Thursday, June 23, 2016

अंधे कत्ल का 48 घंटे में पर्दाफाश, मृतक की पत्नी ने अपने मित्र के साथ मिलकर करवायी थी हत्या


इन्दौर-दिनांक 23 जून 2016-पुलिस थाना राऊ द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 20.06.16 को हुई सिप्ला कंपनी के कर्मचारी के अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर, आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की है।
                पुलिस थाना राऊ को दिनांक 20.06.16 को 10.00 बजे, ओमप्रकाश चौधरी द्वारा सूचना दी गई कि, उसका किरायेदार यशपाल पिता महेन्द्रसिंह निवासी देहरादून उत्तराखण्ड, पीथमपुर में सिप्ला कंपनी में काम करता है, जिसके कमरे में बाहर से ताला लगा हुआ है और यशपाल अंदर संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ है। उक्त सूचना पर पुलिस थाना राऊ की टीम तत्काल मौके पर पहंची व प्रथम दृष्टया हत्या का प्रकरण पाया जाने से, अप. क्रं 237/16 धारा 302,450 भादवि का प्रकरण, अज्ञातअपराधी के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा प्रकरण में त्वरित कार्यवाही कर, अज्ञात आरोपी की शीघ्र पतारसी कर, गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णा श्री सुनिल पाटीदार के नेतृत्व में थाना प्रभारी राऊ श्री विजय सिसौदिया व उनकी टीम को आरोपियों की पतारसी हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा विवेचना के दौरान किरायेदारों, मकान मालिक एवं सिप्ला कंपनी के उसके सहयोगियों से पूछताछ की गयी। जिस पर यह तथ्य सामने आया कि मृतक यशपाल द्वारा बताया गया था कि रात में मेरे यहां रिश्तेदार आने वाले है जिन्हें लेने के लिये मुझे रेल्वे स्टेशन इंदौर जाना है। इस तथ्य की जानकारी एवं मृतक यशपाल के परिजनों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस को पता चला कि मृतक की पत्नि पूजा उर्फ अंजली उर्फ पुज्जु भंडारी (बिष्ट) का अपने पति यशपाल से संबंध ठीक नहीं है। मृतक यशपाल के घर देहरादून एवं इंदौर में मिलने जुलने वाले लोगों के बारें में जानकारी प्राप्त की तो एक पारिवारिक मित्र जो कोटा राजस्थान में काम करता है, वह घटना दिनांक को कोटा राजस्थान में रहना नहीं पाया गया। इस आधार पर एक टीम कोटा राजस्थान रवाना कर उस व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना करम सिंह सिद्धू उर्फ करणसिंह निवासी देहरादून का होना बताया, जो कोटा में फर्नीचर बनाने का काम करता है पाया गया। करम सिंह का देहरादून में मृतक यशपाल के परिवार में आना जाना था तथा मृतक की पत्नि पूजा उर्फ अंजली उर्फ पुज्जु उसके लगातार संपर्क में थी, जिसके पिछले दो तीन वर्षो से मृतक की पत्नि अंजली से घनिष्ठ संबंध स्थापित किये और घर पर मृतक की गैर मौजूदगी में आना जाना लगातार करता रहा। अंजली एवं करमसिंह के अवैध संबंधों की जानकारी जब मृतक को लगी तो उसने देहरादून की कंपनी में नौकरी तलाश कर ली और पीथमपुर में नौकरी छोडने के लिये आवेदन दिया। जब इस बात की जानकारी अंजली एवं करणसिंह को लगी तो उन्होंने अपने संबंधों के बीच में आने पर यशपाल को रास्ते से हटाने के लिये षडयंत्र रचना शुरू किया। जिसकों अंजाम देने के लिये दिनांक 19-20.06.16 की दरमियानी रात में करमसिंह अपने अन्य साथियों के साथइंदौर आया और मृतक यशपाल के किराये के मकान में जाकर खाना खाया और सोते में मृतक यशपाल का गला घोंटकर हत्या कर दी। जिसके बाद करमसिंह अपने साथियों के साथ मृतक यशपाल का मोबाईल एवं पर्स जिसमें रखे नगदी एवं दस्तावेज लेकर चले जाना पाया गया। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर करमसिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर, अपनी प्रेमिका व मृतक की पत्नी अंजली उर्फ पुज्जू के साथ षडयंत्र रचकर, मृतक यशपाल की हत्या करना स्वीकार किया है। मृतक की पत्नि अंजली उर्फ पुज्जु उर्फ पूजा से पूछताछ करने पर उसके द्वारा मृतक यशपाल के देहरादून शिफ्ट होने की जानकारी के बाद अपने प्रेमी करमसिंह के साथ यशपाल को रास्ते से हटाने का षडयंत्र रचा तथा करमसिंह एवं उसके साथियों से अपने पति यशपाल की हत्या करवायी। पुलिस द्वारा आरोपी करमसिंह व अंजली को गिरफ्तार किया गया है, जिनका पुलिस रिमांड लेकर, प्रकरण के अन्य आरोपियों के संबंध में जानकारी एवं साक्ष्य संकलन किया जावेगा।

                उक्त अंधेकत्ल का पर्दाफाश कर, आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी राऊ श्री विजय सिसौदिया के नेतृत्व में उनि देवराजसिंह रावत, उनि गुलाबसिंह रावत, उनि प्रियंका अलावा, सउनि राजेन्द्रसिंह नायक, प्रआर. 948 रविन्द्र चौहान, प्रआर. 2606 श्यामसुंदर, आर. विजय चौहान, आर. रिषभ, आर. 2345 धर्मेन्द्र राठौर, आर. रामवीर, आर. निलेश तथा आर. सुरेश लशकरी का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।


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