Monday, November 4, 2013

गबन करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का क्राईम ब्राच द्वारा पर्दाफाश, करोडों के माल की अफरा-तफरी

इन्दौर -दिनांक 04 नवम्बर 2013 - उप पुलिस महानिरीक्षक शहर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) श्री अनिल शर्मा को शहर मे फर्जी कागजातों से ट्रकों में माल भरकर नियत स्थान पर न पहुचाकर माल को अन्य स्थानों पर ले जाकर बेचने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर कार्यवाही हेतु क्राईम ब्रांच के अति. पुलिस अधीक्षक श्री देवेन्द्र पाटीदार व अति. पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी को कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। कार्यवाही हेतु उप पुलिस अधीक्षक सलीम खान व निरीक्षक सोमा मलिक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की खजराना के सलीम उर्फ रज्जाक पिता ईमाम खान उर्फ गुलशेर खान नि 34 ए इलियास कालोनी खजराना के दो ट्रालों पर चालक सत्यनारायण उर्फ सत्तू पिता सरदारसिंह नि 142 ए छोटी खजरानी व अजय ठाकुर नि स्कीम न 140 आईडीए मल्टी तथा इसी मल्टी का क्लीनर जो मूल रूप से ग्वालियर का रहने वाला है एवं तेजू पिता कचरू नि घाटा बिल्लौद के जरीये ट्रकों से कागज चोरी करवा कर उनके चेचीस एवं इंजन नंबर अपने ट्रालों में डालकरतथा चोरी किये कागजों के नंबर अंकित कर ट्रासंपोटों से माल भरकर नियत स्थान पर माल को न पहुचांकर बीच में ही अफरा-तफरी कर बेच देते हैं। सूचना पर डायवर सत्तू उर्फ सत्यनारायण को एमआईजी क्षैत्र से पकडा, पूछताछ करने पर चालक सत्तू ने बताया कि मेरा सेठ सलीम अपने क्लीनर इल्ली उर्फ इलियास जो ग्वालियर का रहने वाला है से ट्रकों से कागज चोरी करवा कर उसके स्वंय के ट्रकों पर चोरी किये हुये कागज के नंबर, इंजन नंबर व चेचीस नंबर अपने ट्रालों पर डालकर अन्य राज्यों से माल भरकर उसे बेचकर माल की अफरा-तफरी करता है। सत्तू के द्वारा सलीम ने अपने ट्रक पर गुजरात के नंबर अंकित कर जलगांव के नवभारत ट्रांसपोर्ट से रूई की गठाने गोल्डन गुजरात शहर के लिये भरी थी, परंतु सलीम ने उसे नियत स्थान पर न पहुचाते हुये अहमदाबाद के रमेश सेठ के बटोवा चौकडी अहमदाबाद के गोदाम पर माल खाली करवा कर माल की अफरा - तफरी की एंव दूसरी बार सलीम ने अपने ट्रकों पर जिसमें एक पर एमएच-35/0359 एवं दुसरे पर एमएच-12/ईएफ/4012 के कागज लगाकर भिमंडी के सतगुरू ट्रांसपोर्ट से दोनों ट्रालों में परचून का माल नागपूर भेजने के लिये भरा था, परंतु सलीम द्वारा चालक सत्तू से ट्रक चलवा कर इंदौर में लाकर राजेन्द्रनगर क्षेत्र के गोडाउन में माल खाली करवा दिया। माल नागपुर न पहुचाकर माल की अफरा-तफरी की एवं तीसरी बार सलीम ने अपने ट्राले पर आर जे-27/1195 का नबंर व कागज लगाकर मैसूर कार्नाटक के बालाजी टासपोर्ट से प्लास्टिक दाना भरा जिसे नोयडा पहुचाना था, परंतु नोयडा न पहुचाकर चालक सत्तू के द्वारा ट्राला चलाकर पुन; बटोवा चोकडी अहमदाबाद रमेश सेठ के गोढाउन में खाली करवा दिया व माल की अफरा तफरी की। सत्तू के अलावा सलीम के ड्रायवर अजय ठाकुर एंव क्लीनर इलीयास तथा ड्रायवर तेजु पिता कचरू के माध्यम से भी सलीम द्वारा चोरी किये गये कागजों के नंबर चढवाकर माल की अफरा-तफरी की है। ट्रकों के चोरी किये गये कागजों से इंदौर के दलाल शेलू जैन से एवं नकली लायसेंस छोटा उदयपुर राजस्थान से फर्जी लायसेंस सलीम के लडके सलमान उर्फ बबलू नि इलियास कालोनी खजराना के द्वारा तैयार करवा कर ट्रकों पर डालने हेतु दिये जाते थे तथा अफरा-तफरी किया गया माल की राशी सलमान उर्फ बबलू के द्वारा रमेश सेठ से नगद एवं हवाले के जरिये प्राप्त कि गई है । 
                   इस अफरा तफरी के मामलों में उपरोक्त लोगों द्वारा बडी चालकी से माल का गबन किया है । चालक सत्तूकि निशादेही पर सलमान उर्फ बबलू पिता सलीम को पकडा गया जिसने उपरोक्त घटनाओं की पुष्टि की। ट्रक मालिक सलीम, चालक अजय ठाकुर, तेजु, क्लीनर इलियास की तलाश की गई तो पता चला की ये चारों माल भरने ट्रालों को लेकर औरंगाबाद महाराष्ट्र गये हैं जो नही मिले। इस प्रकार सलीम ने अपने उपरोक्त साथीयों के साथ मिलकर महाराष्ट्र, कर्नाटक के कई शहरों से करोडों के माल की अफरा-तफरी की है । सलीम इस कार्य का मास्टर माईंड होकर पूर्व में भी कई बार पकडा जा चुका है तथा कई राज्यों की पुलिस को सलीम के गिरोह की तलाश थी । सलीम पूर्व में भी इसी प्रकार के मामलो में सजा काट चुका है । जेल से छूटने के बाद विगत ढाई सालों से उपरोक्त अपराधों को अपने साथियों के साथ अंजाम दे रहा है । इस गिरोह को कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी। आरोपियों से सघन पुछताछ की जा रही है कई करोडों का माल बरामद होने की संभावना है । फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है । अग्रिम कार्यवाही हेतु आरोपियों को महाराष्ट्र पुलिस के सुपुर्द किया जावेगा । 
उक्त आरोपियों को पकड़ने में टीम के सउनि नाथूराम दुबे, प्रआर चंदरसिंह, तेजसिंह,रमेश योगेश्वर, आर रणवीरसिंह, श्याम पटेल, सुरेश मिश्रा, अजीत यादव का सराहनीय योगदान रहा।

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