इन्दौर-दिनांक 06 मई 2014- पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर ज़ोन श्री विपिन माहेश्वरी ने बताया कि, कल दिनांक 05 मई 2014 को रिदम गार्डन से व्यापारी अनिल राजगुरू के बेटे आशीष का अपहरण कर, दो करोड़ की फिरौती मांगने वाले आरोपियों को पुलिस ने चंद घंटो में गिरफ्तार कर लिया है।
फरियादी अनिल पिता हरिभाउ राजगुरू (49) निवासी 350 सुंदर नगर मेन इन्दौर द्वारा इस आशय की रिपोर्ट की कि दिनांक 05 मई 2014 को उनके बड़े भाई के लड़के अजीत की शादी का कार्यक्रम रिदम गार्डन में था। वह अपने परिवार एवं उनके लड़के आशीष के साथ रिदम गार्डन गये थे, दोपहर 03.35 बजे उन्हे उनके लड़के आशीष के मोबाईल नम्बर से किसी अज्ञात व्यक्ति की आवाज में फोन आया कि तुम्हारा लड़का हमारे कब्जे में है, दो करोड़ रूपयें दे दो नहीं तो तुम्हारे लड़के आशीष की हत्या कर देगें। उक्त रिपोर्ट पर थाना राजेन्द्र नगर पर अपराध कायम कर, अग्रिम कार्यवाही एवं विवेचना हेतु थाना लसूड़िया भेजा गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक-शहर श्री राकेश गुप्ता के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक-पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक-पश्चिम श्री आबिदखान, अति. पुलिस अधीक्षक-पूर्व श्री राजेश सहाय, अति. पुलिस अधीक्षक-पश्चिम श्री विनय प्रकाश पॉल, नगर पुलिस अधीक्षक विजय नगर श्री के.के शर्मा तथा थाना प्रभारी लसूड़िया नरेन्द्र सिंह गहरवार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। उक्त टीम में थाना लसूड़िया, विजय नगर, खजराना एवं थाना हीरानगर का बल लिया गया।
प्रकरण में योजनाबद्ध तरीके से आरोपियों को नियत राशि की फिरौती के लिये तैयार किया गया डमी बैग, अपहरणकर्ता द्वारा नियत स्थान पर रखा गया एवं रणनिति के तहत पुलिस को निर्धारित स्थान पर एवं चेकिंग पाईंट पर लगाया गया। नियत स्थान पर जैसे ही आरोपी रूपयें लेने पहुंचा, तो उसे वहां लगी पुलिस टीम द्वारा मौके पर पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम ईशांत पिता राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा (25) निवासी-263 चौबीयाना, ललितपुर उत्तर प्रदेश एवं हाल मुकाम फ्लेट नं. 101 आदिनाथ बिल्डंग चिकित्सक नगर इन्दौर बताया।
आरोपी ईशांत से जब और पूछताछ की गई तो बताया कि, उसकी गर्लफ्रेंड जैसी पति गिरिराज एंथोनी (30) निवासी-देव रोड़ तले गॉंव पूना, हाल मुकाम महालक्ष्मी नगर इन्दौर, आशीष के रसोमा चौराहे पर स्थित टेपेस्ट्री के शारूम केउपर स्थित मिलेनियम प्रापर्टीज में काम करती है, जिसकी आशीष से जान पहचान थी। आरोपिया जैसी को मालूम था कि आशीष के पिता के पास काफी पैसा है, यही सोचकर आरोपी ईशांत एवं जैसी ने आशीष का अपहरण किया। आरोपी ईशांत को लेकर पुलिस ने आदिनाथ बिल्डिंग के फ्लेट नं. 101 पर दबिश दी जाकर कमरे में बंद अपहृत आशीष को मुक्त कराया। आरोपी की निशानदेही पर एक कार एसेंट एमपी-04 एसए-8901 जिसमे दो बैग, दो झोले व नारियल की नई रस्सी बरामद की गई। आरोपीगण फिरौती की रकम लेते ही उक्त कार से शहर छोड़कर भागने की तैयारी मे थे, जिन्हे पुलिस द्वारा चन्द घन्टो में ही पकड़ कर, अपहृत आशीष को मुक्त करवाया गया।
इस कार्यवाही में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर ज़ोन श्री विपिन माहेश्वरी द्वारा पचास हजार रूपयें के ईनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
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