Saturday, June 18, 2016

लूट का पर्दाफाश, साजिश रचने वाले कंपनी के कर्मचारी सहित तीन आरोपी पुलिस थाना लसूड़िया की गिरफ्त में


इन्दौर 18 जून 2016-पुलिस थाना लसूड़िया द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 4.6.16 को हुई लूट की घटना का पर्दाफाश कर, तीन आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
दिनांक 04.06.16 को फरियादी मनोहर पिता बालमुकन्द निवासी कैलोद हाला इन्दौर ने पुलिस थाना लसूड़िया आकर रिपोर्ट किया कि, वह श्री मोहक अग्रवाल कि मेडिकेप बिजनेस एसोसियेट कम्पनी एस.आर.कम्पाउण्ड देवास नाका इऩ्दौर मे गोडाऊन इन्चार्ज का कार्य करता है व प्रतिमाह बैंक से कर्मचारियो की तनखवाह लाता है। प्रतिमाह की तरह इस माह भी मनोहर अपने साथी धर्मेन्द्र पिता रतनलाल (24) निवासी ग्राम खाकरोड थाना क्षिप्रा जिला इन्दौर के साथ दिनांक 04.06.16 को बैँक आँफ बडौदा एम.आई.जी शाखा इन्दौर से अपनी एक्टिवा गाडी से कर्मचारीयों की तनखवाह ला रहा था, वह स्वंय एक्टिवा चला रहा था तथा पीछे साथी धर्मेन्द्र बैंग मे 4.77.000/- रुपये लिये बैठा था। वह जैसे ही अंलकार मोटर्स एस.आर. कम्पाउण्ड देवास नाका इन्दौर पहुंचा तभी दो अज्ञात बदमाशो ने वाहन रोककर आँखो मे मिर्ची पाउडर झोककर व चाकूदिखाकर पैसे का बैग लेकर भाग गये। फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना लसुडिया द्वारा अपराध क्रमांक 442/2016 धारा 392 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया।
उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए, उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा अपराधियों की शीघ्र पतारसी कर, गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस थाना लसूड़िया की टीम द्वारा दौराने विवेचना फरियादी मनोहर, धर्मेन्द्र व मेडिकेप कम्पनी के मालिक श्री मोहक अग्रवाल के कथन लिये गये, जिससे यह बात स्पष्ट हुई की मनोहर के साथ धर्मेन्द्र भी पैसे लेने गया था, जिसे पैसो के लेने देने के संबंध मे पूर्व से जानकारी थी। धटना दिनांक को भी धर्मेन्द्र एक्टिवा गाडी के पीछे बैठे था व पैसो का बैग भी उसके हाथ मे था जिसका धटनाक्रम के दौरान आचरण संदिग्ध प्रतित हुआ। पुलिस द्वारा धर्मेन्द्र के बारें में जानकारी निकाली गई तो पता चला कि उसका उठना बैठना आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति सुभाष केवट पिता विक्रम केवट (28) निवासी ग्राम ब्राहम्ण पिपलिया थाना क्षिप्रा जिला इन्दौर के साथ है। पुलिस द्वारा इन दोनों अभिरक्षा मे लेकर लगातार पूछताछ की गई तो,खुलासा हुआ कि धर्मेन्द्र व सुभाष ने अपने साथीयों नितिन पिता राजू हंसारी निवासी एम.आर. 10 थाना हीरानगर इऩ्दौर तथा दिलीप निवासी मुम्बई के साथ मिलकर, ये लूट की योजना बनाई थी। योजना के मुताबिक उक्त धटना कारित कर हिस्सा बटवारा किया जिनमे सबके पास एक लाख चार हजार रुपये आये तथा पाया की घटना के दौरान बैग मे से पचास हजार रुपये आऱोपी दिलीप ने अपने साथियो के धोखा देकर निकाल लिये थे।
पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए, आरोपी धर्मेन्द्र, सुभाष व नितिन को गिरफ्तार कर, आऱोपी धर्मेन्द्र से एक लाख चार हजार रुपये तथा घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकल, मोबाईल व आरोपी सुभाष से एक लाख चार हजारु रुपये नगदी एवं आऱोपी नितिन ने लूट के पैसे से एक पल्सर मोटर सायकल खरीद ली थी जो बरामद की गई तथा खरीदी गई राशि वाहन विक्रेता से जप्त की गई तथा लूट के पैसे से खरीदे गये सामान जप्त किये गये। इस तरह कुल राशि नगदी 2.53.000/- रुपये सहित तीन लाख पचास हजार रुपये का मश्रुका बरामद किया गया है। आरोपी नितिन का  दिनांक 17.06.16 की रात्रि मे पुलिस द्वारा पीछा किया गया जो, पुलिस से बचने के प्रयास में भागते हुएबायपास पर गिर गया जिसके बाँये पैर मे अंधरुनी चोट आई है। आरोपी नितिन अपराधिक प्रवृत्ति का आदतन अपराधी होकर, इसके विरूद्ध कई गंभीर अपराध पुलिस थाना हीरानगर, थाना परदेशीपुरा आदि मे पंजीबद्ध है। पुलिस द्वारा आरोपी दिलीप की तलाश की जा रही है।

उक्त लूट का पर्दाफाश कर, आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी लसूडिया श्री आर.डी.कानवा व उनकी टीम के उनि. रमेश चौहान, सउनि. संजय सिहं भदौरिया, आर. देवेन्द्र सिंह, आर. महेश प्रजापति तथा आर जयदीप दादौरिया की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।




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