Tuesday, October 23, 2012

आरएपीटीसी के आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह तोमर के अंधेकत्ल का पर्दाफाश

दिनांक 26/08/2012 को रात्रि 12:30 बजे पुलिस थाना अन्नपूर्णां क्षेत्र में बारामत्था रोड़ पर रूस्तमजी सशस़्त्र पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह तोमर की हत्या करने वाले हत्यारों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की। शराब पीने से मना करने पर हुये विवाद में की थी हत्या।
 
इन्दौर -दिनांक 23 अक्टूबर 2012- पुलिस अधीक्षक (पश्चिम) जिला इन्दौर श्री अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि दिनांक 26/08/2012 को रात्रि 12:30 बजे ड्‌यूटी से लौट रहे आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह तोमर को उसके घर के नजदीक ही कुछ अज्ञात बदमाशों ने चाकू मार दिया था । आरक्षक द्वारा गंभीर घायल अवस्था में ही अपने परिवारजन को आवाज देकर बुलाया जो उसे नजदीक के चोईथराम अस्पताल ले गये। आरक्षक की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मृत्यु हो गई । इस संबंध में कई पहलुओं पर जॉंच की गई । घटनास्थल के पास हनुमान जी का एक पुराना मंदिर था जहॉं देर रात तक कई असामाजिक तत्व बैठे रहते थे। यहॉं बैठे रहने वाले कई लोगों से पुलिस द्वारा पूछताछ की जाती रही परन्तु कोई सुराग नहीं मिला। अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा 05 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया था जिसे बाद में पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन इन्दौर द्वारा बढ़ाकर 15 हजार रूपये किया गया। कुछ दिनों पूर्व यह सूचना मिली कि घटनास्थल के पास रहने वाले एक भील परिवार शेखर पलासे का लड़का दिनेश एवं उसके यहॉं रहने वाला भानेज दामाद हरि भील घटना वाले दिन, बाहर दरवाजे पर शराब पी रहे थे एवं घटना दिनांक से वे लुक-छुप रहे हैं। इस सूचना पर दोनों संदिग्धों को तलाश गया तो हरि कुक्षी धार में मिला ।
         हरि भील एवं दिनेश भील ने पूछताछ करने पर घटना में सम्मिलित होने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि उनके तीन अन्य दोस्त सुशील मराठा, संतोष बलाई एवं अशोक मराठा सहित वे पॉंचों लोग घटना दिनांक की रात्रि में हनुमान मंदिर के पास पाईप पर बैठकर शराब पी रहे थे, तभी आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह तोमर वहॉं से निकला जिसने उन्हें शराब पीते देखकर कहा कि इतनी रात को वहॉं शराब क्यों पी रहे हो इस पर उससे विवाद होने पर आरक्षक यह कहकर चला गया कि अभी आता हॅूं , और अपनी साईकिल घर के पास खड़ी कर वापिस आया एवं पुनः विवाद बढ़ा तोपॉंचों ने मिलकर उसे पकड़ लिया और पेट में चाकू घोंपकर भाग गये । पकड़े जाने के भय से वे दोनों यहॉं-वहॉं लुक-छिप गये एवं पुराना हनुमान मंदिर पर शराब पीने के लिए दोबारा एकत्रित नहीं हुए जबकि वहॉं पर लगभग हर दिन बैठकर शराब पीते थे। घटना की पुष्टि होने पर 4 आरोपियों (1) दिनेश पिता शेखर (36) निवासी मनावर जिला धार, हाल निवासी लालबाग क्वार्टर, थाना अन्नपूर्णां (2) सुशील पिता रेवाराम मराठा (38) निवासी 14/2 आलापुरा थाना रावजी बाजार हाल निवासी करबला झुग्गी बस्ती थाना जूनी इन्दौर, (3) संतोष बलाई पिता भेरूलाल बलाई (48) निवासी 164, त्रिवेणी कॉलोनी, छोटा भाट मोहल्ला, थाना जूनी इन्दौर एवं (4) हरि पिता नाथूसिंह (25) निवासी ग्राम कापसी, थाना कुक्षी जिला धार हाल निवासी 630, अहीरखेड़ी थाना राजेन्द्र नगर को गिरफ्‌तार कर लिया गया है।
         अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पश्चिम झोन श्री राजेश कुमार सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक अन्नपूर्णां श्री आर0एस0 घुरैया के नेतृत्व में इस सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश करने वाली टीम के सदस्यों थाना प्रभारी निरीक्षक गौरीशंकर चढ़ार, सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मण सिंह जादौन, प्रधान आरक्षक राजेश गौड़, प्रधान आरक्षक ओम नारायण शुक्ला, आरक्षक अनिल, आरक्षक कमल, आरक्षक मुन्ना यादव, आरक्षक धर्मेन्द्र एवं आरक्षक जसमल की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

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