Saturday, October 27, 2012

इन्दौर शहर में घटित बैंक डकैतियों का पर्दाफाश





तीनो डकैतियां एक ही गिरोह द्वारा डाली गई
घ्गिरोह का सरगना मोबिन उर्फ इरफान उर्फ फैयाज  उर्फ टक्कर उर्फ किशन बंजारी निवासी शेरशाह सूरी  नगर खजराना जिला इन्दौर
उत्तराखण्ड व उत्तरप्रदेश के लडके भी रहे गिरोह   में  शामिल
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इन्दौर - दिनांक 27 अक्टूबर 2012- पुलिस महानिरीक्षक इंदौर झोन इंदौर श्रीमती अनुराधा शंकर ने बताया कि ज्ञातव्य है कि इन्दौर शहर में दिनांक 12-12-2008 को कनाडिया रोड स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा से लगभग 58 लाख रूपयें की डकैती 5 अज्ञात आरोपियों द्वारा घटित की गई थी। इसी तरह से दिनांक 4 जनवरी 2010 को सपना संगीता रोड स्थित ओरिएन्टल बैंक ऑफ कामर्स की शाखा से लगभग 16 लाख एवं दिनांक 18-10-2010 को बंगाली चौराहा सर्विस रोड स्थित बैंक ऑफ बडौदा की शाखा से लगभग 6 लाख रूपयें डकैतों द्वारा कटटे, पिस्टल व चाकू की नोक पर लूट लिये गये थे। उक्त तीनो घटनाओं की पतारसी हेतु इन्दौर पुलिस द्वारा लगातार गंभीर प्रयास किये जा रहे थे। जिला अपराध शाखा एवं थानों की टीमे भी इस संबंध मेंमहाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, उडीसा, छत्तीसगढ व तमिलनाडू आदि राज्यों में पतारसी कर चुकी थी।
  पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर श्रीमती अनुराधा शंकर द्वारा तीनों अनसुलझी बैंक डकैतियों की पतारसी हेतु नये सिरे से प्रयास करने के निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्री ए.साई मनोहर व पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इन्दौर डॉ. आशीष को दिये थे। इसी के परिपालन में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इन्दौर द्वारा अपराध शाखा को घटना से जुडे सी.सी.टी.वी. फुटेज, फोटो सोशल नेटवर्किग साईट फेसबुक पर स्थित इन्दौर पुलिस की साईट पर व इन्दौर पुलिस की अधिकृत वेबसाईट पर अपलोड करने हेतु जिम्मा सौंपा गया था।
  आरोपियों के फोटो कतिपय समाचार पत्रों द्वारा भी नये सिरे से प्रकाशित किये गये जिसके आधार पर एक मुखबिर अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री मनोज कुमार राय व श्री जितेन्द्र सिंह के सम्पर्क में आया जिसने बताया कि उक्त हुलिये से मिलते जुलते लडकों के साथ वह आर्थर रोड जेल मुम्बई में बंद रहा है। उक्त सूचना के आधार पर अपराध शाखा के सउनि बिजेन्द्रजाट एवं आरक्षक धर्मेन्द्र शर्मा की टीम को आर्थर रोड जेल मुम्बई भेजा गया जहां उक्त हुलिये के आरोपियों का संभावित नाम ज्ञात हुआ और यह भी जानकारी मिली की उक्त आरोपीगण जुलाई 2008 में, गुजरात में हुए सिरीयल बम विस्फोटो के संबंध में जेल में बंद है।
  उक्त सूचना की तस्दीक हेतु अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह एवं निरीक्षक अपराध शाखा श्री जयन्त ंिसंह राठौर को गुजरात के अहमदाबाद तस्दीक हेतु भेजा गया जहां यह पुष्टि हुई कि, उक्त दोनो आरोपी जुलाई 2011 में गुजरात में वर्ष 2008 में हुए सिरीयल बम विस्फोटो में गिरफतार किये गये थे और वे वर्तमान में तालोदा जेल नवी मुम्बई में इण्डियन मुजाहिदीन के 17 अन्य सदस्यों के साथ मकोका एक्ट में जेल में निरूद्व है। अहमदाबाद अपराध शाखा से यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि गिरफतारी से पूर्व मोबिन का ठीकाना उत्तरप्रदेश के बरेली व गाजियाबाद में भी रहा है।
  प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) डॉ. आशीष द्वारा अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री मनोज कुमार राय एवं श्री जितेन्द्र सिंह के साथ योजनाबद्व तरीके से विगत एक सप्ताह सेऑपरेशन चलाया गया, जिसमें अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय के नेतृत्व में पुलिस टीम मुम्बई, गाजियाबाद, बरेली (उ.प्र.), रूद्रपुर (उत्तराखण्ड) भेजी गई।
  टीम को सफलता तब हाथ लगी जबकि निरीक्षक महेन्द्र परमार, सउनि नाथुराम दुबे एवं प्र.आर. नरेन्द्र सिंह की टीम ने बरेली के नजदीक स्थित बहेडी से मोबिन के विश्वस्त रहे जसपाल को उठाया, जिसने पूछताछ में अपराध शाखा की टीम को चौंकाने वाली जानकारिया दी। उसने बताया कि मोबिन बरेली में फैयाज उर्फ टक्कर के नाम से रह रहा था व इन्दौर से 2 ट्रक खरीदकर वहां चला रहा था व शरीर पर सोने के ढेर सारे आभूषण, चमचमाती नई कार जैसे मारूति सुजूकी बलेनो, टाटा सूमों ग्राण्ड व स्कार्पियों आदि मेनटेन करता था। उसने यह सब दौलत उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के लडकों के साथ (जिसमें जसपाल स्वयं भी शामिल था) इन्दौर में बैंक डकैतिया डाल कर अर्जित की थी।
  अपराध शाखा की टीम को दूसरी सफलता तब मिली जब, निरीक्षक जयन्त ंिसंह राठौर की टीम ने इन्दौर बैंक डकैती में शामिल रहे एक अन्य आरोपी विक्की को उत्तराखण्ड के रूद्रपुर से धर दबोचा। अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय द्वारा जबदोनो आरोपियों से गहराई से पूछताछ की गई तो उन्होने इन्दौर बैंक डकैती में शामिल रहे आरोपियों के नाम निम्नानुसार बताये :-
1. मोबिन उर्फ इरफान उर्फ फैयाज टक्कर पिता अब्दुल शकूर खॉन निवासी 66 शेरसाह सूरी नगर खजराना जिला इन्दौर
2. अमीन उर्फ अनीस उर्फ राजा पिता अयुब खॉन मूल निवासी उत्तम नगर इटावा जिला देवास हाल निवासी 13 खजराना पैलेस जिला इन्दौर
3. जसपाल पिता बाजंिसंह 27 साल निवासी बगिया फार्म, बहेडी जिला बरेली उत्तरप्रदेश
4. विक्की उर्फ महेन्द्र पिता कुलदीप ंिसंह जाति सिख, उम्र 25 साल, निवासी ग्राम दोपहरिया थाना किच्छा जिला रूद्रपुर उत्तराखण्ड
5. इलियास निवासी अभयपुर बरेली उत्तरप्रदेश
6. फारूख निवासी कजा का पुरा बरेली उत्तरप्रदेश
7. सिद्विक निवासी बरेली एवं उससे जुडे 3 लडके
8. इन्दौर का एक स्थानीय युवक
  वर्ष 2008 दिसम्बर में घटित बैंक डकैती के पश्चात मोबिन द्वारा आय.एन.जी. वैश्य बैंक शाखा बरेली में माह जनवरी 2009 में 2 लाख रूपयें से एक बैंक खाता खोला गया जिसमे कि समय-समय पर  नगद लगभग 18 लाख रूपयें जमा किये गये। इसी तरह से वर्ष माह जनवरी 2010 में घटित बैंक डकैती के पश्चात मोबन द्वारा कोटक महिन्द्राबैंक शाखा बरेली में एक खाता खोला गया जिसमें लगभग 8 लाख रूपयें समय-समय पर नगद जमा कराये गये। उक्त घटनाओं के पर्दाफाश करने में अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकद्वय श्री मनोज कुमार राय, श्री जितेन्द्र सिंह के साथ-साथ निरीक्षक जयन्त सिंह राठौर, निरीक्षक महेन्द्र सिंह भदौरिया, निरीक्षक महेन्द्र ंिसंह परमार, उप निरीक्षक राजेन्द्र सिंह, सउनि (अ) अमित दीक्षित, सउनि नाथुराम दुबे, बिजेन्द्र जाट, प्र.आर. नरेन्द्र सिंह, दीपक पंवार, रज्जाक खॉन, आरक्षक धर्मेन्द्र शर्मा, रामप्रकाश बाजपेई, रामपाल व मनोज राठौर की सराहनीय भूमिका रही है।
  पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर झोन इन्दौर महोदया द्वारा उक्त टीम को शासन स्तर पर उचित पुरूस्कार दिलाये जाने की घोषणा की गई है।

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