इन्दौर
13 अक्टूबर 2016-पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा धोखाधड़ी कर,
ऑनलाईन
शापिंग कंपनी के फ्री शॉपिंग कोड प्राप्त कर, फर्जी नाम से
शापिंग करने वाला कंपनी का पूर्व कर्मचारी तथा उसका साथ देने वाला कर्मचारी को
आर्डर किये लाखों के सामान सहित पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है।
दिनांक 10.10.16 को पुलिस थाना
लसूङिया पर फरियादी प्रशांत पिता धर्मेन्द माहेश्वरी (36) निवासी 502
एस्टर शालीमार टाउनशिप इंदौर ने रिपोर्ट की, कि मैं नौवारिस
फैशन प्रा. लि. में जबांग डाट काम की ईकाई में डी.जी.एम. के पद परहूँ, जो
कि आनलाईन शापिंग का व्यवसाय करती है। जबांग डाट काम ने एक स्कीम के तहत एस.बी.आई.
बैंक से मिलकर ग्राहकों को शापिंग करने के लिए फ्री कूपन कोड दिए थे। जिन कूपन के
अन्दर एक गोपनीय कोड रहता है, जिसका इस्तमाल करके ग्राहक बिना राशि
दिए उतने रूपयों की आनलाईन खरीदी कर सकता है। किन्तू हमें कुछ दिन से सूचना मिल
रही है कि की कई ग्राहक जब कोड का इस्तमाल करते हैं तो पता चलता है कि उस कोड का
इस्तमाल पूर्व में ही हो चुका है। हमारे रिकार्ड के मुताबिक अब तक करीबन 200 से
ज्यादा के प्रोडक्ट क्लाईव पाल नामक व्यक्ति के द्वारा अनाधिकृत रूप से आर्डर कर
प्राप्त किए जा चुके हैं। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस थाना लसूङिया द्वारा अप.
क्र. 763/16 धारा 420,467,468,471,120-बी
भादवि, 43(क)(ख)/66 आई.टी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में
लिया गया।
उक्त ऑनलाईन ठगी करने वाले आरोपियों की पतारसी
कर, उन्हे शीघ्र पकड़ने के निर्देश उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
संतोष कुमार सिंह द्वारा अधीनस्थों को दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में
पुलिस थाना लसूड़िया की टीम द्वारा विवेचना के दौरान आर्डर मंगाने वाले क्लाईव पाल
के बारे में पतासाजीकी गयी तो, पता चला कि मनीष सोनी नामक व्यक्ति
क्लाईव पाल नाम से आर्डर देकर प्रोडक्ट प्राप्त कर रहा है। उक्त जानकारी के आधार
पर पुलिस टीम द्वारा बड़ी ही हिकमतअमली के साथ मनीष को पकङा गया। पुलिस द्वारा पकङ
कर पूछताछ की गई, तो पाया गया कि मनीष सोनी जबंग डांट काम में
पूर्व में नौकरी करता था, तब इसकी अभिलाष पुरोहित से दोस्ती हुई
थी। बाद में इसे गैर जिम्मेदाराना कार्य करने के चलते कंपनी ने निकाल दिया था।
मनीष सोनी के द्वारा बताया गया कि अभिलाष पुरोहित नें उसके एवं उसके दो साथी
कर्मचारी के आईडी व पासवर्ड चोरी करके, उसे दे दिये थे, जिन आई.डी,
पासवर्ड
की मदद से मनीष ने जबंग कम्पनी द्वारा एस.बी.आई को जारी किये फ्री कूपन कोड
प्राप्त कर लिये तथा उन कोड का उपयोग कर मनीष द्वारा जबंग डाट काम से नकली
आई.डी.परिचय पत्र, पैन कार्ड बनाकर आनलाईन शांपिंग किया। उसने
करीबन 74 आर्डर किये थें जिस पर लगभग 220 प्रोडक्ट
प्राप्त किए गए। आरोपी मनीष को गिरफ्तार कर अभिरक्षा में लिया गया तथा विवेचना के
दौरान आरोपी के पास के बिना उपयोग किए 166 प्रोडक्ट जिनमें शर्ट, पैन्ट,
शूज,
बैग,
पर्फ्यूम,
घङी,
सैन्डल,
मैट्रैस,
कास्मैटिक
मटेरियल सहितकरीब ढाई-तीन लाख का सामान जप्त किया गया है। उक्त धोखाधड़ी में उसका
सहयोग करने वाले अन्य आरोपी अभिलाष पुरोहित को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस
द्वारा दोनों आरोपी को गिरफ्तार किया गया
है, जिनसे प्रकरण के
संबंध में पूछताछ की जा रही है।
उक्त शातिर धोखेबाजों को पकड़ने में वरिष्ठ
अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसूड़िया श्री आर.डी.कानवा एवं उनकी टीम
के उनि. जितेन्द्र सिंह जादौन, आर. महेन्द्र, आर. मुकेश पाठक
तथा आर. जयदीप की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
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