इन्दौर - दिनांक 30 अगस्त 2013- पुलिस उप महनिरीक्षक इन्दौर शहर श्री राकेश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री ओ.पी. त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि, दिनांक 28.8.2013 को आरोपी सूरज जाट, आाशीष पाल और शशांक ने फरियादी लोकेश के घर पर स्कार्पियो वाहन क्रमांक एमपी 09 बीसी 8055 एवं दो एक्टीवा वाहन से पहुंच कर चलते रामायण पाठ के दौरान एकमत होकर लोकेश को जान से मारने की नियत से गोलियां चलाई जो बीच बचाव के लिए मजरूह शिवकुमार को पीठ पर लगी तथा सभी आरोपी अपनी गाडी से भाग गये थे। घटना पर से थाना परदेशीपुरा पर अपराध क्रमांक 556 /13 धारा 307,147,148,149, 294 ताहि0 आरोपियान सूरज पिता रमेश जाट नि0 परदेशीपुरा, रमेश पिता अम्बाराम जाट नि0 सदर, कौशल्या पति रमेश जाट, आशीष पिता दिलीप पाल नि0 फिरोज गांधी नगर, शशांक नि0 सर्वहारानगर, सोनू जैन उर्फ भबका व अन्य दो साथी के विरूद्व पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था।
आरोपियों की गिरफतारी अधिकारियों द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी को निर्देशित किया गया जिनके द्वारा अपनी टीम को दिन दहाडे गोली चलानेवाले आरोपियों को तत्काल गिरफतार किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
अपराध शाखा की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि गोली चलाने वाले आरोपीगण लसूडिया क्षेत्र में किसी एक आरोपी के रिश्तेदार के यहा छुपे हुए है। मुखबिर की सूचना पर अपराध शाखा की टीम द्वारा दबिश दिये जाने पर आरोपीगण आशीष पाल पिता दिलीप पाल निवासी फिरोज गांधी नगर इन्दौर, कौशल्या बाई पति रमेश जाट निवासी 52/2 परदेशीपुरा इन्दौर, को गिरफतार किया गया। आरोपी की गिरफतारी के दौरान उनके साथ छुपे हुए उनके अन्य साथीदारान तन्नु उर्फ नीरज पिता उत्तम सिंह निवासी 52/2 परदेशीपुरा, मितेश पिता अरूण गवली निवासी 703/8 नन्दानगर, एवं भूरा उर्फ उमाशंकर पिता रामनरेश निवासी 1438/23 नन्दा नगर इन्दौर को खटकेदार चाकू के साथ गिरफतार किये जाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
आरोपी आशीष पाल ने पूछताछ में बताया कि, फरियादी लोकेश द्वारा फोन पर किसी बात को लेकर गाली गलौच करने एवं क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने हेतु उसे साथियों सहित उसके घर पर जाकर देशी कटटे से मारने का प्रयास किया गया। बीच बचाव के दौरान मजरूह श्री शिवकुमारराठौर को गोली लगने पर वहां से भाग जाना स्वीकार करते हुए अपना जुर्म कबूल किया है। आरोपी आशीष पाल का पूर्व अपराधिक इतिहास रहा है आरोपी पर पूर्व के 19 अपराध इन्दौर के विभिन्न थानों में पंजीबद्व है। पकडे गये अन्य आरोपियों का पूर्व अपराधिक इतिहास रहा है।
आरोपियों की गिरफतारी में अपराध शाखा के सउनि भारत सिंह यादव, सउनि (अ) अमित दीक्षित, आर. सुरेश मिश्रा, आर. श्याम पटेल, आर. रमेश योगेश्वर, आर. रणवीर सिंह महिला आर. माया डाबी की उल्लेखनीय भूूमिका रही है।
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