इन्दौर -दिनांक 03 नवम्बर 2012- इन्दौर शहर के कांग्रेसी नेता के.के. यादव के पुत्र सन्नी यादव हत्याकाण्ड के मुखय आरोपी अस्सू उर्फ अशोक पिता गुरूचरण पटेल जाति कुम्हार निवासी 119/1 कुम्हारखाडी को क्राईम ब्रांच द्वारा गिरफतार किया गया।
पुलिस अधीक्षक मुखयालय डॉ. आशीष ने बताया कि, दिनांक 31 मार्च 2012 को इन्दौर नगर निगम के पूर्व पार्षद श्री के.के. यादव के पुत्र सनी यादव को प्लॉट के विवाद में अस्सू उर्फ अशोक पटेल निवासी कुम्हारखाडी द्वारा अपने साथियो के साथ दिन दहाडे गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना पर से के. के. यादव समर्थकों द्वारा आरोपी के घर पर हमला किया गया था। घटना दिनांक से ही आरोपी अस्सू उर्फ अशोक पटेल शहर से फरार होकर पुलिस से बचता फिर रहा था। आरोपी की गिरफतार हेतु पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन, इन्दौर द्वारा रू. 15,000-00 के ईनाम की घोषणा की गई थी। हाल ही में काग्रेस नेताओं द्वारा पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर से भेंट कर फरार आरोपी की जल्द से जल्द गिरफतारी की मांग की जाकर, गिरफतारी न होने पर पुलिस थानों एवं आय.जी.कार्यालय का चरणबद्व घेराव किये जाने की घोषणा की गई थी जिस पर से पुलिस महानिरीक्षक अनुराधा शंकर द्वारा आरोपी को 10 दिन में गिरफतार किये जाने की घोषणा की गई थी।
पुलिस अधीक्षक डॉ. आशीष द्वारा अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री मनोज कुमार राय एवं श्री जितेन्द्र सिंह को फरार आरोपी अस्सू उर्फ अशोक पटेल की शीघ्र गिरफतारी हेतु निर्देशित किया गया था। श्री राय एवं श्री सिंह द्वारा अपराध शाखा के निरीक्षक जंयत सिंह राठौर की टीम को इस दिशा में कार्य करने हेतु लगाया गया। इसी बीच श्री राय एवं श्री सिंह को सूचना प्राप्त हुई कि अस्सू प्रदेश के बाहर महाराष्ट्र के अहमदनगर एवं गुजरात के अहमदाबाद शहरों में अपनी फरारी काट रहा है। प्राप्त सूचना पर टीम को लगाया जाकर उसका पीछा करते हुए आरोपी अस्सू उर्फ अशोक पटेल पिता गुरूचरण पटेल को उत्तरप्रदेश के आगरा शहर से गिरफतार किया गया।
आरोपी से पूछताछ करते उसके द्वारा बताया गया कि वह प्रदेश के बाहर महाराष्ट्र के अहमदनगर, वर्धा, सांगली एवं गुजरात के सूरत बडौदा, अहमदाबाद मे रहा है। महाराष्ट्र के अहमदनगर में रहने के दौरान बाणगंगा पुलिस की टीम के महाराष्ट्र जाने कीआहट से वहां से उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में आ गया था जहां अपनी मुहबोली बुआं के यहां भैरो नाला क्षेत्र में गौरव के नाम से पुताई का काम करते हुए मोबाईल रिपेयरिंग का काम सीखकर आगरा में ही रहना चाहता था इस कोर्स के लिए उसने नाम बदल कर आगरा के एक कोचिंग इंस्टीटयूट में एडमिशन भी लेने वाला था।
आरोपी की गिरफतारी करने में निरी. जयंत सिंह राठौर, सउनि (अ) अमित दीक्षित, प्र.आर. अवधेश अवस्थी, प्र.आर. विजय सिंह चौहान, प्र.आर. ओमप्रकाश तिवारी, आरक्षक रणबीर सिंह, जितेन्द्र सेन एवं आरक्षक रामपाल की उल्लेखनीय भूमिका रही है।
पुलिस महानिरीक्षक महोदया द्वारा अपराध शाखा की टीम को पुरूस्कृत किये जाने की घोषणा की गई है।
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