Sunday, July 7, 2013

फर्जी अभ्यार्थियों को एमपी पीएमटी प्रवेश परीक्षा से पूर्व पकड़ा गया, अन्तर्राज्जीय गिरोह मूल अथ्यार्थियों से रूपयें लेकर एमपी पीएमटी में प्रवेश दिलाने की फिराक में था



इन्दौर -दिनांक 07 जुलाई 2013- पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन, इन्दौर श्री विपिन कुमार माहेश्वरी, को गुप्त तौर पर सूचना प्राप्त हुई थी कि, दिनांक 07 जुलाई 2013 को प्रदेश स्तर पर सम्पन्न होने वाली प्री-मेडिकल-टेस्ट में फर्जी अभ्यर्थियों के परीक्षा में सम्मिलित होने की संभावना है जिसके तहत प्रदेश के बाहर से कई संखया में छात्र इस प्रवेश परीक्षा में शामिल होने इन्दौर आ रहे है। 
सूचना पर संज्ञान लेते हुए श्री माहेश्वरी द्वारा इस बाबत श्री राकेश गुप्ता, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर रेन्ज, शहर को निर्देशित किया गया। श्री गुप्ता द्वारा इस विशेष गोपनीय अभियान की कमान श्री दिलीप सोनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा को सौंपी जाकर राष्ट्र्रस्तरीय रेकेट के भण्डाफोड की महत्वपूर्ण जवाबदारी सौंपी गई। 
श्री सोनी द्वारा इस महत्वपूर्ण सूचना की कमान संभालते हुए एक कार्य योजना तैयार की जाकर अपराध शाखा के समस्त अधिकारियों की टीमों को एक विशेष प्रारूप तैयार कीगयी।
अपराध शाखा के उप निरीक्षक श्री कैलाश पाटीदार को सूचना प्राप्त हुई कि, राऊ बायपास स्थित पथिक होटल में कुछ संदिग्ध छात्र रूकें हुए है। दौराने चेकिंग एक ही कमरे में रूके 6 छात्रों को चेक करने पर एक छात्र रमाशंकरलाल पिता लालताप्रसाद वर्मा (25) निवासी ग्राम पोस्ट वेलभरिया थाना इटियाथोक जिला गौण्डा उ.प्र. के पास से रिषिकेश त्यागी के नाम का पीएमटी परीक्षा का प्रवेश पत्र एवं रिषिकेश त्यागी के नाम से म.प्र के जौरा जिला भिण्ड म.प्र. के नाम का वोटर आय.डी. भी प्राप्त हुआ। एक ही छात्र के पास से दो अलग-अलग फोटो परिचय पत्र प्राप्त होने से, संदिग्ध को हिरासत में लेकर बारिकी से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि, उसे परीक्षा देने एवं पास होने के लिए 50,000-00 की राशि देने का प्रलोभन दिया गया था। रमाशंकरलाल ने आगे बताया कि इस कार्य के लिए पवन नामक व्यक्ति ने उसे प्रलोभन दिया था एवं उ.प्र. से उसने ही बुलवाकर राऊ स्थित होटल पथिक में रूकवाया था। रमाशंकरलाल ने बताया कि एकमात्र वह ही नहीं है, बल्कि और भी छात्र इसी कार्य के लिए आये हुए है। होटल में अन्य छात्रों की तलाशी लेने पर रमाशंकरलाल के एक साथी मोहम्मद रिजवानखान पिता अब्दुल वहीद खॉन (27) निवासी ग्राम चकरिया पोस्ट धरमनपुर थाना रिसिया जिला बहराईच उ.प्र. के पास से कूटरचित प्रवेश पत्र प्राप्त हुआ। दोनो छात्रों को हिरासत में लिया जाकर थाना राजेन्द्र नगर जिला इन्दौर में अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों से पूछतांछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि, उनके कुछ साथी इन्दौर शहर में विभिन्न होटल एवं लॉज में इसी कार्य के लिए रूके हुए है। 
आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर अपराध शाखा के उप निरीक्षक आमोद सिंह राठौर की टीम को सयाजी होटल के सामने स्थित होटल पार्क में रूके एक छात्र राहूल कुमार सोनी पिता दिनेश कुमार सोनी (24) निवासी मोहल्ला शहजहांपुर, कस्बा शहजादपुर, तहसील अकबरपुर, जिला अम्बेडकर नगर उ.प.्र के पास से पीएमटी परीक्षा का प्रवेश पत्र प्राप्त हुआ जिसमें राहुल कुमार सोनी पिता श्यामजी शुक्ला लिखा होने से संदिग्ध पाया गया। जिससे बारिकी से पूछतांछ करने पर उसने बताया कि, कानपुर निवासी राहुल ओझा नामक छात्र ने उसे म.प्र. पीएमटी में परीक्षा देने हेतु 50,000-00 से 1,00,000-00 की राशि का प्रलोभन दिया था। राहुल सोनी मूलतः अम्बेडकर नगर उ0प्र0 कानिवासी है जो वर्ष 2013 में ही उत्तर प्रदेश पीएमटी परीक्षा उर्त्तीण की है। राहुल सोनी का मुखय कार्य अलवर निवासी एक छात्रा को नकल कराना था। इस सूचना पर छात्रा के रूकने की होटल पर उसके पिता से चर्चा करने पर उन्होने बताया कि, कसरावद निवासी रवि कुशवाह ने उन्हे 20,00,000-00 रूपयें में उनकी पुत्री का पीएमटी में सौ प्रतिशत प्रवेश दिलाये जाने का विश्वास दिलाया जाकर मात्र ऑनलाईन फार्म भरकर केवल रोल नम्बर एवं फार्म नम्बर देने के लिए कहा गया था। इसलिए उनके द्वारा अलवर से ऑनलाईन फार्म भरकर इन्दौर सेन्टर चुना गया था।
आरोपियों द्वारा प्रदत्त जानकारी के आधार पर अपराध शाखा के सउनि नाथूराम दुबे की टीम ने एमवायएच क्षेत्र की वैभव लॉज एवं शर्मा लॉज में सूक्ष्मता से चेकिंग करने पर उत्तरप्रदेश के बहराईच, गौण्डा, वाराणसी, अम्बेडकर नगर इत्यादि जिलो से पीएमटी प्रवेश परीक्षा देने के लिए इन्दौर आये छात्रों को हिरासत में लिया। छात्रों से सूक्ष्मता से पूछताछ करने पर विनीत यादव पिता राममिलन यादव (25) निवासी ग्राम रतनपुर पोस्ट सलेम जिला रायबरेली उ.प्र. को हिरासत में लिया गया जिसने बताया कि, विकल्प सिंह राजपुत निवासी हमीरपुर उ.प्र. नामक व्यक्ति नेकुछ लडकों को परीक्षा देने हेतु इन्दौर भेजा था और यह बताया कि, यदि तुम्हारा प्रवेश हो जाता है तो कांउसलिंग के बाद अपना नाम वापस लेने पर तुम्हे 50,000-00 से 1,00,000-00 के बीच की राशि प्रदान की जावेगी। श्री दुबे द्वारा वैभव लॉज से एक और अन्य छात्र कृष्णकुमार पिता जमीदार सिंह बैस (27) निवासी ग्राम 31 कौल कस्बा बदलापुर जिला जौनपुर उ.प्र. को चेक किया तो उसने बताया कि, वह इन्दौर निवासी एक शासकीय चिकित्सक के इशारे पर कार्य करता है एवं उत्तरप्रदेश से लडकों को फर्जी तौर पर पीएमटी प्रवेश परीक्षा में शामिल कराने हेतु लाया है।  
इस प्रकार अपराध शाखा की टीमों द्वारा सतत पूर्ण रात्रि कार्य करते हुए प्रदेश ही नहीं अपितु राष्ट्र्रस्तरीय पीएमटी प्रवेश परीक्षा के रैकेट का पर्दाफाश किया गया। अपराध शाखा द्वारा छात्रों से सूक्ष्मता से पूछतांछ करने पर निम्न 03 प्रकार की कार्यप्रणाली सामने आयी है जिसके तहत यह रैकेट अपना कार्य करता रहा है :- 
1. सही छात्र को किसी दूसरे छात्र के पहले रोल नम्बर आवंटित कराया जाकर, पीछे वाले को नकल कराने के लिए, 20-25 लाख की राशि प्राप्त की जाना।
2. किसी एक छात्र के नाम से, दूसरे छात्र का फोटो लगाकर, प्रवेशपत्र प्राप्त किया जाना एवं परीक्षा में सफल होने पर मूल छात्र का फोटो एवं अंगुष्ठ चिन्ह को बदल दिया जाना।
3. मूल छात्र को ही पीएमटी में परीक्षा दिलाया जाना एवं परीक्षा में सफल होने के उपरांत, कांउसलिंग के बाद कालेज से किसी भी कारण का उल्लेख करते हुए अपना नाम वापस लिया जाना एवं इसके ऐवज में कालेज से सांठगाठ कर किसी अन्य छात्र को भारी राशि लेकर सीधे प्रवेश दिलाया जाना। 
पीएमटी फार्म भरने की प्रक्रियाः-
1. आवेदक को एम.पी. ऑनलाईन के ऑनलाईन पोर्टल पर रजिस्ट्र्रेशन करना अनिवार्य था।
2. ऑनलाईन फार्म के साथ ही, आवेदक का फोटो, हस्ताक्षर एवं अंगुष्ठ चिन्ह स्केन कर फार्म के साथ अपलोड किया जाना था। 
3. परीक्षा के दौरान परीक्षक द्वारा आवेदक का फोटोयुक्त परिचय पत्र चेक किया जाना।
इस प्रकरण में थाना राजेन्द्र नगर जिला इन्दौर पर अपराध पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया है। इस गिरोह से संबंधित अन्य कई लोगो से लगातार पूछताछ की जाकर गिरोह के मुखय सरगना तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
          इस राष्ट्र्रस्तरीय पीएमटी प्रवेश परीक्षा रैकेट का पर्दाफाश करने में अपराध शाखा के उप निरीक्षक कैलाश पाटीदार, आमोद सिंह राठौर, विनोदसिंह राठौर, सउनि नाथूराम दुबे, भारत सिंह यादव, सउनि (अ) अमित दीक्षित, प्र.आर. चन्दर सिंह, तेज सिंह, राजकुमार, गोविन्द कुशवाह, दीपक, रज्जाक, अनिल सिलावट, ब्रजभूषण, आरक्षकद्वय रमेश योगेश्वर, योगेश, रणवीर सिंह, अजीत यादव, आभाराम, योगेन्द्र जायसवाल, सन्दीप यादव, जितेन्द्र परमार, देवेन्द्र परिहार, मनीष तिवारी, भगवानसिंह, श्याम पटेल, जितेन्द्र सेन, विष्णु मीणा, सुनिल बिसेन, विशाल दीक्षित की उल्लेखनीय भूमिका रही है जिन्हे पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन, इन्दौर द्वारा पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है। 

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