इन्दौर-दिनांक
25 जनवरी 2017-पुलिस थाना बाणगंगा क्षेत्रान्तर्गत
दिनांक 22.01.17 को फौजी वरूण चौहान की हत्या हुई थी एवं फौजी
योगेश पाल व उसके परिजानों पर हमला किया गया था, जिस पर से अपराध
क्र. 88/2017 धारा 302,307,147,148,149
भादवि एवं 3(2)5 एसी/एसटी एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया
गया था। इस संवेदनशील हत्याकाण्ड में आरोपी मौके से फरार हो गये थे। उक्त घटना
अत्यंत गंभीरता से लेते हुए, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणा चारी मिश्र द्वारा तत्काल आरोपियों की पतारसी कर, उन्हे
गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक
पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री
अजय जैन के नेतृत्व में पुलिस थाना बाणगंगा की टीम गठित कर, आरोपियों की
धरपकड़ हेतु लगाया गया।
पुलिस टीम द्वारा विवेचना के दौरान यह तथ्य आये
कि फौजी योगेश सिक्कम में चाईना बार्डर पर पदस्थ है तथा मृतक फौजी वरूण चौहान कि
पदस्थापना सिखलाई रेजीमेन्ट पठान कोट में थी जो 40 दिन छुट्टी पर
आयेथे। विवेचना में यह भी स्पष्ट हुआ कि दोनों पक्षों में वर्ष 2014
में लडाई हुई थी जिसमें अपराध क्र. 1288/14 धारा 323/294/506/34
पंजीबद्ध हुआ था। इस अपराध में शुभम व योगेश पाल (फौजी) आरोपी था। इस प्रकरण में
हेमन्त के साथ इन दोनों ने मारपीट की थी जिसकी रिपोर्ट हेमन्त की मां लताबाई
द्वारा की गई थी। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में रंजीश थी जिसका मामला कोर्ट में
चल रहा था दोनो पक्षों में राजीनामा की बात चल रही थी परंतु राजीनामा नही हो पाया
था। दिनांक 22.01.17 को सुपरकारिडोर पर दंगल के आयोजन में अर्जुन
ने भाग लिया था व कुश्ती भी जीता था। मृतक वरूण व योगेश पाल भी दंगल देखने गये थे।
योगेश व वरूण दंगल देखने के बाद वरूण के घर 51 नं. स्कीम खाना
खाने गये थे। दंगल से आने के बाद रात करीब साढे 10 बजे अर्जुन
कुश्ती जीतने की खुशी में राम दत्त के भट्टे पर अपने मित्रो के साथ रैली निकाल रहा
था तभी शुभम से अर्जुन व उसके दोस्तों की बहस हो गई तथा उसी बहस के कारण शुभम ने
फोन करके अपने भाई योगेश व वरूण को रामदत्त के भट्टे पर बुला लिया । ये दोनो
रामदत्त के भट्टे पर आये तब अर्जुन, रोहित विक्का, हेमन्त, मोहित,दिलीप
सभी ने मिलकर, शुभम वरूण एवं योगेश तीनों पर हथियारों से हमला
बोल दिया। आरोपियों ने तलावर, गढासे,
धारदार
हथियार आदि से वरूण चोटें पहुंचाकर हत्या कर दी एवं शुभम को घायल कर दिया जिससे वह
मौके पर ही गिर पडा एवं योगेश घायल होकर इनसे बच कर भागा इतने में योगेश के पिता
बाबूलाल भी आ गये तो बाबूलाल को भी हथियारो से मारकर चोट पहुंचा कर घायल किया।
इन्होने मौके पर खडी फरियादी पक्ष की कार भी तोडफोड कर दी व आरोपीगण मौके से फरार
हो गये।
पुलिस
टीम द्वारा घटना के बाद से ही आरोपियों की तलाश में संबंधित जगहो पर लगातार छापे
मारे तथा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। तो आज दिनांक को मुखबिर द्वारा
सूचना मिली की आरोपीगण एमआर-10 पर देखे गये है। उक्त सूचना पर सीएसपी
परदेशीपुरा श्री अजय जैन व थाना प्रभारी बाणगंगा विनोद कुमार दीक्षित की टीम
द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, आरोपियों अर्जुन, रोहित,
हेमन्त,
मोहित
तथा दिलीप को घेरकर पकडा गया। घेरा बंदी करते समय आरोपी खेतो एवं नाले तरफ भागे
किन्तु आरोपी भागने में असफल रहे। पुलिस द्वारा पांचो आरोपियों को गिरफ्तार किया
गया है, जिन्होनेपूछताछ पर स्वीकार किया की घटना दिनांक 22.01.17 को
करीब 10-11 बजे मोहित यादव व शुभम का झगडा हुआ था पूर्व रंजिश को लेकर आरोपियों
द्वारा एकमत होकर फरियादी एवं परिजनों तथा दोस्तों पर हमला किया व मौके से फरार हो
गये थे। गिरफ्तारशुदा आरोपियो से पूछतापर घटना में प्रयुक्त हथियार, तलवार,
गडासा,
छुरा
आदि जप्त कर लिए गए है। प्रकरण में अन्य फरार आरोपी विक्का की तलाश की जा रही है ।
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