
ईरानी गैंग का सरगना मुखितयार ईरानी मुखबिरी की आड में अपने खुद की गैंग ऑपरेट करने लगा था जो प्रदेश के बाहर भी जाकर अन्य वारदातो को अंजाम देते थे जिनकी जानकारी प्राप्त की जा रही है साथ ही प्रदेश के बाहर के पुलिस अधिकारियों से भी सम्पर्क और समन्वय स्थापित कर नकली पुलिस की वारदातो की जानकारी प्राप्त की जा रही है।

उक्त नकली पुलिस गैंग के आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में क्राईम ब्राचं इन्दौर एवं पुलिस थाना भंवरकुआं की टीम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।


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