Wednesday, August 20, 2014

स्कीम नं. 140 के पास पाईप में से मिले अज्ञात शव के अंधे कत्ल का खुलासा

इन्दौर-दिनांक 20 अगस्त 2014-पुलिस अधीक्षक पूर्व इन्दौर श्री ओ.पी. त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 16.08.14 को थाना कनाड़िया अन्तर्गत स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित पाईप में फंसी मिली अज्ञात लाश की शिनाखत एवं उसकी हत्या कर लाश छुपाने वाले आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। अज्ञात मृतक की शिनाखत उत्तम कुमार पिता शंकर राव (45) निवासी लक्ष्मीनगर हैदराबाद के रूप में हुई है।
  दिनांक 16.08.2014 को सूचनाकर्ता राजेश पिता प्रभूलाल नकवाल निवासी पिपल्याहाना इन्दौर ने थाना कनाड़िया को सूचना दी कि, स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित सीमेंट के पाईप में किसी अज्ञात की लाश फंसी है। जिस पर से थाना कनाड़िया पर मर्ग क्रं29/14 धारा 174 जाफौ का कायम कर जांच प्रारम्भ की गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, अति.पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री रामजी श्रीवास्तव, नगर पुलिस अधीक्षक श्री एम.एस. जैदी तथा एफ.एस.एल. प्रभारी डॉॅ. एस.के. शर्मा द्वारा बारिकी से घटना स्थल कानिरीक्षण कर थाना कनाड़िया के पुलिस बल को आवश्यक निर्देश दिए गए। घटना स्थल के निरीक्षण एवं मृतक की पीएम रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि का प्रकरण कायम किया गया। 
 उक्त प्रकरण में पुलिस को अज्ञात आरोपियों का पता लगाना जितना चुनौतीपूर्ण था, उससे भी ज्यादा अज्ञात मृतक की पहचान चुनौतीपूर्ण था। अतः प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में घटना स्थल के बारिकी से निरीक्षण करने पर घटना स्थल से लाश के पास से कोल्हापुरी प्रिंट का चादर तथा प्लास्टिक का बैग जिस पर क्रिस्टल शुगर चोपड़ा मिल प्रिंट किया हुआ मिला था वैसा ही प्लास्टिक का बैग घटना स्थल से कुछ दूरी पर बने झोपड़े के पास से मिला, जिसके आधार पर वहां स्थित झोपड़े में रहने वालों के बारे में जानकारी निकाली गई तो ज्ञात हुआ कि वहां रहने वाले मोहन व प्रताप बलाई के घर पर तीन-चार दिन पूर्व रात में कोई मिलने आया था।  इस आधार पर उनकी झोपड़ी की तलाशी ली गई तो वहां पर से मोहन, प्रताप व उसके साथ रहने वाले दो और भाईयों में से कोई नहीं मिला, लेकिन उसकी झोपड़ी में से घटना स्थल पर से मृतक केपास मिलें कपड़े के चादर जैसा अन्य चादर मिला, जो इस अंधे कत्ल का महत्वपूर्ण सुराग बना। पुलिस द्वारा प्रताप के झोपड़े की निगरानी कर रही थी कि, दिनांक 18.08.14 को जब प्रताप उसकी झोपड़ी पर आया तो उसको पकड़कर, पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसके गांव कारपुर जिला खण्डवा का सुरेश दिनांक 14.08.14 को रात को अपने साथ एक आदमी को लेकर आया था, जो उसकी झोपड़ी के बाहर ही सोया था, जिसने अपने साथ लाये साथी को मार दिया था तथा सुरेश के साथ उसका भाई कमल भी रात को भाग गया था।
उक्त जानकारी के आधार पर सुरेश की पतारसी की गई तो मुखबिर से सूचना मिली कि, आरोपी सुरेश खण्डवा में है, जिसको पकड़ने के लिए उनि बघेल के नेतृत्व में गई टीम ने आरोपी सुरेश को रेल्वे स्टेशन खण्डवा से भागते हुए पकड़ा। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम सुरेश पिता मायाराम बलाई (40) निवासी कारपुर थाना पिपलोद जिला खण्डवा बताया तथा मृतक की हत्या करना स्वीकार किया। 
आरोपी सुरेश ने बताया कि वह कोहेफिजा भोपाल में अपनी बड़ी बेटी के साथ रहता है, उसकी पत्नि करीब 06 वर्ष पूर्व उसे छोड़कर अपने दो लड़के व एक लड़की कोलेकर हैदराबाद चली गई थी। सुरेश के साथ उसकी बड़ी बेटी रहती थी, जिसकी मई माह में शादी हुई है, जिसकी शादी में उसकी बेटी ने अपने बड़े भाई का पता कर लगाकर उसे हैदराबाद से बुलाया था, तब आरोपी को पता लगा कि उसकी पत्नि कहां रहती है। शादी के बाद आरोपी सुरेश अपने बडे़ बेटे के साथ अपनी पत्नि के पास हैदराबाद पहुचां, और वहां कुछ दिन रहा तब उसने देखा कि मृतक उत्तक कुमार का उसकी पत्नि के घर पर कुछ ज्यादा ही आना जाना है तो उसे अपनी पत्नि के साथ मृतक उत्तम के अवैध संबंध का शक हुआ, और उसने उसको मारने की योजना बनाई। आरोपी सुरेश के लड़के को सिर में गठान थी, जिसका उसने इन्दौर में ईलाज करवाने का कहकर, उत्तम कुमार को साथ लाया कि लड़के के ईलाज के बाद तुम इसे वापस हैदराबाद ले आना। आरोपी योजनाबद्ध तरीके से दिनांक 13.08.14 को उत्तम कुमार को अपने साथ लाकर, उसके सामान व खुद के लड़के को अपने भतीजे विनोद के घर खजराना में छोड़कर, उत्तम को प्रताप के झोपड़े पर लाया। रात में वे प्रताप के झोपड़े के बाहर सोयें, तब उत्तम कुमार के सो जाने पर आरोपी सुरेश ने उसके सिर पर पत्थर पटकर कर हत्या कर दीतथा झोपड़े में सो रहे प्रताप के भाई कमल को साथ लेकर वहीं पास में स्कीम नं. 140 के पास पावर हाउस के पीछे बने गार्डन स्थित पाईप में लाश को फंसाकर चादर व प्लास्टिक बैग से छिपा दी, और दूसरे दिन अपने बच्चे को भतीजे के घर से लेकर खण्डवा भाग गया। आरोपी जब अपने बच्चे को लेकर खण्डवा से कहीं और जाने की फिराक में था कि पुलिस द्वारा आज दिनांक 20.08.14 को खण्डवा रेल्वे स्टेशन से आरोपी को धरदबोचा। पुलिस द्वारा आरोपी सुरेश ने अपने भतीजे के यहां रखा मृतक का सामान जप्त कर लिया है तथा मृतक की लाश को छुपाने में आरोपी की मदद करने वाले कमल को भी गिरफ्‌तार कर लिया है।
इस संपूर्ण कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी कनाड़िया संजय चतुर्वेदी के नेतृत्व में थाने के उनि बघेल, उनि जे.एस.चौहान, प्रआर. गोवर्धन, आर. देवेन्द्र, विजेन्द्र, योगेश, रामलखन तथा आर. विपिन का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा। वरिष्ठ अधिकारीगणों द्वारा उक्त अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। 

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