Wednesday, June 22, 2016

6.33 करोड की धोखाधडी में राशि बरामद न कराने वाला साथीदार क्राईम ब्रांच की गिरफत में


इन्दौर-दिनांक 22 जून 2016-सेना के 6.33 करोड की धोखाधडी के प्रकरण में पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश के तारतम्य में कार्यवाही करते हुए, क्राईम ब्रांच द्वारा विवेचना के दौरान प्रकरण में रूपयें 25 लाख 25 हजार की बरामदगी न कराने वाले मुम्बई निवासी नौसेना के भूतपूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया जाकर महत्वपूर्ण कार्यवाही की गई है।
                                अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम द्वारा बताया गया कि, नौसेना के 6.33 करोड के घोटाले में क्राईम ब्रांच द्वारा अभी तक लगभग 4 करोड रूपयें/दस्तावेज बरामदगी की महत्वपूर्ण कार्यवाही की जा चुकी है। इसी क्रम में प्रकरण के आरोपी राजकुमार चौधरी के बताये अनुसार मुम्बई निवासी 3 व्यक्तियों से लगभग 40 लाख रूपयें की बरामदगी के लिए एक टीम मुम्बई भेजी गई थी। क्राईम ब्रांच टीम द्वारा मुम्बई में प्रभावी कार्यवाही करते हुए लगभग डेढ़ लाख रूपयें की बरामदगी करने में सफलता प्राप्त की, साथ ही आरोपी राजकुमार चौधरी के बताये अनुसार सेना के भूतपूर्व कर्मचारी अशोक नागनगौडर निवासी कल्याणमुम्बई से भी लगभग 25 लाख 25 हजार रूपयें की बरामदगी होना थी। क्राईम ब्रांच टीम द्वारा अशोक नागनगौडर को पूर्व में नोटिस भेजकर भी नौसेना की यह राशि जमा कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया था, किन्तु पुलिस कार्यवाही को नजरअंदाज करते हुए अशोक नागनगौडर द्वारा यह राशि जमा नहीं कराई जा रही थी और पुलिस कार्यवाही एवं राशि जप्त कराने से बचने के लिए वह अपने फोर्ट मुम्बई स्थित ऑफिस से भी फरार चल रहा था। टीम द्वारा लगातार अशोक नागनगौडर की तलाश किये जाने पर वह कल्याण वेस्ट में होना पाया गया जिसे टीम द्वारा समीपस्थ खडकपाडा जिला कल्याण पुलिस थाने पर ले जाया गया। जहां पर उसके द्वारा पुलिस दल को राशि जमा कराये जाने में असमर्थता जाहिर करने पर आरोपी अशोक नागनगौडर पिता वस्पनप्पा बी नागरगौडर उम्र 45 साल निवासी 404/5 साईप्रस, बसन्त वैली थाना खडकपाडा कल्याण वेस्ट मुम्बई को भादवि की धारा 424 के तहत गिरफतार किया जाकर दिनांक 27.6.16 तक का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया है।
                                आरोपी अशोक नागनगौडर पूर्व में नौसेना के तकनीकी इलेक्ट्रि्रकल विभाग मे कार्यरत था जहां से वॉलन्टरी रिटायरमेन्ट के बाद नौसेना में हीइलेक्ट्रि्रकल सप्लायर का काम कर रहा था जिसके द्वारा आरोपी राजकुमार से बैंक खातो में एवं नगद राशि प्राप्त की गई थी। आरोपी अशोक द्वारा स्वयं के नाम पर कल्याण में एक आलीशान फलैट, दो बड़ी चार पहिया गाड़िया एवं दो ऑफिस में स्टाफ मेन्टेन किया जा रहा था। पुलिस रिमाण्ड पर लिये गये आरोपी अशोक नागनगौडर से उसकी रिमाण्ड अवधि में उक्त राशि बरामद की जावेगी। आरोपी के बैंक खातो को सील किया जाकर उसकी चल/अचल सम्पत्ति का मूल्यांकन किया जाकर, राशि बरामदगी की कार्यवाही की जावेगी।

                                उल्लेखनीय है कि क्राईम ब्रांच द्वारा नौसेना के खाते से धोखाधडी से आहरित राशि की बरामदगी के लिए पूर्ण प्रयास किये जा रहे है जिसके फलस्वरूप लगभग 4 करोड रूपयें की बरामदगी हो चुकी है। प्रकरण में गिरफतारशुदा आरोपियों द्वारा जिन-जिन लोगो को राशि दी गई है उनसे वसूली की कार्यवाही की जा रही है, राशि बरामद न होने पर कानूनी कार्यवाही के तहत प्रकरण में आरोपी बनाये जाने की कार्यवाही भी की जावेगी।


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