Friday, September 14, 2012

रेंजर के अंधे कत्ल का पर्दाफाश

इन्दौर -दिनांक 14 सितंबर 2012- दिनांक 1/2/2012 को रात्री में थाना अन्नपूर्णा क्षेत्राअन्तर्गत 2354 ई सूदामा नगर इन्दौर के रहने वाले पूर्व रेंजर मन मोहन तिवारी की अज्ञात हमलावरो द्वारा गोली मार कर उन्ही के निवास पर हत्या कर दी गई थी जिस पर थाना अन्नपूर्णा इन्दौर पर अ.क्र. 83/12 धारा 302 भादवि का दिनांक 02/02/12 को पंजीबद्व किया गया था उक्त घटना से सम्पूर्ण शहर में भय और सनसनी का माहौेल निर्मित हो गया था प्रकरण की प्राथमिक विवेचना थाना अन्नपूर्णा इन्दौर द्वारा की गई थी किन्तु उक्त घटना में लिप्त आरोपीगणो का पता नही चल सका था। प्रकरण में आरोपियों की पतारसी हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक श्री सांई मनोहर द्वारा पुलिस अधीक्षक डॉ आशीष एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज राय एवं जितेन्द्र सिंह को निर्देशित किया गया था। उक्त अंधेकत्ल की विवेचना एवं पतारसी हेतु क्राईम ब्रांच के निरीक्षक जयंत सिंह राठोैर एवं निरीक्षक महेन्द्र सिंह परमार की टीम गठित की गई थी ।
 विवेचना के दौरान प्रथम दृष्टया पाया गया की उक्त घटना मृतक के विवादित स्वामित्व वाला प्लाट नं 1 बीएक्स सेक्टर सीस्कीम नंबर 71 इन्दौर सें संबंधित हो सकती है। अतः उक्त प्लाट सें संबंधित पक्षकारो से जानकारी प्राप्त की गई तो पाया गया की रेंजर मन मोहन तिवारी अपने परिवार से अलग अकेले जीवन यापन कर रहे थे उनका मि़त्र दीपक कुलकर्णी हमेशा उनसे मिलने आता जाता रहता था। उक्त प्लाट विवादित होने के कारण दीपक कुलकर्णी ने प्लाट के सोदे के लिये मन मोहन तिवारी को राजी कर दीपक कुलकर्णी द्वारा अपने परीचित राकेद्गा वर्मा से सम्पर्क किया जो वकील ए.के .श्रीवास्तव के यहां आफिस में कार्यरत हो कर विवादित जमीन के मामले निपटाता था। उक्त प्लाट को सोदा वकील ए.के.श्रीवास्तव द्वारा कई दलालो के मध्यम से सौदा कर रहा था। चूकि उक्त प्लाट की बाजार मूल्य कीमत 6 करोड रूपये थी। वकील ए.के. श्रीवास्तव ने उस प्लाट का सौदा ज्यादा कीमत में कर रहे थे व मृतक मनमोहन तिवारी 50 लाख रूपये दे रहे थे। इस कारण से मृतक मनमोहन तिवारी उक्त प्लाट का बेंचने हेतु राजी नही हो रहा था इस कारण से वकील ए.के.श्रीवास्तव द्वारा मनमोहन तिवारी की हत्या की साजिस रची एवं इस कार्य हेतु वकील ए.के.श्रीवास्तव ने अधिनस्थ कर्मचारी राकेश वर्मा एवं उसका मित्र दीपक गोड तथा दीपक कुलकर्णी को लगाया था ।आरोपीगण राकेश वर्मा एवं उसका मित्र दीपक गोड मोटर सायकल से मृतक मनमोहन तिवारी के निवास स्थान पर पहुचें एवं राकेश वर्मा द्वारा दरवाजा खुलवा कर गोली मार कर हत्या कर मोटर सायकल से भाग गये, घटना के बाद उक्त आरोपी ओंकारेश्वर चले गये थे। घटना में शामील आरोपी राकेश वर्मा के विरूद्व थाना रावजी बाजार में कई अपराधिक मामले पंजीबद्व हैं ।
 उक्त अंधेकत्ल के आरोपियों की पतारसी कर पर्दा फाश करने में निरीक्षक जयंत सिंह राठोैर, महेन्द्र सिंह परमार, सउनि भारत सिंह यादव, सउनि गणेश राम सोलंकी, ओमप्रकाश तिवारी, प्र.आर. तेज सिंह यादव, राजकुमार बडोदिया, नरेन्द्र सिंह गोैर, भगवान सिंह, आर.सुरेश मिश्रा, अमर सिंह, योगेन्द्र सिंह चौहान, योंगेश परमार , विजय मिश्रा, जितेन्द्र सिंह परमार, विशल दिक्षीत, द्गयाम पटेल, विनोद शर्मा, संतोष सेंगर, देवेन्द्र यादव, रामप्रकाश वाजपेई का सराहनीय योगदान रहा ।
आरोपीयों का विवरण :-
1    अवधेद्गा कुमार श्रीवास्तव पिता ब्रजकिशोर श्रीवास्तव 140 ए साकेत धाम बांगडदा रोड
      इन्दौर
2.    राकेद्गा पिता गम्मुलाल वर्मा 26 वर्ष 520 जबरन कालोनी इन्दौर
3.    दीपक गोड पिता कैलाश गोड 28 वर्षनि. 32 कृष्णपुरा एम जी रोड इन्दौर
4.    दीपक कुलकर्णी पिता शंकर राव कुलकर्णी 54 वर्ष 274 प्रगति नगर इन्दौर

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