इन्दौर-दिनांक
30 दिसम्बर 2016-पुलिस थाना खजराना क्षेत्रान्तर्गत
दिनांक 14.12.16 को दोपहर में फरियादी कमलेशसिंह पिता
रणजीतसिंह (32) निवासी 93, धीरजनगर खजराना
इंदौर ने थाने पर रिपोर्ट की, कि सुबह 10.30 बजे करीब उसका 06
वर्षीय पुत्र शिवा उम्र 6साल व 04 वर्षीय पुत्री
अर्चना घर के नीचे रोड पर खेल रहे थे, तब नीचे किराये से निवास करने वाली अनीता
ने बताया की उसके दोनो बच्चे एक महीला के पीछे-पीछे गली मे चले गये है। इस पर
बच्चों की आसपास तलाश करने पर नहीं मिलने पर थाने पर सूचना दी गयी। जिस पर से
पुलिस थाना खजराना द्वारा अप. 883/16 धारा 363 भादवि का
पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये,
उप
पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर के निर्देश के तारतम्य में, पुलिस अधीक्षक
(पूर्व) एवं अति. पुलिस अधीक्षक इंदौर पूर्व झोन-1 के के
मार्गदर्शन दोनों बच्चों की तलाश हेतु एक टीम गठित की गई। दोनो गुमशुदा बच्चों की तलाश शहर मे बस
स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन, व अन्य स्थानों, मजदुरों के
डेरों आदि पर की गई तथा आटो, मैजिक, रिक्शा, टेक्सी
चालकों से सघन पूछताछ की गई। बालक शिवा को उक्त दिनांक को ही रात्रि मे आदिवासी
श्रमिक दम्पित्त झूमाबाई व वैस्ता पटेल ने थाने पर प्रस्तुत किया गया था, जिसे
दस्तयाब किया गया। लडकी अर्चना की पतारसी आसपास के जिलों मे करते मुखबिर से सूचना
मिली की प्रतापनगर देवास मे रहने वाली सीमासिंह पति अमितसिंह (गोमदान) जाति सासी
उम्र 30 साल निवासी राय साब का बाडा धौलपुर राजस्थान हाल मुकाम 58, प्रताप
नगर थाना सिविल लाईन देवास (म.प्र) को अपह्त बालिका के हुलिये की बालिका के साथ
देखा है, जो प्रतापनगर स्कूल के पीछे झुग्गी झोपडों मे रहती है। उक्त सूचना पर
तत्काल पुलिस द्वारा सीमासिंह को प्रतापनगर से हिरासत मे लिया ओर उससे पूछताछ करते
उसने घटना करना स्वीकार किया और बताया की धीरज नगर मे महक वाटिका के पास वह अपने
भाई के यंहा गई थी, जंहा से वापस देवास आते समय धीरज नगर की गली से
उसने उक्त बालक शिवा ओर बालिका अर्चना को चाकलेट ओर कुरकुरे दिखाकर अपने पीछे कर
लिया और एम.आर 9रिगरोड से आटो कर अर्चना को ले आई तथा शिवा को
वहीं छोड दिया। बाद मे सीमा ने अर्चना को बस से उज्जैन ले गई जंहा से देहरादून को
जाने वाली ट्रेन मे आगरा उ.प्र. गई ओर वंहा से शमसाबाद कस्बा गई जंहा पर सासी समाज
के ही रवि पिता जयजयराम सासी के यंहा पर बालिका अर्चना को बेचने के लिये गई किंतु
वंहा पर रवि से बालिका अर्चना को बेचने का
सौदा नही पटने पर उसके द्वारा लेने से इंकार कर दिया। तब सीमा, अर्चना
को लेकर अमृतसर इंदौर ट्रेन से दिनाक 16.12.16 को देवास आ गई।
दिनांक 17.12.2016 को सीमा को पता चला की उसके विडियो फुटेज
खजराना पुलिस के पास आ गये है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है, तब
सीमा ने उज्जैन में लडकी को छोड दिया और देवास आ गई। आरोपिया सीमा की निशादेही से
अपर्हता बालिका अर्चना को खजराना पुलिस द्वारा बरामद किया गया और उसे उसके परिजनो
के सुपूर्द किया ।
आरोपिया से थाना खजराना के अपहरण के एक
अन्य मामले मे पूछताछ की तब उसने दिनांक 30.07.16 को वेलोसिटी
टाकिज के पास से अपर्हत बालक गणेश का भी अपहरण करना स्वीकार किया ओर बताया की उक्त
घटना पर इन्दौर पुलिस की तत्परता से वहघबरा गई व अगले दिन बालक गणेश को घटनास्थल
के पास ही छोडकर चली गई थी। उक्त घटना पर अप.क्र. 562/16 पंजीबद्ध होकर
विवेचना मे है, प्रकरण विवेचना मे होने से आरोपिया को उक्त
अपराध मे गिरफ्तार किया गया। आरोपिया सीमा को मान. न्यायालय मे दिनांक 20.12.16 को
प्रस्तुत कर रिमाण्ड पर लिया जाकर पूछताछ की गई तो उसने कोतवाली देवास मे करीब ढाई
साल पहले दो बच्चियां चांदनी ओर छम्मो उम्र क्रमशः 03 वर्ष एवं साढे
तीन माह के अपहरण के बारे मे जानकारी दी और उसमे देवास के कुछ सासी लोगो की भूमिका
बताई है इस संबंध मे देवास पुलिस को अधिकारिक स्तर पर अवगत कराया गया है। उक्त
बालिकाओ के संबंध में थाना कोतवाली देवास में अपराध क्रमांक 822/14
एवं 830/14 पंजीबद्ध होकर विवेचना में है।
बालिका को खरीदने वाले आरोपी रवि पिता
जय जयराम की तलाश में पुलिस द्वारा संभावित स्थानों पर दबिश दी गयी है, लेकिन
सफलता नहीं मिली है। आरोपी की तलाश जारी है। इन्दौर पुलिस द्वारा आरोपी रवि पिता
जय जयराम की गिरफ्तारी हेतु 10 हजार रुपये के नगद ईनाम की घोषणा की
गई है। पूछताछ पर यह भी पता चला है कि देवास शहर से वर्ष 2014
में अपह्त की गई लडकीभी रवि के पास है जो देवास से सासी लोगो ने उसका अपहरण कर
रवि को दिया था, जिसके संबंध में देवास पुलिस द्वारा कार्यावाही
की जा रही है।
उक्त शातिर आरोपिया को पकड़ने में
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी खजराना श्री अरविंद सिंह तोमर व
उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।
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