इन्दौर -दिनांक 12 जुलाई 2012- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज कुमार राय ने बताया कि शहर में जैन मंदिरों में चोरी की वारदातों की रोकथाम के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री ए. सांई मनोहर ने क्राईम ब्रांच को अपराधों नियंत्रित करने हेतु निर्देश दिये थे। निर्देशानुसार उपपुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जितेन्द्र सिंह के निर्देद्गान में, क्राईम ब्रांच के निरीक्षक जयंत राठौर की टीम को इस हेतु लगाया गया। टीम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति काफी पुरानी भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति बेचने हेतु घूम रहा हैं। सूचना पर उसकी घेराबंदी कर उसे पकड़कर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम इमरान उर्फ इम्मू पिता मोहम्मद जफर नि0 100/1 साउथ तोड़ा इन्दौर बताया एवं उसके कब्जे से अष्ट धातु की भगवान पार्श्वनाथ की मूर्ति मिली जो शहजाद अली निवासी बेटमा के साथ मिलकर चिड़ोदा जिला टीकमगढ जैन मंदिर से चोरी करना बताया। एक मूर्ति पूर्व में शहजाद अली से वर्ष 2010 में बरामद की जा चुकी हैं। अष्ट धातु की भगवान पार्श्वनाथ की उक्त मूर्ति लाखों रूपये में बेचने की बातचीत चल रही थी। उक्त आरोपी को अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना पलासिया के सुपुर्द किया गया।
उक्त आरोपी को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के प्र0आर0 नाथूराम दुबे, आरक्षक चंदरसिंह, अवधेश अवस्थी, रणवीरसिंह, जितेन्द्र सेन का सराहनीय योगदान रहा।
उक्त आरोपी को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के प्र0आर0 नाथूराम दुबे, आरक्षक चंदरसिंह, अवधेश अवस्थी, रणवीरसिंह, जितेन्द्र सेन का सराहनीय योगदान रहा।
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