Tuesday, August 7, 2012

मिश्रनगर हत्याकांड का पर्दाफाश

इन्दौर -दिनांक 07 अगस्त 2012- पुलिस अधीक्षक पश्चम श्री अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि दिनांक 04/08/12 को फरियादी सुभाष यादव पिता जगदीश यादव निवासी 130/38 बैंक कॉलोनी इंदौर ने थाना अन्नपूर्णा पर आकर रिपोर्ट किया कि मेरे लड़के विनित यादव के मोबाईल नंबर 9826911312 पर अनीससिंह की मंगेतर दीपिका चौहान का मोबाईल आया। मैने मोबाईल रिसीव किया तो बताया कि अनीससिंह ठाकुर निवासी 301 मीराश्री अपार्टमेंट मिश्रनगर इंदौर में रहते है, मोबाईल रिसीव नही कर रहे है तथा 10 मिनिट में दीपिका मेरे घर आई। मै, मेरा लड़का विनित व दीपिका तीनो अनिससिंह के फ्लेट पर पहुॅचे, जहॉ देखा कि फ्लेट में बाहर से ताला लगा हुआ था व खून के निशान गेट के बाहर दिख रहे थे। फ्लेट के अंदर पंखा चलने की आवाज आ रही थी तब मैने अपने लड़के के मोबाईल से पुलिस कंट्रोल रूम में 100 नंबर पर सूचना दी बाद में थाने से पुलिस आई तथा गेट पर लगा ताला तोड़ा। फ्लेट के अंदर जाकर देखा तो रबर के हाथ के चार दस्ताने आगे वाले कमरे में पड़े थे जो खून से लथपथ थे जिनपर खून के धब्बे थे। अंदर बेडरूम में जाकर देखा तो अनीस पिता नारायण सिंह उम्र करीब 28 साल की लाश चित अवस्था में पड़ी थी जिसके गले तथा पेट पर चाकू के गहरे चोट के निशान थे। अनीस जांगीया व बनियान पहने था। मौके पर खून से सना हुआ एक चाकू खटके वाला भी पड़ा था। सारे कमरे व दिवार में खून के छींटे तथा फर्श पर खून फैला था, किसी अज्ञात व्यक्ति ने उक्त फ्लेट के अंदर घुसकर मृतक अनीस सिंह को चाकू से कई वार कर उसकी मृत्यु की व बाहर से ताला लगाकर भाग गये। अनीस की लाश फ्लेट में पड़ी हुई थी, मौके पर मैने व मेरे लड़के विनीत तथा दीपिका चौहान ने लाश देखी।
    विवेचना एवं साक्षियों के कथन के आधार पर पता चला कि अमित पिता रामबहादुरसिंह यादव (28) निवासी दुर्गानगर बिजलपुर थाना राजेन्द्र नगर इंदौर, अंकुर पिता मनोज श्रीवास्तव (27) निवासी नालंदा परिसर थाना राजेन्द्र नगर इंदौर तथा राजा चौधरी पिता पुरूषोत्तम चौधरी (20) निवासी 114 बी न्यू दुर्गानगर इंदौर, घटना से पूर्व मृतक अनीससिंह के साथ में नरेन्द्र सिंह पिता तूफानसिंह (32) निवासी ग्राम माचला खंडवा रोड़ इंदौर के लड़के के जन्मदिन की पार्टी में मृतक अनीससिंह की इंडीवर कार एमपी-43/ई/1111 से गये थे। पार्टी में अंकुर एवं मृतक अनीससिंह ने शराब पी। पार्टी समाप्त होने के पश्चात्‌ अमित पिता रामबहादुर सिंह यादव, अंकुर पिता मनोज श्रीवास्तव तथा राजा चौधरी पिता पुरूषोत्तम चौधरी तथा मृतक अनीससिंह की कार से वापस मृतक के फ्लेट क्रमांक 301 ए मीरा श्री अपार्टमेंट में रात्रि में करीब 12.00 बजे आये। जहॉ पर धीरज पिता शंकरलाल सोलंकी उम्र 16 साल निवासी 1845 डी सुदामानगर इंदौर इन चारो को अर्पाटमेंट के नीचे मिला। उसी समय राजा चौधरी एवं धीरज सोलंकी ने अमित यादव, अंकुर श्रीवास्तव तथा मृतक अनीससिंह को फ्लेट में जाते हुये देखा गया। राजा चौधरी इसके बाद अपनी मोटरसाईकिल लेकर अपने घर दुर्गानगर चला गया। आरोपी अमित यादव एवं अंकुर श्रीवास्तव का मृतक अनीससिंह के साथ डम्फर में हुये घाटे को लेकर फ्लेट के अंदर विवाद हुआ। इसी बात को लेकर आरोपी अमित यादव एवं अंकुर श्रीवास्तव ने मृतक अनीससिंह की चाकू से प्राणघातक कई चोटे पहुॅचाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपीगण अमित यादव एवं अंकुर श्रीवास्तव द्वारा मृतक अनीस सिंह के हाथों में पहनी हुयी चार सोने की अंगुठियॉ निकाल ली तथा मृतक अनीससिंह का एटीएम कार्ड भी ले लिया। घटना के बाद फ्लेट में बाहरसे ताला लगाकर नीचे आकर अपने दोस्त धीरज सोलंकी को मृतक की चारो सोने की अंगुठियॉ दे दी तथा मृतक की इंडीवर कार लेकर आरोपी अमित यादव एवं अंकुर श्रीवास्तव भाग कर फरार हो गये।
    विवेचना के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी अमित यादव एवं अंकुर श्रीवास्त मृतक की इंडीवर कार से शाजापुर से देवास तरफ आ रहे है, जिनकी घेराबंदी कर पुलिस टीम थाना अन्नपूर्णा द्वारा पकड़ा गया। आरोपियों द्वारा अनीससिंह की हत्या करना स्वीकार किया गया। आरोपीयों का पीआर लेकर पूछताछ की जावेगी।
    पुलिस अधीक्षक पद्गिचम क्षेत्र श्री अनिल कुमार कुशवाह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राकेश सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम जिसमें नगर पुलिस अधीक्षक आर.एस.घुरैया, उनि राजेन्द्र इंगले, उनि मानसिंह भदौरिया, सउनि बाबूसिंह कुशवाह, प्रआर. राजेश गौड़, राकेश, आरक्षक धर्मेन्द्र राठौर, कमलसिंह, अनिल मालवीय द्वारा सराहनीय कार्य किया गया। पुलिस टीम को 5 हजार रूपयें के नगद ईनाम से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई।

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