Saturday, January 11, 2014

24 लाख रूपयें की लूट का 24 घन्टे में पर्दाफाश, लूटे गये रूपयों के साथ सभी 03 आरोपी गिरफ्तार

इन्दौर -दिनांक 11 जनवरी 2014- उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 09.01.2014 को दोपहर 15.50 बजे पी.डी.पी.एल (पैरेंटल ड्रग्स इंडिया प्राईवेट लि.मि.) की महिन्द्रा बस के 24 लाख रूपयें लेकर लौटते वक्त थाना खुड़ैल क्षैत्रांतर्गत बड़िया खाल इंदौर नेमावर रोड़ पर मोटरसायकल पर आये 02 अज्ञात बदमाशों द्वारा बस को रोककर राशि लूटकर फरार हो गये थे। घटना के संबंध में थाना खुड़ैल में पी.डी.पी.एल. कंपनी के कैशियर अशोक पाटीदार की रिपोर्ट पर अप. क्रं. 15/2014 धारा 392 भादवि का पंजीबद्व किया गया था। घटना की गंभीरता को देखते हुये उपपुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक पश्चिम, जिला इन्दौर श्री अनिल सिंह कुशवाह द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महूू श्री अरविन्द तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित कर पतारसी करने के निर्देश दिये गये।
       पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सिंह कुशवाह द्वारा बताया गया कि घटना स्थल के समीप ही स्थित टोल नाके के सी.सी.टी.व्ही. फुटेजप्राप्त कर उसके अवलोकन से घटना के वक्त बस की गति अत्यंत कम होने से ड्रायवर गणेश मिश्रा के आचरण पर संदेह उत्पन्न हुआ। इसके अतिरिक्त घटना को देखते हुये यह भी लग रहा था कि पी.डी.पी.एल. कंपनी में पूर्व में कार्यरत किसी कर्मचारी को जिसे रूपयों के आने-जाने के संबंध में जानकारी हो की घटना में संलिप्तता होने की संभावना को ध्यान में रखकर कंपनी से विगत 06 माह में निकाले गये कर्मचारियों की सूची प्राप्त की गई। उक्त दोनो बिन्दुओं के आधार पर चालक गणेश मिश्रा एवं धीरज गुर्जर निवासी दुधिया से पूछताछ करने पर घटना में शामिल होना स्वीकार किया। इस आधार पर आरोपी 1. गणेश पिता राजेन्द्र मिश्रा (34) निवासी रामनगर पालदा इंदौर, 2. धीरज पिता मोहन गुर्जर (20) निवासी ग्राम दुधिया तथा 3. लोकेश पिता इन्दर गुर्जर (35) निवासी ग्राम दुधिया को गिरफ्तार कर लूटे गये 24 लाख रूपयें आरोपी धीरज एवं इन्दर गुर्जर के घर से बरामद किये गये।
        आरोपियों से पूछताछ कर बताया है कि आरोपी धीरज गुर्जर पूर्व में कंपनी में काम करता था करीब 03 माह पहले उसे कंपनी से निकाल दिया गया था। धीरज गुर्जर की बस चालक गणेश मिश्रा से पूर्व से पहचानथी एवं आरोपी लोकेश एवं धीरज गुर्जर चचेरे भाई है। धीरज एवं लोकेश ने मिलकर गणेश को प्लाट का लालच देकर बस के आने के संबंध में जानकारी देने को कहा था। गणेश ने यह भी बताया कि बस के दरवाज की चटकनी खराब है उसे जोर से धक्का देने पर वह खुल जाती है। घटना दिनांक को जीपीओ चौराहा स्थित स्टेट बैंक से निकलते वक्त गणेश ने लोकेश को फोन के माध्यम से सूचना दी थी, जिसके बाद आरोपियों ने हंक बाईक से हेलमेट लगाकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाईक, 02 हेलमेट तथा लूटी गयी संपूर्ण राशी रूपयें 24 लाख बरामद कर ली है।
       लूट की इस सनसनीखेज घटना का 24 घंटे में ही पता लगाकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटे गये पूरे 24 लाख रूपयें बरामद करने में सफलता प्राप्त करने में थाना प्रभारी खुड़ैल विनय आर्य, उनि पप्पूलाल शर्मा, उनि सरदार सिंह सोलंकी, पीएसआई अशोक सिंह चौहान, सउनि जितेन्द्र मिश्रा, गणेश सोलंकी, प्रआर. भगवत सिंह रघुवंशी, आरक्षक मुकेश नागर, योगेश रघुवंशी, आर्दश दीक्षित तथा अंजनी तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। 

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