इन्दौर-दिनांक 18 जनवरी 2015- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-01 श्री राजेश सहाय ने बताया कि बाणगंगा थाना क्षैत्रांतर्गत दिनांक 15/01/15 को भागीरथपुरा बगिया की पुलिया के पास नाले में पड़ी हुई लाश की सूचना कृषक गोवर्धन पिता मांगीलाल निवासी भागीरथपुरा द्वारा दी गई थी इस पर मर्ग कायम कर जांच की गई मौके पर मृतक की शिनाखत मृतक के भाई आनंद पिता अनंत कुलकर्णी ने करते हुये बताया कि उक्त लाद्गा उसके भाई गिरीश पिता अनंत कुलकर्णी उम्र 38 साल निवासी 478 भागीरथपुरा इंदौर की है। घटनास्थल का निरीक्षण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सहाय, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री अजय जैन तथा ज्यैष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी श्री सुधीर शर्मा द्वारा किया गया। लाश का निरीक्षण करने पर पाया गया कि मृतक को बाई ऑख के ऊपर भौं पर, बाई ऑख के नीचे व दाहिनी ऑख के ऊपर भौं पर, माथे पर व पीछे सिर पर चोटो के निशान व घाव है तथा पीठ पर रगड़ के निशान है इससे यह स्पष्ट हुआ कि मृतक की हत्या सामान्य दुर्घटना न होकर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसकी हत्या के उपरांत साक्ष्य छुपाने की नियत से लाश को नाले में फेका गया।
श्री राजेश सहाय द्वारा पत्रकारों से चर्चा करते हुये बताया गया कि उपरोक्त प्रकरण में स्थिति स्पष्ट होने पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्व हत्या का प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। थाना प्रभारी बाणगंगा योगेश सिंह तोमर को उक्त हत्या की गुत्थी सुलझाने व गंभीरता से जांच किये जाने हेतु निर्देश दिये गये। जांच के दौरान पता चला कि मृतक गिरीश पिता अनंत कुलकर्णी भागीरथपुरा अकेला अपने मकान में रहता है उस मकान को ओने पौने दामों में खरीदने के लिये कुछ लोग उस पर दबाव बना रहे थे। दिनांक 14/01/2015 को शाम करीब 07.30 बजे मृतक गिरीश कुलकर्णी भागीरथपुरा स्थित देशी कलाली पर शराब पीते देखा गया इसके बाद गिरीश को अपने घर के पीछे गोलू उर्फ मिथुन, पिन्टू उर्फ प्रवेश वर्मा, देवेन्द्र उर्फ ढोलू व रोहित भाटी के साथ शराब पीते देख गया इसी बीच मृतक गिरीद्गा को अधिक शराब पिलाकर उक्त चारों ने उससे उसका मकान राकेश यादव को बेचने का दबाव बनाया व एक स्टॉम्प पर दस्तखत करने को कहा लेकिन गिरीद्गा ने स्टॉम्प पर दस्तखत करने से मना किया इसी बात को लेकर आरोपी गोलू उर्फ मिथुन, पिन्टू उर्फ प्रवेश वर्मा, देवेन्द्र उर्फ ढोलू ने घटनास्थल पर पड़े टेलिफोन के लोहे के पाईप पर गिरीश को पटक दिया व वही पड़े ईट व सीमेन्ट के पाईप के टुकड़े से चेहरे पर वार कर घायल किया व टेलिफोन के पाईप को उठाकर सिर पर पटक दिया जिससे गिरीश घायल होकर अचेत हो गया तब गोलू ने गिरीश का अंगूठा अचेत अवस्था में रोहित भाटी द्वारा लाये गये स्टॉम्प पर राकेश के पक्ष में अंगूठा लगवा लिया।
आरोपी गोलू को इस कृत्य हेतु राकेश यादव द्वारा डेढ़ से दो लाख रूपयें देना पहले से तय था इसके बाद घायल अवस्था में आरोपी ढोलू द्वारा रिक्शा स्टैण्ड से रिक्शा ड्रायवर राजकुमार कद्गयप को झूठ बोलकर की रामसिंह की पत्नी को नंदानगर छोड़ने जाना है लेकर आया वह उसमें घायल गिरीश को आरोपी गोलू डर्फ मिथुन, पिन्टू उर्फ प्रवेश वर्मा, देवेन्द्र उर्फ ढोलू ने रिक्शे में डाला व मौके से अंगूठा लगा हुआ स्टॉम्प लेकर रोहित भाटी वहॉ से भाग गया तथा यह तीनो रिक्शे में घायल गिरीश को लेकर पहले गौरीनगर तरफ गये रास्ते में रिक्द्गो के अंदर ही गिरीश का तीनों आरोपियों ने बारी-बारी से गला दबाया बाद में उसी रिक्शे से ही भागीरथपुरा बगीया के पास पुल के किनारे गिरीश को रिक्शे से उतारा, डर की वजह से रिक्शे वाला राजकुमार अपना रिक्शा लेकर भाग गया व आरोपीगण गोलू उर्फ मिथुन, पिन्टू उर्फ प्रवेश वर्मा, देवेन्द्र उर्फ ढोलू ने गिरीश को घसीटकर तीनों ने मिलकर नाले में साक्ष्य छुपाने के लिये फेंक दिया।
प्रकरण में मुखय घटना स्थल 478 भागीरथपुरा के पीछे से टेलीफोन का लोहे का रक्त रंजित खम्बा, सीमेन्ट के पाईप का टुकड़ा, ईट व रक्त आदि जप्त किया जा चुका है। प्रकरण में आरोपी गोलू उर्फ मिथुन पिता बाबूसिंह ठाकुर, पिन्टू उर्फ प्रवेद्गा वर्मा पिता रवि वर्मा, देवेन्द्र उर्फ ढोलू पिता रमेश कोठे एवं राकेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी रोहित भाटी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी व मृतक गिरीश के अंगूठा लगे हुये स्टॉम्प की बरामदगी होना शेष है।
उक्त अंधेकत्ल के प्रकरण को सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने में उनि आर.एल. मिश्रा की टीम में उनि जी.एस. भदोरिया, सउनि के.के. मिश्रा, सउनि जगदीश मालवीय, आर. घनश्याम चौहान, नीरज सिंह तोमर, उदयभान, सिकन्दर तथा आर. राममिलन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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